Agency:News18 Himachal Pradesh
Last Updated:February 19, 2025, 07:00 IST
Himachal Politics: राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने हिमाचल में अपने दो साल के कार्यकाल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, नशा मुक्त अभियान की सराहना की और संवैधानिक दायरे में काम करने की प्रतिबद्धता जताई.

हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल और मंत्री जगत सिंह नेगी में टकराव.
हाइलाइट्स
राज्यपाल ने नशा मुक्त अभियान की सराहना की.राज्यपाल ने संवैधानिक दायरे में काम करने की प्रतिबद्धता जताई.राजस्व मंत्री ने राज्यपाल के दावों पर तंज कसा.शिमला. हिमाचल प्रदेश में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने अपने दो साल के कार्यकाल के उपलक्ष्य में राजभवन में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया. इस मौके पर उन्होंने पिछले साल की प्रमुख घटनाओं और पहलों पर आधारित एक कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया. राजभवन के कर्मचारियों और समाज के विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधियों ने उन्हें शुभकामनाएं और बधाई दी.
News-18 से एक्सक्लूसिव बातचीत में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि हिमाचल में उनका दो साल का कार्यकाल अच्छा रहा. उन्होंने केंद्र सरकार की सभी योजनाओं की समीक्षा की, नशे के खिलाफ आंदोलन शुरू किया और ड्रग डीएडिक्शन सेंटर के लिए सरकार को लिखा. उन्होंने कहा, “मैं हर काम जबरदस्ती नहीं करवा सकता, राज्य सरकार को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए.”
राजभवन और सरकार के टकराव पर राज्यपाल ने कहा, “राजनैतिक संकट में भी मैं संवैधानिक दायरे में रहा. मुझे राजनीति नहीं करनी है, मैं संवैधानिक दायरे में काम कर रहा हूं. अन्य लोगों को भी अपने संवैधानिक दायित्व को निभाना चाहिए. हिमाचल के हितों के लिए काम करता रहूंगा और पीएम के निर्देश पर काम कर रहा हूं.” राज्यपाल ने देश के संघीय ढांचे और वन संरक्षण कानून पर भी अपनी बात रखी.
मीडिया से बातचीत करते हुए राज्यपाल ने अपने कार्यकाल के दौरान की गई कई सामाजिक पहलों के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने नशा मुक्त हिमाचल अभियान पर विशेष जोर दिया और समाज के सभी वर्गों, खासकर मीडिया से मिले समर्थन की सराहना की. संवैधानिक ढांचे के भीतर अपने पद की गरिमा को बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश हमेशा उनके लिए घर जैसा रहा है और राज्य के प्रथम नागरिक के रूप में वे अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए समर्पित हैं.
नशे के बढ़ते प्रचलन पर चिंता जताई
नशे के बढ़ते प्रचलन पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि इससे देवभूमि हिमाचल प्रदेश की पहचान प्रभावित हुई है. उन्होंने जमीनी स्तर के कार्यक्रमों से लेकर उच्च शिक्षण संस्थानों तक नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने के अपने प्रयासों पर प्रकाश डाला और इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि समाज के विभिन्न वर्गों में नशे के खिलाफ आंदोलन ने गति पकड़ी है. उन्होंने इस बात पर बल दिया कि पंचायत स्तर पर जागरूकता फैलाने से ही महत्वपूर्ण सफलता हासिल की जा सकती है. उन्होंने नशा मुक्त हिमाचल प्रदेश की दिशा में काम करना जारी रखने का अपना दृढ़संकल्प दोहराया.
नेगी ने राज्यपाल पर कसा तंज
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल दावों पर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी तंज कसा है. नेगी कहा कि केंद्र ने कितनी मदद की है, इसका पता विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण से चलेगा. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल के दावों को लेकर नेगी कहा कि राज्यपाल अपने विचार रखें, इसमें कोई खराबी नहीं है लेकिन ये कोई पहले गवर्नर नहीं, जिन्होंने महान काम किया है, इससे पहले जितने राज्यपाल रहे हैं उन्होंने भी अपने हिसाब से कार्य किया है. जगत सिंह नेगी ने कहा कि राज्यपाल राष्ट्रपति के प्रतिनिधि और राज्य के संवैधानिक मुखिया हैं, ऐसे में राज्यपाल भी सरकार का हिस्सा हैं और राज्यपाल जो कार्य करते हैं वो सारे काम सरकार द्वारा ही होते हैं.
नेगी ने कहा कि नशे के मामले पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार इसके खिलाफी कई कदम उठाए हैं, वर्मतान में प्रदेश में नशे की समस्या के लिए केंद्र सरकार भी दोषी, हिमाचल में नशा दिल्ली,हरियाणा और पंजाब से आ रहा है, पड़ोसी राज्य में नशे पर रोक लगाई होती तो आज ये स्थिती नहीं होती, केंद्र सरकार ने नशे के खिलाफ कोई कार्य नहीं किया है बल्कि गुजरात में पकड़ी गई बड़ी खेफ के मामले तक को दबा दिया गया है.
Location :
Shimla,Shimla,Himachal Pradesh
First Published :
February 19, 2025, 07:00 IST