Last Updated:July 17, 2025, 20:44 IST
Russian Woman Victoria Basu Case: भारतीय युवक ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका देकर अपनी रशियन पत्नी पर जासूसी का आरोप लगाया है. बेटे की कस्टडी मांगी है. कोर्ट ने महिला पर लुकआउट नोटिस और पासपोर्ट जब्ती का आदेश दिया...और पढ़ें

भारतीय युवक ने रशियन पत्नी पर जासूसी का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट में बेटे की कस्टडी मांगी.
हाइलाइट्स
सुप्रीम कोर्ट में युवक ने कहा- मेरी रशियन बीबी है जासूस, बेटे को खोजकर लौटाओ.कोर्ट का सख्त आदेश: महिला का पासपोर्ट जब्त, एयरपोर्ट्स को अलर्ट.रशियन दूतावास से संबंध और जासूसी के आरोप, क्या यह सिर्फ कस्टडी केस है?Russian Woman Victoria Basu Case: “मी लॉर्ड, मेरी बीबी रूस की जासूस है…”- ये शब्द हैं पश्चिम बंगाल के रहने वाले सैकत बासु के जो अपनी रशियन पत्नी और चार साल के बेटे की तलाश में अब सुप्रीम कोर्ट की चौखट तक पहुंच गए हैं. सैकत ने अदालत में याचिका दायर कर न सिर्फ अपने लापता बेटे को वापस दिलाने की गुहार लगाई है, बल्कि एक सनसनीखेज दावा भी किया है कि उनकी रूसी पत्नी का मकसद शादी नहीं बल्कि उनके घर में ‘जासूसी’ करना था. सैकत ने News18 से बात करते हुए अपनी पत्नी को लेकर कई खुलासे किए.
सैकत बासु का कहना है कि उन्होंने रूस की मूल निवासी महिला से प्रेम विवाह किया था. दोनों की मुलाकात चीन में हुई थी, जहां सैकत एक सॉफ्टवेयर कंपनी में इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे थे. विवाह के बाद दोनों भारत आ गए और एक बेटा भी हुआ. लेकिन अब वो महिला पिछले कुछ समय से चार साल के बेटे को लेकर गायब है. सैकत ने दावा किया है कि उन्होंने अपनी पत्नी को कुछ दिन पहले दिल्ली में रूसी दूतावास में एक अधिकारी के साथ अंदर जाते हुए देखा था. उनके पास इसका प्रमाण भी मौजूद है.
सैकत का यह भी कहना है कि उनकी पत्नी रूसी दूतावास के संपर्क में लगातार रही हैं और उन्हें शक है कि उनके बेटे को विदेश ले जाने की योजना बनाई गई थी. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर अपने बेटे की कस्टडी मांगी है और महिला के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
सुप्रीम कोर्ट का सख्त रुख: लुक आउट नोटिस और पासपोर्ट जब्ती
सुप्रीम कोर्ट ने इस अनोखे केस पर 18 जुलाई को सुनवाई तय की है. इससे पहले कोर्ट ने विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय को लुक आउट सर्कुलर जारी करने, महिला का पासपोर्ट जब्त करने और देश के सभी एयरपोर्ट्स पर उसकी गतिविधियों पर नजर रखने का आदेश दिया है. कोर्ट ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर और डिफेंस कॉलोनी थाने को निर्देश दिए हैं कि बच्चे को जल्द से जल्द ढूंढा जाए और पिता की कस्टडी में सौंपा जाए.
इस दौरान अदालत ने महिला की ओर से पेश हुए वकील के व्यवहार पर भी सवाल उठाए. जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्य बागची की पीठ ने कहा कि वकील अदालत को गुमराह कर रहे हैं और उनका रवैया संदेह पैदा करता है. कोर्ट ने साफ कहा, “अब वकीलों को भी जवाब देना होगा, ये कोर्ट कोई खेल नहीं है.”
क्या यह केस सिर्फ पारिवारिक विवाद है?
इस केस ने न सिर्फ अदालतों में बल्कि सोशल मीडिया और कूटनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है. सैकत का दावा कि उनकी बीबी ‘जासूसी’ के मकसद से उनके जीवन में आई, भारत-रूस संबंधों की संवेदनशीलता को छूता है. विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर यह दावा सच साबित होता है, तो यह मामला केवल कस्टडी डिस्प्यूट नहीं रह जाएगा, बल्कि इसमें राजनयिक और सुरक्षा दोनों पहलू जुड़ सकते हैं.
अब सबकी निगाहें 18 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर टिकी हैं. क्या कोर्ट इस मामले को घरेलू विवाद मानेगा या इसमें कुछ और बड़ा सामने आएगा? क्या बेटे को वापस लाया जा सकेगा? और क्या वाकई यह कोई ‘जासूसी कहानी’ है, जैसा कि सैकत दावा कर रहे हैं? इस केस का हर मोड़ अब एक नई कहानी कह रहा है.
Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें
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