माता वैष्‍णो देवी के बिल्‍कुल करीब से गुजरेगी ये वाली वंदेभारत एक्सप्रेस, जाने

4 hours ago

Last Updated:April 16, 2025, 10:13 IST

रेल मंत्रालय के एग्‍जक्‍यूटिव डायरेक्‍टर इनफार्मेशन एंड पब्लिसिटी दिलीप कुमार ने बताया कि श्रीनगर से माता वैष्‍णो देवी कटरा के लिए ट्रेन चलने को तैयार है. इसका ही इसका उद्घाटन हो जाएगा और आम लोग देश के किसी क...और पढ़ें

माता वैष्‍णो देवी के बिल्‍कुल करीब से गुजरेगी ये वाली वंदेभारत एक्सप्रेस, जाने

जल्‍द शुरू होने वाली है श्रीनगर से कटड़ा रेल लाइन.

नई दिल्‍ली. देश में वंदेभारत एक्‍सप्रेस यात्रियों की पसंदीदा ट्रेन बनती जा रही है. यही वजह है कि आज 140 से अधिक वंदेभारत एक्‍सप्रेस की सर्विस चल रही हैं. पूर्वोत्‍तर के राज्‍यों को छोड़कर सभी राज्‍यों से वंदेभारत ट्रेन चल रही है. जल्‍द ही वंदेभारत ट्रेन से सफर करने वालों को एक और लाभ मिलेगा. यात्री ट्रेन से बैठे बैठे माता वैष्‍णो देवी से बगैर जाए ही अर्जी लगा सकते हैं. क्‍योंकि आप की ट्रेन उसी पहाड़ी से गुजरेगी, जहां माता विराजमान हैं.

रेल मंत्रालय के एग्‍जक्‍यूटिव डायरेक्‍टर इनफार्मेशन एंड पब्लिसिटी दिलीप कुमार ने बताया कि श्रीनगर से माता वैष्‍णो देवी कटरा के लिए ट्रेन चलने को तैयार है. इसका ही इसका उद्घाटन हो जाएगा और आम लोग देश के किसी कोने से सीधा श्रीनगर तक ट्रेस से जा सकेंगे. इस रूट से गुजरने वाली ट्रेन 119 किमी. टनल से गुजरेगी. उन्‍हीं में से एक टनल त्रिकुटा है.

त्रिकुटा पहाड़ में माता का मंदिर

जिस त्रिकुटा पहाड़ी में बनी टनल के अंदर वंदेभारत गुजरेगी, उसी में ऊपर माता वैष्‍णो देवी का मंदिर है. यह टलन 33 है. इसकी लंबाई 3.2 किमी. है. जो कटरा-बनिहाल सेक्शन में बनी है. यानी आप जब इस रूट पर सफर कर रहे हों और टनल 33 से गुजरें तो माता वैष्‍णो देवी का याद कर सकते हैं और ट्रेन में बैठे बैठे अर्जी लगा सकते हैं. क्‍योंकि इसी पहाड़ी में माता का मंदिर है.

कम चैलेंजिंग नहीं रहा इस टनल को बनाने में

मेन बाउंड्री थ्रस्ट जैसे भूगर्भीय क्षेत्र से गुजरने के कारण यह टनल चुनौतीपूर्ण रही. भारी जल रिसाव और ढहती चट्टानों के चलते ‘आई-सिस्टम टनलिंग’ अपनाया गया. यह सुरंग इंजीनियरिंग का अनूठा नमूना है.

रेल लाइन की खासियत

यूएसबीआरएल परियोजना में 38 सुरंगें (संयुक्त लंबाई 119 किमी) शामिल हैं, सबसे लंबी सुरंग (टी-49) की लंबाई 12.75 किमी है और यह देश की सबसे लंबी परिवहन सुरंग है. कुल 927 पुल हैं, इनमें सबसे ऊंचा चिनाब ब्रिज (कुल लंबाई 1315 मीटर, आर्क विस्तार 467 मीटर और नदी तल से ऊंचाई 359 मीटर) शामिल है, जो एफिल टॉवर से लगभग 35 मीटर लंबा है और इसे दुनिया का सबसे ऊंचा आर्क रेलवे ब्रिज माना जाता है.

Location :

Jammu and Kashmir

First Published :

April 16, 2025, 10:13 IST

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