Kash Patel Bhagavad Gita: भारतीय मूल के काश पटेल ने अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी FBI के निदेशक का पद संभाल लिया है. शनिवार को आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में उन्होंने भगवत गीता पर हाथ रखकर पद की शपथ ली. वह एफबीआई का नेतृत्व करने वाले नौवें व्यक्ति बन गए हैं. वॉशिंगटन डीसी स्थित आइजनहावर एग्जीक्यूटिव ऑफिस बिल्डिंग में हुए इस समारोह में अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पैम बॉन्डी ने उन्हें शपथ दिलाई. आइए जानते हैं कि कैसे काश पटेल का परिवार मूल रूप से गुजरात के आणंद जिले के भद्रन गांव से ताल्लुक रखता है.
ट्रंप के करीबी..एजेंटों के बीच लोकप्रिय
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने काश पटेल की नियुक्ति की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि एफबीआई एजेंटों के बीच पटेल की लोकप्रियता को देखते हुए यह निर्णय लेना आसान रहा. ट्रंप ने उन्हें 'मजबूत और दृढ़ विचारों वाला' बताते हुए कहा कि वह इस पद पर बेहतरीन काम करेंगे. वहीं पूर्व कांग्रेस सदस्य ट्रे गौडी ने भी पटेल की काबिलियत की सराहना की और कहा कि लोग उनकी योग्यता को कम आंकते हैं.
सीनेट से 51-49 से मिली मंजूरी
काश पटेल की नियुक्ति को अमेरिकी सीनेट में 51 49 मतों से मंजूरी मिली. हालांकि रिपब्लिकन पार्टी की दो सीनेटर सुसान कॉलिन्स (मेन) और लिसा मुर्कोव्स्की (अलास्का) ने डेमोक्रेट्स के साथ मिलकर उनके खिलाफ मतदान किया. इसके बावजूद पटेल को यह महत्वपूर्ण पद हासिल करने से कोई नहीं रोक सका.
गुजरात से अफ्रीका और फिर अमेरिका तक का सफर
काश पटेल का परिवार मूल रूप से गुजरात के आणंद जिले के भद्रन गांव से ताल्लुक रखता है. लगभग सात आठ दशक पहले उनका परिवार युगांडा चला गया था. 1970 में युगांडा के तानाशाह ईदी अमीन द्वारा भारतीयों को निष्कासित किए जाने के बाद उनका परिवार कुछ समय के लिए भारत लौटा फिर कनाडा और बाद में अमेरिका चला गया. 1980 में न्यूयॉर्क में जन्मे काश पटेल पाटीदार समुदाय से हैं.
कानूनी क्षेत्र से एफबीआई तक का सफर
काश पटेल पेशे से वकील हैं और उन्होंने रिचमंड विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई की. बाद में उन्होंने न्यूयॉर्क में कानून की डिग्री हासिल की और यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से अंतरराष्ट्रीय कानून में प्रमाणपत्र लिया. वह पूर्व में कार्यवाहक रक्षा मंत्री क्रिस्टोफर मिलर के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में भी काम कर चुके हैं. खेलों में उनकी रुचि आइस हॉकी में है. एजेंसी इनपुट