Last Updated:May 27, 2025, 11:17 IST
Sharjeel Imam News: जेल में बंद शरजील इमाम के किशनगंज से चुनाव लड़ने की खबर से सीमांचल की सियासत में हलचल मच गई है.शरजील इमाम वही है जिसने खुलेआम असम समेत पूर्वोत्तर भारत को भारत से काटने की बात कही थी. उस पर ...और पढ़ें

किशनगंज से चुनाव लड़ सकता है शरजील इमाम.
हाइलाइट्स
शरजील इमाम के किशनगंज से चुनाव लड़ने की चर्चा तेज.शरजील इमाम पर UAPA के तहत कई मामले दर्ज हैं.किशनगंज से चुनाव लड़ने की खबर से सियासी हलचल बढ़ी.किशनगंज/आशीष कुमार सिन्हा. बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच सीमांचल की सियासत में हलचल तेज हो गई है. हाल ही में असदुद्दीन औवेसी के दौरे के बाद अब किशनगंज सीट से शरजील इमाम के चुनाव लड़ने की चर्चा जोर पकड़ रही है. शरजील इमाम वही हैं जिन्हें गैर कानूनी गतिविधि अधिनियम (UAPA) के तहत गिरफ्तार किया गया था. अभी वर्तमान में दिल्ली दंगों और नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) विरोधी प्रदर्शनों से जुड़े मामलों में जेल में हैं. उस पर आठ एफआईआर दर्ज है, जिनमें सात मामलों में बेल ले चुका है. अब शरजील इमाम के किशनगंज से चुनाव लड़ने की खबर ने राजनीतिक हलके में हलचल मचा दी है.
शरजील इमाम जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) का पूर्व छात्र है पर 2020 में दिल्ली पुलिस ने देशद्रोह और UAPA के तहत उस पर कई मामले दर्ज किए थे. वर्ष 2020 में दिल्ली के शाहीनबाग में चल रहे एंटी CAA प्रोटेस्ट में शरजील इमाम ने असम को लेकर कथित भड़काऊ बयान दिया था. उसने भारत के सिलीगुड़ी गलियारे यानी चिकेन नेक को काटने को लेकर देशविरोधी बयान दिया था. इसके इसी बयान के आधार पर उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया था. शरजील इमाम वर्तमान में दिल्ली दंगों और CAA विरोधी प्रदर्शनों से जुड़े मामलों में जेल में है. उस पर UAPA के तहत कार्रवाई की गई थी.
देशद्रोह के मामलों में शरजील पर केस
शरजील इमाम पर आरोप है कि उसने सीएए-एनआरसी विरोधी प्रदर्शनों के दौरान भड़काऊ भाषण दिए जिससे दिल्ली में हिंसा भड़की थी. दिल्ली की साकेत कोर्ट ने मार्च 2025 में जामिया नगर हिंसा मामले में उनके खिलाफ आरोप तय किए थे. हालांकि, इस मामले में 15 अन्य लोगों को बरी कर दिया गया है. इसके अतिरिक्त, सुप्रीम कोर्ट ने अप्रैल 2025 में उनके खिलाफ विभिन्न राज्यों में एक ही भाषण के लिए दर्ज देशद्रोह के मामलों पर सवाल उठाए. दिल्ली की साकेत कोर्ट ने जामिया नगर हिंसा मामले में मार्च 2025 में उनके खिलाफ आरोप तय किया था.
सीमांचल की राजनीति में नया मोड़!
शरजील के वकील ने दिल्ली हाईकोर्ट में दावा किया था कि उनका उमर खालिद या अन्य आरोपियों से कोई संबंध नहीं था और वह जनवरी 2020 के बाद दिल्ली में नहीं था. उसकी जमानत याचिका पर सुनवाई सात जून 2025 को होनी है. किशनगंज जो बिहार की मुस्लिम-बहुल सीट है, से उनके चुनाव लड़ने की खबर ने स्थानीय राजनीति में नया मोड़ ला दिया है. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि शरजिल जेल से चुनाव लड़ेगा या नहीं. यह भी तय नहीं है कि सीमांचल के किस जिले से लड़ेगा.
शरजील के चुनाव लड़ने की खबर से हलचल
बता दें कि सीमांचल का किशनगंज जिला हर पार्टी के चुनावी शुरुआत का केन्द्र रहा है. राजनीति के जानकारों ने अपना आकलन शुरू कर दिया है. सीमांचल के मुस्लिम बहुल क्षेत्र के किशनगंज सहित सभी सीटों पर असदुद्दीन ओवैसी सहित, महागठबंधन पहले से पसीना बहा रहा है. दिग्गजों के लगातार दौरे हो रहे हैं. अब शरजिल इमाम के चुनाव लड़ने की खबर ने सीमांचल की सियासी फिजा में और हलचल पैदा कर दी है.
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें
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Location :
Kishanganj,Bihar