America News: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप देश अपने देश को ऊंचाईयों पर ले जाने के प्रयास में लगे हैं. इसी बीच एक इतिहासकार ने अमेरिका को चेतावनी देकर हर किसी को चौंका दिया है. उन्होंने कहा है कि अमेरिका भी वही गलती कर रहा है जिसने हर पिछली एडवांस सिविलाइजेशन को नष्ट कर दिया. इसके अलावा कहा कि अगर अमेरिका अपनी कर्ज समस्या को ठीक नहीं करता है तो उसके सामने भी ऐसी समस्याएं आ सकती है. जानिए इतिहासकार ने और क्या तर्क दिया.
मेल ऑनलाइन रिपोर्ट के अनुसार स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में हूवर इंस्टीट्यूशन में मिलबैंक फैमिली सीनियर फेलो फर्ग्यूसन ने अमेरिका को बड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि अमेरिका पर भारी कर्ज है. अगर अमेरिका कर्ज की समस्या को ठीक नहीं करता है तो द्वितीय विश्व युद्ध के अंत के बाद से उसके द्वारा बनाए गए साम्राज्य को डूबने का खतरा है. अमेरिका का बढ़ता कर्ज ऐसे समय में सामने आया है जब डोनाल्ड ट्रंप के नए पेंटागन प्रमुख पीट हेगसेथ ने रक्षा खर्च में हर साल आठ प्रतिशत तक की कटौती करने का वादा किया है.
इतिहासकार ने अमेरिका को चेताते हुए कहा कि किसी महाशक्ति के लिए रक्षा पर खर्च करने की तुलना में कर्ज पर अधिक खर्च करना खतरनाक है. कर्ज ही 16वीं सदी में हैब्सबर्ग स्पेन से लेकर 18वीं सदी में बॉर्बन फ्रांस तक के साम्राज्यों के लिए आपदा का कारण बना है. फर्ग्यूसन ने ये भी कहा कि अमेरिका ने लगभग एक सदी में पहली बार 2024 में 'फर्ग्यूसन कानून' का उल्लंघन करना शुरू किया, जब उसके ऋण की सेवा पर खर्च ($1.124 ट्रिलियन) उसके रक्षा खर्च ($1.107 ट्रिलियन) से अधिक हो गया है.
फर्ग्यूसन ने चिंता जताते हुए ये भी कहा कि यह 'महत्वपूर्ण सीमा' एक महान शक्ति की भू-राजनीतिक पकड़ को नष्ट कर देती है और उसे सैन्य चुनौती के प्रति संवेदनशील बना देती है. द्वितीय विश्व युद्ध से पहले अलगाववाद के युग के बाद से अमेरिका ने ऋण सेवा और रक्षा खर्च को इतना करीब से नहीं देखा है जितना अब देखा जा रहा है. फर्ग्यूसन ने गैर-पक्षपाती कांग्रेस बजट कार्यालय का हवाला दिया है, जो कहता है कि संघीय ऋण 2049 तक अमेरिकी सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 5 प्रतिशत हो जाएगा.
1962 और 1989 के बीच, रक्षा व्यय सकल घरेलू उत्पाद का औसतन 6.4 प्रतिशत था, ऋण सेवा उस आंकड़े के एक तिहाई से भी कम थी, औसतन 1.8 प्रतिशत थी. हालांकि शीत युद्ध के बाद अमेरिका अपनी ऋण सेवा पर जितना खर्च कर रहा था उसका दोगुना रक्षा पर कर रहा था. फर्ग्यूसन ने ये भी है कि कहा कि बढ़ते ऋण के दबाव के कारण आने वाले वर्षों में रक्षा खर्च में वृद्धि की संभावना नहीं है.
इतिहासकार को चिंता है कि अमेरिका द्वितीय विश्व युद्ध से पहले के ब्रिटेन और तुष्टिकरण की नीतियों की ओर बढ़ सकता है, लेकिन उनका कहना है कि इसके परिणाम और भी बुरे हो सकते हैं. जिससे 'डिफ़ॉल्ट, मूल्यह्रास और साम्राज्यवादी पतन की राह पर' चला जाएगा. प्रथम विश्व युद्ध के बाद, 1920 से 1936 तक हर साल ब्रिटेन की ऋण सेवा सैन्य खर्च से अधिक रही. अंत में उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि कि आज अमेरिका एक महंगी कल्याण प्रणाली से घिरा हुआ है जो जन्म दर में गिरावट और जिंदा रहने की उम्मीद में वृद्धि के साथ और अधिक बोझिल होती जाएगी.