Last Updated:September 09, 2025, 08:59 IST
कर्नाटक के बीदर जिले के औराद विधानसभा के पूर्व विधायक एक ठगी का शिकार हो गए. स्कैमर्स ने उन्हें व्हाट्सऐप कॉल कर डिजिटल अरेस्ट किया और उनसे 31 लाख रुपये लूट लिए. हालांकि, बाद में विधायक ने शक होने पर मामला पुलि...और पढ़ें

Karnataka: टेक्नोलॉजी के बढ़ते इस्तेमाल के साथ-साथ ठगी का धंधा भी चरम पर है. आज के समय में स्कैमर्स टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर लोगों को अलग-अलग तरह से चूना लगा रहे हैं. हाल ही में कर्नाटक के बीदर जिले के औराद विधानसभा के पूर्व विधायक भी ऐसी ही एक ठगी का शिकार हो गए. उन्हें स्कैमर्स ने एक हफ्ते तक डिजिटल अरेस्ट कर उनसे 31 लाख रुपये लूट लिए.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, यह स्कैम 12 अगस्त की शाम 5 बजे शुरू हुआ, जब पूर्व विधायक को ठगों का व्हाट्सऐप कॉल आया. स्कैमर ने खुद को CBI ऑफिसर बताया और कहा कि उन पर मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने का आरोप लगाया. स्कैमर ने विधायक से कहा कि उनके नाम पर बैंक अकाउंट और डेबिट कार्ड मिले हैं. उन लोगों ने यहां तक धमकी दी कि उनके खिलाफ मुंबई में केस दर्ज किया गया है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी होगी.
रचा डिजिटल अरेस्ट का ड्रामा
हालांकि, विधायक ने खुद को इस मामले में निर्दोष बताया, जिसके बाद कॉल एक दूसरे शख्स को ट्रासफर कर दी गई. उसने अपना नाम नीरज कुमार बताया और कहा कि वह DCP है. उसने कहा कि आपकी उम्र और आपका बैकग्राउंड देखते हुए आपको डिजिटल अरेस्ट किया गया है. इसके बाद उन्होंने वीडियो कॉल पर एक नकली पुलिस स्टेशन दिखाया गया और साथ ही नकली आईडी कार्ड और फाइल दिखाकर केस पर भरोसा दिलाया गया.
नकली जज के कहने पर करीब 31 लाख रुपये किए ट्रांसफर
वहीं, अगले दिन उन्हें वीडियो कॉल के जरिए ही नकली जज के सामने पेश किया गया. जज ने उन्हें 10.99 लाख रुपये ट्रांसफर करने का आदेश दिया. इसके बाद 18 अगस्त को उन्हें फिर से वीडियो कॉल पर जज के सामने पेश किया गया, जहां सुनवाई के दौरान उन्हें और 20 लाख रुपये जमा करने को कहा गया. विधायक से कहा गया कि यह पैसे जांच के बाद उन्हें वापस कर दिए जाएंगे. विधायक डर के कारण ठगों के झांसे में आ गए और उन्होंने दोनों ही बार RTGS के जरिए पैसे स्कैमर्स के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए.
शक हुआ, तो परिवार-दोस्तों को बताया
स्कैमर्स उनसे 19 अगस्त तक पूछताछ करते रहे. उन्होंने उनकी बैंक डिटेल तक निकलवा ली. हालांकि, जब बाद में विधायक को उन पर शक हुआ, तो उन्होंने पूरे मामले की जानकारी अपने परिवार और दोस्तों को दी, जिसके बाद 6 सितंबर को साइबर क्राइम पुलिस द्वारा शिकायत दर्ज की गई.
ठगों की तलाश में पुलिस
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जीवाड़े और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है और साथ ही स्कैमर्स की तलाश की जा रही है.
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Location :
Bidar,Karnataka
First Published :
September 09, 2025, 08:59 IST