भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर बढ़ेगी बात, दुनिया देखेगी जब हॉटलाइन पर होंगे DGMOs

8 hours ago

Last Updated:May 12, 2025, 10:06 IST

ndia Pakistan DGMO Talks : भारत और पाकिस्तान के बीच आज डीजीएमओ स्तर की बातचीत होगी. दोनों देशों के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हैं और भारत ने आतंकवाद पर कड़ा रुख अपनाया है. ऐसे में दुनियाभर की नजरें इस बातचीत पर होगी.

भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर बढ़ेगी बात, दुनिया देखेगी जब हॉटलाइन पर होंगे DGMOs

भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर आज दोनों देशों के DGMO के बीच बातचीत होगी. (फोटो वीडियो Grab)

भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर आज दोनों देशों के डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) के बीच बातचीत होने वाली है. विदेश सचिव विक्रम मीसरी पहले ही इस बैठक की पुष्टि कर चुके हैं. दुनियाभर की निगाहें इस वार्ता पर टिकी हैं, क्योंकि यह ऐसे समय हो रही है जब दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहद तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं.

भारत ने पहले ही साफ कर दिया है कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते. पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ अपने राजनयिक संबंधों को और अधिक सीमित कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक, भारत अब पाकिस्तान के साथ सिर्फ डीजीएमओ स्तर की सीधी सैन्य बातचीत के लिए ही तैयार है और फिलहाल किसी भी तरह की राजनीतिक वार्ता की कोई संभावना नहीं है.

हर मंगलवार होती रही है DGMO की बातचीत

भारत और पाकिस्तान के बीच एक तय सैन्य प्रोटोकॉल के तहत हर मंगलवार को डीजीएमओ कार्यालयों के बीच हॉटलाइन पर बातचीत होती है. इस दौरान लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) की मौजूदा स्थिति पर चर्चा होती है. अगर किसी पक्ष की ओर से तय नियमों का उल्लंघन होता है, तो शिकायत भी इसी हॉटलाइन के माध्यम से दर्ज कराई जाती है. हाल के दिनों में दोनों देशों के डीजीएमओ कार्यालयों के बीच दो बार वार्ता हो चुकी है, जिनमें भारत ने पाकिस्तान की ओर से हो रही छोटे हथियारों की फायरिंग और सीजफायर उल्लंघन का मुद्दा प्रमुखता से उठाया था.

बार-बार सीजफायर तोड़ता रहा पाकिस्तान

भारत और पाकिस्तान के बीच 2003 में संघर्षविराम का एक समझौता हुआ था, लेकिन पाकिस्तान ने कभी भी इस समझौते का पूरी तरह से पालन नहीं किया. इससे पहले फरवरी 2021 में दोनों देशों के डीजीएमओ ने संयुक्त रूप से एक बयान जारी किया था, जिसमें सीजफायर का गंभीरता से पालन करने पर सहमति जताई गई थी. यह समझौता 24 फरवरी 2021 की रात से प्रभावी हुआ था और इसके बाद चार वर्षों तक पाकिस्तान ने इसका पालन किया, जिसका एक बड़ा कारण FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने की उसकी कोशिशें थीं.

वर्ष 2022 में पाकिस्तान ने एक बार सीजफायर का उल्लंघन किया, जबकि 2023 में एक भी उल्लंघन नहीं हुआ. 2024 में दो बार उल्लंघन दर्ज किया गया. लेकिन अप्रैल 2025 में पाकिस्तान ने एक बार फिर सभी समझौतों की अनदेखी करते हुए सीमा पर तनाव बढ़ा दिया. इससे पहले 2020 में पाकिस्तान ने पूरी LoC पर 5133 बार, 2019 में 3479 बार और 2018 में 2140 बार सीजफायर तोड़ फायरिंग की थी.

इन हालातों के बीच आज की डीजीएमओ वार्ता को बेहद अहम माना जा रहा है. यह देखना होगा कि क्या इस बातचीत से सीमा पर शांति स्थापित करने की दिशा में कोई ठोस पहल हो पाती है या नहीं.

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Saad Omar

An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें

An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...

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