भारत के साथ कैसी डील चाहते हैं डोनाल्ड ट्रंप? खुद कैमरे के सामने बोल दी पूरी सच्चाई

5 hours ago

Donald Trump: ट्रेड...ट्रेड और सिर्फ ट्रेड. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शायद ट्रेड की ही भाषा अधिक समझते हैं. इसी बीच भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर ट्रंप इस समय ज्यादा इन्वॉल्व नजर आ रहे हैं. ट्रंप ने शुक्रवार को फिर इस पर खुलकर बयान दिया. व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रंप ने कहा कि वे भारत के साथ पूर्ण व्यापार बाधा हटाने वाली डील चाहते हैं. जो अब तक अकल्पनीय मानी जाती रही है. उन्होंने कहा कि भारत में व्यापार को लेकर कई प्रतिबंध हैं जिन्हें खत्म करना जरूरी है.

पूरी तरह से ट्रेड की छूट मिले..
असल में ट्रंप ने कहा कि भारत के साथ हम एक ऐसी डील करने जा रहे हैं जहां हमें पूरी तरह से ट्रेड की छूट मिले. अभी वहां ट्रेड को लेकर काफी रुकावटें हैं. आप वहां जा नहीं सकते सोचना भी मुश्किल है. हम चाहते हैं कि सारी ट्रेड बैरियर्स हटा दिए जाएं. हालांकि मुझे नहीं लगता कि ऐसा पूरी तरह हो पाएगा. लेकिन हम तैयार हैं.

वार्ता में गतिरोध की स्थिति बनी हुई
यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब भारत अमेरिका व्यापार वार्ता में गतिरोध की स्थिति बनी हुई है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक अमेरिका ने ऑटो पार्ट्स, स्टील और कृषि उत्पादों पर ऊंचे आयात शुल्क को लेकर भारत की आपत्ति नहीं मानी है. भारत की मांग है कि अमेरिका 9 जुलाई से लागू होने जा रहे 26 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ को वापस ले, और मौजूदा टैक्सों पर भी राहत दे.

ट्रंप ने यह भी कहा कि वह आने वाले 10 दिनों में सभी देशों को एक पत्र भेजेंगे जिसमें यह बताया जाएगा कि उन्हें अमेरिका को कितना टैरिफ देना होगा. हालांकि उन्होंने 9 जुलाई की समयसीमा को लचीला बताया. उनका कहना था कि हम जो चाहें कर सकते हैं. मैं चाहूं तो आज ही सबको पत्र भेजकर कह सकता हूं  बधाई हो, अब आपको 25% टैक्स देना होगा.

 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य

हालांकि मतभेदों के बावजूद दोनों देशों के रिश्ते में दीर्घकालिक भरोसा बना हुआ है. फरवरी 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ट्रंप ने तय किया था कि व्यापार समझौते का पहला चरण इसी साल शरद ऋतु तक पूरा किया जाएगा और 2030 तक दोनों देशों के बीच व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है, जो 2024 में करीब 191 अरब डॉलर था.

रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत की ओर से अमेरिका को बादाम, पिस्ता और अखरोट जैसे उत्पादों पर टैरिफ में छूट देने की पेशकश की गई है. साथ ही एनर्जी, ऑटो और डिफेंस सेक्टर में अमेरिकी कंपनियों को प्राथमिकता देने की बात कही गई है. अब देखना यह है कि ट्रंप की आक्रामक मांगों के बीच यह डील किस दिशा में आगे बढ़ती है.

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