Last Updated:June 25, 2025, 12:02 IST
Shubhanshu Shukla Axiom Mission 4: भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला कुछ ही देर में ISS के लिए रवाना होने वाले हैं. यह मिशन दो हफ्ते तक चलेगा, जिसमें शुभांशु पायलट होंगे. अंतरिक्ष में उड़ान भरने से पहले की...और पढ़ें

हाइलाइट्स
शुभांशु शुक्ला ISS के सफर पर रवाना होंगे.शुभांशु इस मिशन के पायलट होंगे.इस मिशन नेतृत्व पेगी व्हिटसन कर रही हैं.भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री कुछ ही देर में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए रवाना होने वाले हैं. यह सभी यात्रा स्पेस एक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान में बैठ गए हैं और इस हैच अब बंद हो गया है और कुछ ही देर में यह यान अंतरिक्ष के सफर पर निकलने वाला है.
नासा के मुताबिक, दोपहर 12:01 बजे शुभांशु अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना होंगे. और 28 घंटे की यात्रा कर कल शाम भारतीय समय के मुताबिक करीब 4:30 बजे इंटरनेशनल स्पेश स्टेशन में डॉकिंग करेंगे. शुभांशु शुक्ला पहले भारतीय है जो इंटरनेशनल स्पेश स्टेशन जाएंगे, वो वहां 14 दिनों तक रहेगे और रिसर्च करेंगे,
यह मिशन छह बार टलने के बाद अब फाइनल हो गया है और स्पेस-एक्स ने कहा है कि लॉन्च के लिए मौसम अनुकूल है. अंतरिक्ष में उड़ान भरने को तैयार कैप्टन शुभांशु की पहले तस्वीर सामने आई है, जिसमें वह एस्ट्रोनॉट की ड्रेस में दिख रहे हैं.
यहां देखें लाइव…
नासा के अनुसार, Axiom 4 मिशन का प्रक्षेपण आज दोपहर 12:01 बजे (भारतीय समयानुसार) अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित NASA के कैनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39A से किया जाएगा.
अंतरिक्ष यात्री स्पेस-X के फाल्कन 9 रॉकेट के जरिये एक नए ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में सवार होकर अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करेंगे. नासा ने जानकारी दी कि यह स्पेसक्राफ्ट गुरुवार, 26 जून को लगभग शाम 4:30 बजे IST पर अंतरिक्ष स्टेशन से डॉक करेगा.
शुभांशु होंगे मिशन के पायलट
इस मिशन का नेतृत्व पूर्व नासा अंतरिक्ष यात्री और Axiom Space की मानव अंतरिक्ष उड़ान निदेशक पेगी व्हिटसन कर रही हैं. भारत के ISRO (इसरो) से जुड़े शुभांशु शुक्ला इस मिशन में पायलट की भूमिका में होंगे.
इस मिशन में दो मिशन अंतरिक्षयात्रियों पोलैंड के स्लावोश उज्नान्स्की-विस्निवेस्की, और हंगरी के तिबोर कपु भी शामिल हैं.
कई बार टल चुका है मिशन
Axiom-4 मिशन को पहले मौसम खराबी, फिर फाल्कन-9 रॉकेट में लीक, और बाद में रूसी मॉड्यूल में तकनीकी समस्या के चलते स्थगित किया गया था. हाल ही में नासा और रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस ने ISS के Zvezda सर्विस मॉड्यूल में मरम्मत की स्थिति की समीक्षा के बाद इस मिशन को हरी झंडी दी है.
नासा की कार्यवाहक प्रशासक जेनेट पेट्रो ने कहा, ‘NASA और Roscosmos का ISS को लेकर दीर्घकालिक सहयोग रहा है. दोनों एजेंसियों के बीच पेशेवर साझेदारी से यह मिशन संभव हो पाया है.’
अंतरिक्ष में रहेंगे दो हफ्ते
डॉकिंग के बाद, चारों अंतरिक्ष यात्री करीब दो हफ्ते तक अंतरिक्ष स्टेशन पर रहेंगे और वहां वैज्ञानिक अनुसंधान, शिक्षा, वाणिज्यिक परियोजनाओं और STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) गतिविधियों में भाग लेंगे.
यह मिशन भारत और ISRO के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है और वैश्विक सहयोग से अंतरिक्ष अनुसंधान में नए आयाम खोलने की उम्मीद है.
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...
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New Delhi,Delhi