Last Updated:April 11, 2025, 10:44 IST
Bihar Politics News: बिहार में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है और फिलहाल चुनाव एनडीए बनाम महागठबंधन के बीच आमने-सामने होता दिख रहा है. लेकिन, प्रशांत किशोर इस चुनाव को त्रिकोणीय बनाने की तैयारी में है...और पढ़ें

पटना के गांधी मैदान में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी की रैली पर राजनीति की नजर.
हाइलाइट्स
प्रशांत किशोर 11 अप्रैल को गांधी मैदान में रैली करेंगे.रैली में दस लाख लोगों के आने की संभावना है.रैली शाम 2 बजे शुरू होगी, जो नई परंपरा है.पटना. चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत के साथ अपनी पार्टी जन सुराज की धमक दिखाने को आतुर हैं. कुछ महीने पहले हुए उपचुनाव में पार्टी को मिली हार के बाद जन सुराज के जनाधार के ऊपर उठ रहे सवाल का जवाब प्रशांत किशोर शुक्रवार को एक रैली का आयोजन कर अपने विरोधियों को देना चाहते हैं. साथ ही इस रैली के माध्यम से जनता को एक विकल्प भी जन सुराज के तौर पर दिखाना चाहते हैं, जिसकी बड़ी तैयारी गांधी मैदान में है. दरअसल, जनता में मैसेज कैसे जाए इसके लिए रैली एक बड़ा माध्यम होता है और इसी वजह से प्रशांत किशोर ने अपनी रैली को सफल बनाने में पूरी ताकत झोंक दी है. गांधी मैदान में जो रैली हो रही है उसमे बहुत कुछ नया होने जा रहा है जो इसके पहले नहीं हुआ था. प्रशांत किशोर 11 अप्रैल को गांधी मैदान में बड़ी राजनीतिक रैली कर बिहार में चुनाव से पहले रैलियों की शुरुआत कर रहे हैं. प्रशांत किशोर का दावा है कि गांधी मैदान में ऐतिहासिक रैली होगी, जो बिहार की राजनीतिक दिशा बदल देगी.
जन सुराज के वरिष्ठ नेता आनंद मिश्रा जो लगातार रैली को सफल बनाने की मुहिम में लगे हुए हैं. बताते हैं कि रैली में दस लाख लोगों के आने की संभावना है और इसके लिए पार्टी ने पूरी तैयारी कर ली है. आनंद मिश्रा गांधी मैदान में जन सुराज की रैली को लेकर दिलचस्प जानकारी भी देते हुए बताते हैं कि पहली बार गांधी मैदान में रैली शाम में शुरू होगी, जबकि अमूमन रैली दस या ग्यारह बजे सुबह से शुरू हो जाती है, लेकिन हमारी रैली दो बजे से शुरू होगी ताकि लोगो को शाम के ठंड भरे अहसास के साथ सुकून का एहसास कराए. इसके लिए जनसुराज पार्टी लगी हुई है कि बिहार की जनता को भी एक नया एहसास हो कि बिहार में सुकून भरा बदलाव जन सुराज ही ला सकता है.यही नहीं रैली के लिए बड़ा सा मंच तो बनाया ही गया है साथ ही गांधी मैदान के बीचोंबीच एक रैंप वाक बनाया गया है, ताकि प्रशांत किशोर जब भाषण दे तो जो अंतिम छोड़ तक बैठा हुआ है उसके पास भी प्रशांत किशोर पहुंचें. जैसी उनकी पार्टी की कोशिश है कि समाज के आखिरी व्यक्ति तक विकास की किरण पहुंचे.
प्रशांत किशोर की रैली पर बिहार के सियासी हलके में भी चर्चा है और राजनीतिक दल अपने अपने हिसाब से नजरें गड़ाए हुए हैं कि रैली में कैसी भीड़ आती है और रैली में प्रशांत किशोर क्या कुछ बोलते हैं. बिहार के वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय कहते है कि प्रशांत किशोर ने राजनीति में अपनी जगह बना ली है और चुनाव को त्रिकोणीय भी बना रहे हैं, लेकिन इस रैली में अगर ठीक ठाक भीड़ पहुंच जाएगी जिसकी संभावना है, तो विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को खारिज करना आसान नहीं होगा.
वहीं, बिहार के एक और वरिष्ठ पत्रकार अरुण पांडे कहते हैं कि प्रशांत किशोर एक कुशल रणनीतिकार हैं और उन्हें पता है कि रैली के सहारे बिहार की जनता को बड़ा मैसेज दिया जा सकता है कि जन सुराज एक मजबूत पार्टी है. इसके पहले भले ही उपचुनाव में उनकी पार्टी को चारों सीट पर हार मिली, लेकिन जिस तरह से उनकी नई पार्टी को वोट मिले उसने विरोधियों के कान तो खड़े कर ही दिए हैं. इस वजह से भी इस रैली पर सियासी निगाहें टिकी हुईं हैं.
जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार कहते हैं कि कोई रैली करे या कुछ करे जो गांधी जी को सिद्धांत की बात करता हो और गांधी जी की मूर्ति के नीचे शराबबंदी खत्म करने की बात करता हो, उसे बिहार की जनता कभी माफ नहीं करेगी. बहरहाल, PK की रैली पर सियासत तेज है लेकिन तमाम दलों की निगाहें रैली पर टिकी हुई हैं. ऐसे में PK की रैली का कितना होगा असर?
First Published :
April 11, 2025, 10:44 IST