Last Updated:September 10, 2025, 16:43 IST
Ranya Rao Gold Smuggling Case: गोल्ड स्मगलिंग केस में फंसी हुई एक्ट्रेस रान्या राव इन दिनों खूब चर्चा में बनी हुई हैं. ऐसे में चलिए आपको बताते हैं कि पूरा मामला क्या है और रान्या गोल्ड स्मगलिंग केस में फंसी कैस...और पढ़ें

पैसा और सोना एक ऐसी चीज है जो बड़े से बड़े इंसान को लालच में ला देता है. ठीक ऐसा ही कुछ हुआ कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री की एक चमकती सितारा रान्या राव के साथ. एक सफल एक्ट्रेस से तस्कर तक के सफर ने, न सिर्फ मनोरंजन जगत को हिला गया, बल्कि कानून पर भी सवाल उठाए. तो चलिए आपको बताते हैं रान्या राव गोल्ड स्मगलिंग केस की पूरी कहानी.
कौन है रान्या राव…
रान्या राव, कन्नड़ और तमिल सिनेमा की एक उभरती हुई अभिनेत्री हैं. 2014 में कन्नड़ फिल्म ‘माणिक्य’ से डेब्यू करने वाली रान्या ने जल्द ही ‘पटकी’ और ‘वाघा’ जैसी फिल्मों में अपनी जगह बना ली. उनकी खूबसूरती और अभिनय ने फैंस को दीवाना बना दिया. लेकिन रान्या का पारिवारिक बैकग्राउंड भी कम रोचक नहीं था. वह कर्नाटक स्टेट पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के डीजीपी के. रामचंद्र राव की सौतेली बेटी हैं. रामचंद्र राव एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं, जिनकी पत्नी की पहली शादी से रान्या पैदा हुईं. रान्या ने खुद को एक सफल मॉडल और एक्ट्रेस बनाया. उनकी नेट वर्थ करीब 5 करोड़ रुपये बताई जाती है, जो फिल्मों, विज्ञापनों और सोशल मीडिया से आती थी. लेकिन बाहर से चमकती यह जिंदगी अंदर से खोखली साबित हुई, जब उनके काले सच सामने आए.
क्या है पूरा मामला?
कहानी की शुरुआत होती है मार्च 2025 से. 3 मार्च को रान्या दुबई से बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लैंड करती हैं. करीब 6 बजे रान्या एग्जिट गेट की ओर बढ़ीं. बाहर निकलने के लिए वे ग्रीन चैनल की ओर चली गईं. ग्रीन चैनल उन पैसेंजर्स के लिए होता है, जिनके पास जांच के लिहाज से कोई सामान नहीं होता. रान्या पहले भी इसी तरह एयरपोर्ट से बाहर निकलती थीं. उस दिन DRI के अफसरों ने उन्हें रोक लिया. पूछा- क्या आपके पास सोना या ऐसी कोई चीज है जो बतानी हो? रान्या ने जवाब दिया- नहीं.
रान्या से 14.2 किलोग्राम सोना बरामद
इतनी सी बातचीत में रान्या के चेहरे पर घबराहट दिखने लगी. अफसरों को शक हुआ. उन्होंने दो महिला अधिकारियों को बुलाया और रान्या को चेक करने के लिए कहा. जब उनकी तलाशी ली गई तो उनके शरीर के अलग-अलग हिस्सों में सोना मिला. उनके पास कुल 14.2 किलोग्राम सोना बरामद हुआ, जिसकी कीमत करीब 12.56 करोड़ रुपए थी. जिसके बाद रान्या को गिरफ्तार कर लिया गया.
यूट्यूब वीडियोज से सोना छिपाने का तरीका सीखा
रान्या ने गिरफ्तारी के बाद डीआरआई को बताया कि उन्होंने यूट्यूब वीडियोज से सोना छिपाने का तरीका सीखा था. एयरपोर्ट पर ही उन्होंने बैंडेज और कैंची खरीदी, टॉयलेट में जाकर सोने को शरीर पर चिपकाया. लेकिन यह पहली बार नहीं था. जांच में पता चला कि रान्या एक साल में 30 बार दुबई गई थीं. हर यात्रा में वह 13-14 किलोग्राम सोना लातीं और प्रति किलोग्राम एक लाख रुपये का कमीशन लेतीं. कुल मिलाकर यह एक संगठित अंतरराष्ट्रीय तस्करी रिंग का हिस्सा था जो दुबई-बेंगलुरु रूट पर एक्टिव था. डीआरआई ने अनुमान लगाया कि रान्या ने लंबे समय से यह काला कारोबार चला रही थीं, जिससे 341 करोड़ रुपये का सोना तस्करी हुआ.
हालांकि, गिरफ्तारी के बाद रान्या ने खुद को निर्दोष बताते हुए कई चौंकाने वाले खुलासे किए. पूछताछ में वह टूट गईं और रोते हुए बोलीं, ‘मैं थक चुकी हूं… मुझे ब्लैकमेल किया गया था.’ रान्या ने कहा कि एक अंजान व्यक्ति ने उन्हें धमकाया और मजबूर किया कि वह सोना लाएं, वरना उनका करियर और परिवार बर्बाद हो जाएगा. उन्होंने दावा किया कि यह उनकी पहली तस्करी थी और बिजनेस के बहाने दुबई गई थीं. लेकिन डीआरआई को जांच में उनके फोन रिकॉर्ड्स और यात्रा हिस्ट्री से साबित हो गया कि वह बड़े नेटवर्क से जुड़ी थीं.
घर से 2.67 करोड़ की नकदी बरामद
डीआरआई ने रान्या के बेंगलुरु स्थित घर पर छापा मारा. वहां से 2.67 करोड़ रुपये की नकदी और 2.07 करोड़ के गोल्ड ज्वेलरी बरामद हुई. कुल जब्ती 17.29 करोड़ रुपये की हो गई, जिसमें 4.73 करोड़ की संपत्ति शामिल थी. रान्या के करीबी दोस्त, टॉलीवुड एक्टर तरुण राज उर्फ विराट कोंडुरु राज को भी गिरफ्तार किया गया. तरुण बेंगलुरु के एक होटल मालिक के पोते हैं और डीआरआई को शक है कि वह तस्करी नेटवर्क का लिंक थे. जांच में यह भी सामने आया कि रान्या एयरपोर्ट पर खुद को डीजीपी की बेटी बताकर स्थानीय पुलिस से मदद लेती थीं, ताकि चेकिंग से बच सकें.
गिरफ्तारी के बाद रान्या को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. उन्होंने मारपीट का आरोप लगाते हुए डीआरआई के अधिकारियों के खिलाफ शिकायत की. कहा कि उन्हें 10-15 थप्पड़ मारे गए और खाली कागजों पर साइन करवाए गए. लेकिन कोर्ट ने इन दावों को खारिज कर दिया. 15 मार्च 2025 को आर्थिक अपराध न्यायालय ने उनकी जमानत याचिका ठुकरा दी. जज विश्वनाथ सी. गोवदार ने कहा कि अपराध की गंभीरता को देखते हुए जमानत नहीं दी जा सकती. बाद में सत्र कोर्ट में भी अपील खारिज हो गई.
रान्या पर 102 करोड़ का जुर्माना
सितंबर 2025 तक जांच आगे बढ़ी.डीआरआई ने रान्या और तीन अन्य पर 271 करोड़ का जुर्माना लगाया, जिसमें 102 करोड़ सिर्फ रान्या पर था. जुलाई में COFEPOSA एक्ट के तहत उन्हें एक साल की जेल हो गई. कुल तस्करी मूल्य 341 करोड़ आंका गया. फिलहाल मामले की जांच जारी है.
यामिनी सिंह न्यूज18 हिंदी (NEWS18) में पत्रकार हैं. फिलहाल न्यूज18 में ये क्राइम सेक्शन को देख रही हैं. इन्हें देश (Nation) और विदेश () मामलों में भी गहरी रुचि है. खबरों से जुड़ी और जानकारी के लिए ...और पढ़ें
यामिनी सिंह न्यूज18 हिंदी (NEWS18) में पत्रकार हैं. फिलहाल न्यूज18 में ये क्राइम सेक्शन को देख रही हैं. इन्हें देश (Nation) और विदेश () मामलों में भी गहरी रुचि है. खबरों से जुड़ी और जानकारी के लिए ...
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First Published :
September 10, 2025, 16:42 IST