Last Updated:September 18, 2025, 15:21 IST
Gaming Company Layoff Update : सरकार की ओर से ऑनलाइन गेमिंग पर बैन लगाए जाने के बाद तमाम कंपनियाों ने छंटनी का ऐलान किया है और अब इस कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है.

नई दिल्ली. सरकार के एक फैसले का गेमिंग इंडस्ट्री पर बड़ा असर पड़ा है. बैंगलुरु स्थित रियल मनी गेमिंग कंपनी गेम्सकार्ट (Gameskraft) ने भी इसी असर के कारण बड़ी छंटनी का मन बनाया है. कंपनी ने कहा है कि वह अपने कारोबार को रीस्ट्रक्चर करने जा रही है, जिसकी वजह से टीम और उसके काम में भी बदलाव किया जाएगा. यही वजह है कि कंपनी ने करीब 120 कर्मचारियों की छंटनी का मन बना लिया है. इससे पहले कंपनी के एक अधिकारी पर 270 करोड़ रुपये गबन करने का भी आरोप लगा था.
गेम्सकार्ट ने छंटनी का ऐलान ऐसे समय में किया है जब उसके पूर्व मुख्य फाइनेंशियल अधिकारी रमेश प्रभु ने 5 साल की नौकरी के दौरान 270 करोड़ रुपये से ज्यादा का घपला किया. बैंगलुरु पुलिस प्रभु के खिलाफ मामला दर्ज कर इसकी जांच भी कर रही है. गेम्सकार्ट के फाउंडर पृथ्वी सिंह का कहना है कि छंटनी का फैसला काफी कठिन है, क्योंकि इस कंपनी के हर कर्मचारी ने इसे बनाने में अहम भूमिका निभाई है. हम उनके योगदान और कर्तव्यनिष्ठा के लिए बहुत आभारी हैं.
क्यों कर रहे छंटनी
फाउंडर ने बताया कि यह छंटनी पूरी तरह बाहरी कारकों के प्रभाव में की जा रही है. हम बदलती परिस्थितियों को स्वीकार करने की कोशिश कर रहे हैं. इसके अनुसार ही हमें अब अपनी प्रतिभाओं का इस्तेमाल करना होगा. भले ही मजबूरी में हमें छंटनी करनी पड़ रही है, लेकिन इन सभी लोगों के प्रति हमारा सम्मान पहले की तरह ही बना रहेगा. हम इस बात की पूरी कोशिश करेंगे कि छंटनी के बाद इन कर्मचारियों को आगे काम दिलाने में मदद की जाए.
आगे और भी छंटनी का अनुमान
पृथ्वी ने बताया कि कंपनी में जैसे-जैसे बदलावों को आगे बढ़ाया जाएगा, छंटनी के नंबर और भी बढ़ सकते हैं. हम बदली परिस्थितियों के हिसाब से कारोबार को दोबारा रीस्ट्रक्चर कर रहे हैं. इससे प्रभावित होने वाले कर्मचारियों को उनके एग्रीमेंट के हिसाब से लीव इनकैशमेंट सहित सभी अलाउंस दिए जाएंगे. उनके ग्रुप इंश्योरेंस का फायदा भी मार्च, 2026 तक दिया जाएगा, भले ही वे किसी अन्य कंपनी में क्यों न ज्वाइन कर लें. अगर अगर कर्मचारी चाहें तो अपनी कॉरपोरे इंश्योरेंस पॉलिसी को व्यक्तिगत पॉलिसी में कन्वर्ट कर सकते हैं.
अन्य कंपनियों ने भी निकाले कर्मचारी
सरकार के गेमिंग इंडस्ट्री पर बैन लगाने के बाद कई और कंपनियों ने भी कर्मचारियों की छंटनी की है. इससे पहले ऑनलाइन रमी प्लेटफॉर्म A23 Rummy ने भी 500 कर्मचारियों को निकाल दिया था, जबकि गेमिंग ऐप Zupee ने भी 170 नौकरियां घटाने का ऐलान किया है. मोबाइल प्रीमियर लीग (MPL) ने अपने भारतीय टीम से 60 से लेकर 80 फीसदी कर्मचारियों को निकालने का फैसला कर लिया है. 31 अगस्त तक कंपनी के पास करीब 600 कर्मचारी थे. ऑनलाइन पोकर खिलाने वाली कंपनी PokerBaazi ने भी पिछले दिनों 200 कर्मचारियों की छंटनी की बात कही थी, जो उसके कुल संख्या का करीब 45 फीसदी है. इसके अलावा Games24x7 ने भी बड़ी संख्या में छंटनी की बात कही है.
तगड़े मुनाफे में थी गेम्सक्राफ्ट
पृथ्वी सिंह ने गेम्सकार्ट को साल 2017 में शुरू किया था. कंपनी ने पिछले वित्तवर्ष में तगड़ा मुनाफा कमाया था. भले ही उसका शुद्ध मुनाफा इससे पहले के वित्तवर्ष के मुकाबले 25 फीसदी कम था, लेकिन फिर भी 706 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया. इससे पहले यानी 2024 में उसका मुनाफा 947 करोड़ रुपये था. हालांकि, कंपनी के प्रॉफिट में 28 फीसदी जीएसटी लगाए जाने के बाद से गिरावट दिख रही थी और अब तो इसके कारोबार पर बैन ही लग गया. बीते वित्तवर्ष में कंपनी का राजस्व 4,009 करोड़ रुपये पहुंच गया था.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
September 18, 2025, 15:05 IST