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राजस्थान का सबसे बड़ा 'रेस्क्यू ऑपरेशन', बोरवेल में गिरी मासूम चेतना को बचाने के लिए चल रहा है 175 घंटों से
हीरालाल सैन.
जयपुर. कोटपुतली इलाके में बोरवेल में गिरी तीन साल की मासूम चेतना को बचाने के लिए चल रहा रेस्क्यू ऑपेरशन अब प्रदेश का सबसे बड़ा ऑपरेशन बन गया है. कोटपुतली के बड़ीयाली ढाणी में 170 फीट गहरे बोरवेल में फंसी चेतना को बचाने के लिए सरकार ने अपने तमाम संसाधन झौंक दिए हैं लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है. चेतना को बोरवेल में गिरे हुए आज आठ दिन हो गए हैं. चेतना को बचाने के लिए खोदी जा रही टनल में कई तरह की परेशानियां आ रही है.
जानकारी के अनुसार रेस्क्यू टीम ने अपने प्लान बी के तहत चेतना को बचाने के लिए बोरवेल के पास उतना ही गहरा गड्डा खोदा है जितना बोरवेल है. उसके बाद दोनों के बीच टनल बनाई जा रही है. लेकिन इस टनल को बनाने में सबसे बड़ी दिक्कत पत्थर की लेयर है. बीते दो दिनों में इस टनल के लिए महज सात फीट की खुदाई की हो सकी है. इसके लिए एनडीआरएफ के जवानों को कैप्शन के जरिये गड्डे के अंदर भेजा गया है.
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खेतड़ी और भीलवाड़ा से हाई टेक्नोलॉजी के उपकरण मंगवाए
रेस्क्यू टीम के अधिकारियों का कहना है कि वे चेतना को बचाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं. टनल को खोदने में मदद के लिए माइनिंग एरिया वाले खेतड़ी और भीलवाड़ा से हाई टेक्नोलॉजी के उपकरण मंगवाए गए हैं. इसके साथ ही एयरफोर्स और लोकल इंजीनियर भी बुलाए गए हैं. टनल और बोरवेल के गड्ढे के मिलान के लिए एक्यूरेसी को लेकर ये एक्सपर्ट्स बुलाए गए हैं. टनल की खुदाई में गति लाने के लिए अब गड्ढे में 3 जवान भी उतारे गए हैं. इसके लिए हरसंभव उपाय और तकनीक को अपनाया जा रहा है. लेकिन ऑपरेशन में नई-नई तरह की परेशानियां सामने आ रही है. पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारी लगातार आपॅरेशन का फीडबैक ले रहे हैं.
परिजनों की आंखें रो-रोकर सूज चुकी है
चेतना को बचाने के लिए चल रहे इस रेस्क्यू ऑपरेशन को सोमवार को सुबह सात बजे तक 175 घंटे पूरे हो चुके हैं. वहां पुलिस प्रशासन के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण डटे हुए हैं. चेतना के बोरवेल से बाहर आने के इंतजार में उसके परिजनों की आंखें रो-रोकर सूज चुकी है. वहीं ग्रामीण भी उम्मीद भरी नजरों से इस पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन को देख रहे हैं.
Tags: Big accident, Big news, Rescue operation, Rescue Team
FIRST PUBLISHED :
December 30, 2024, 07:39 IST