Last Updated:April 12, 2025, 07:30 IST
Mumbai Attack Mastermind Tahawwur Rana: मुंबई हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा से एनआईए पूछताछ कर रही है. जांच एजेंसी उसके सामने एक रहस्यमयी गवाह ला सकती है. उस गवाह ने हमले से पहले राणा और हेडली के ठहरने की व्...और पढ़ें

तहव्वुर राणा को एनआईए मुख्यालय में रखा गया है.
हाइलाइट्स
तहव्वुर राणा से एनआईए की पूछताछ जारी.रहस्यमयी गवाह से राणा की सजा सुनिश्चित हो सकती है.राणा को 18 दिन की एनआईए हिरासत में भेजा गया.मुंबई हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को भारत लाने के बाद एनआईए उससे पूछताछ कर रही है. इस बीच मामले में एक रहस्यमयी गवाह की भूमिका ने सबका ध्यान खींचा है. राणा की सजा सुनिश्चित करने में इस गवाह की भूमिका अहम हो सकती है. यह गवाह 2006 में डेविड कोलमैन हेडली की मुंबई में मदद करने वाला शख्स बताया जा रहा है. एनआईए का मानना है कि इस गवाह के बयान से मुंबई हमले की पूरी साजिश को समझने में मदद मिलेगी.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक राणा को गुरुवार शाम अमेरिका से विशेष विमान से दिल्ली लाया गया. शुक्रवार तड़के दिल्ली की एक विशेष अदालत ने उसे 18 दिन की एनआईए हिरासत में भेज दिया. इसके बाद राणा को लोधी रोड पर एनआईए मुख्यालय ले जाया गया, जहां सुबह से उससे पूछताछ शुरू हुई. यह पहला मौका है जब भारतीय जांचकर्ता राणा से सीधे सवाल कर रहे हैं. इससे पहले 2010 में एनआईए की एक टीम ने अमेरिका में हेडली से पूछताछ की थी.
इस पूछताछ का केंद्र वह संरक्षित गवाह है, जो राणा का करीबी था और हेडली के लिए मुंबई में ठहरने और अन्य व्यवस्थाएं करने में शामिल था. एनआईए ने इस गवाह की पहचान गुप्त रखी है ताकि उसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और लश्कर से खतरा न हो. एक अधिकारी ने बताया कि 2006 में जब हमले की साजिश बन रही थी, हेडली को पाकिस्तान में लश्कर के सरगनाओं ने मुंबई के ताजमहल होटल सहित कई जगहों की वीडियो बनाने का आदेश दिया था. हेडली सितंबर 2006 में भारत आया और उसने राणा के एक करीबी की मदद से यह काम किया. इस करीबी ने हेडली के लिए होटल और अन्य सुविधाएं जुटाई थीं.
भारत में किससे-किससे मिला था राणा
एनआईए अब राणा से इस गवाह के बारे में सवाल कर रही है. जांचकर्ता जानना चाहते हैं कि राणा का इस शख्स से क्या रिश्ता था और हेडली की भारत यात्राओं के दौरान उसने और किन लोगों से मुलाकात की. इसके अलावा, 2009 में अमेरिका की जांच एजेंसी एफबीआई द्वारा रिकॉर्ड किए गए राणा और हेडली के फोन कॉल्स भी सबूत के तौर पर एनआईए के पास हैं. इन कॉल्स से साजिश के और राज खुल सकते हैं.
राणा से पूछताछ में मुंबई हमले के अलावा अन्य शहरों में हमले की योजनाओं पर भी सवाल हो रहे हैं. एनआईए को शक है कि हेडली ने दिल्ली, गोवा, पुष्कर और अन्य जगहों पर भी हमले के लिए रेकी की थी. एक अधिकारी ने बताया कि राणा से पूछा जा रहा है कि क्या लश्कर और आईएसआई की योजना मुंबई जैसे हमले अन्य शहरों में भी करने की थी. इसके लिए राणा को अगले कुछ हफ्तों में मुंबई, आगरा, अहमदाबाद और कोचीन ले जाया जा सकता है, ताकि वह उन जगहों और लोगों की पहचान कर सके, जहां वह गया था.
राणा की लंबी हिरासत मिलने की वजह यह है कि एनआईए इस साजिश के हर पहलू को खंगालना चाहती है. 2005 में लश्कर ने हेडली को भारत भेजने का फैसला किया था और राणा ने उसकी मदद की. 2008 में राणा ने अपनी पत्नी के साथ भारत, चीन और दुबई की यात्रा की थी. दुबई में उसकी मुलाकात एक साजिशकर्ता से हुई, जिसने उसे भारत न जाने की सलाह दी थी, क्योंकि हमले होने वाले थे. एनआईए अब इस दुबई कनेक्शन की भी जांच कर रही है.
First Published :
April 12, 2025, 07:30 IST