Last Updated:April 01, 2025, 15:47 IST
IB Officer Megha Suspicious Death: केरल में IB अधिकारी मेघा मधुसूदनन की संदिग्ध मौत की जांच में पुलिस जांच कर रही है. मेघा के परिवार ने आर्थिक शोषण का आरोप लगाया है.

IB अधिकारी मेघा मधुसूदनन की संदिग्ध मौत
हाइलाइट्स
मेघा की संदिग्ध मौत की जांच में सहयोगी की भूमिका की जांच हो रही है.परिवार ने मेघा के सहयोगी पर आर्थिक शोषण का आरोप लगाया है.मेघा ने अपने माता-पिता को सहयोगी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी थी.थिरुवनंतपुरम: केरल के थिरुवनंतपुरम में रेलवे ट्रैक पर मृत मिली IB अधिकारी मेघा मधुसूदनन ने अपने माता-पिता को अपने एक सहयोगी के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बताया था. अब पुलिस उसी सहयोगी की जांच कर रही है, क्योंकि मामला आत्महत्या से जुड़ा हुआ है.
टोल प्लाजा के मैसेज से हुआ खुलासा
onmanorama.com की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2024 में, मेघा को कोच्चि के एक टोल प्लाजा से आधी रात को पैसे कटने का एक SMS मिला. जब उनके माता-पिता ने इस बारे में पूछा, तब उन्हें पता चला कि मेघा IB के एक अधिकारी के साथ थीं.
शुरुआत में, परिवार को लगा कि मेघा की कार चोरी हो गई है. उन्होंने तुरंत उसे कॉल किया. मेघा ने बताया कि वह अपने दोस्त के साथ ड्राइव पर थी, लेकिन उसने ज्यादा जानकारी नहीं दी. यहां तक कि उस दोस्त का नंबर भी नहीं दिया.
उनके पिता ने कहा, “हमें लगा कि वह बाद में शादी के बारे में बताएगी, लेकिन उसने कभी इस बारे में दोबारा कुछ नहीं कहा.”
पिता ने गिफ्ट की थी कार
जब मेघा को थिरुवनंतपुरम के पेट्टा में विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) में नौकरी मिली, तो उनके पिता ने उन्हें कार गिफ्ट की थी. मेघा ने उसी कार से अपने सहयोगी के साथ एर्नाकुलम की यात्रा की थी. उनके पिता ने बताया कि उन्होंने उस IB अधिकारी से कभी बात नहीं की. मेघा ने अपने माता-पिता को उस व्यक्ति से संपर्क करने से मना किया था. उनके पिता ने बताया कि उन्होंने कभी उसके परिवार से भी बात नहीं की.
आखिरी बार 28 फरवरी को आई थी घर
मेघा अक्सर छुट्टियों और वीकेंड पर घर आती थीं. उनके पिता ही बस की टिकट बुक करते थे.
वह अंतिम बार 28 फरवरी को घर आई थीं और 1 मार्च को वापस लौट गईं. उनके पिता ने कहा, “तब वह बिल्कुल सामान्य लग रही थी. ऐसा नहीं लगा कि वह किसी मानसिक परेशानी में थी.”
बहुत रिजर्व नेचर की थीं मेघा
पुलिस जांच में सामने आया कि मेघा बहुत रिजर्व नेचर की थीं. वो रूममेट्स से भी ज्यादा बात नहीं करती थीं. उनके पास उनका फोन नंबर भी नहीं था. एक महीने पहले ही नए घर में शिफ्ट हुई थीं. इससे पहले, वह अनयारा के हॉस्टल में रहती थीं. उनके माता-पिता अक्सर वहां के वॉर्डन से बात करते थे. रेलवे ट्रैक पर जाने की कोई वजह नहीं थी. पुलिस को रेलवे ट्रैक पर उनकी मौजूदगी संदिग्ध लग रही है. उनका किराए का घर चक्कई में था. वहां से एयरपोर्ट या अस्पताल आसानी से पहुंचा जा सकता था. रेलवे ट्रैक से जाने की कोई जरूरत नहीं थी.
बता दें कि मेघा ने कक्षा 10 के बाद हॉस्टल में रहकर पढ़ाई की. नोएडा के एमिटी यूनिवर्सिटी से बीएससी (ऑनर्स) – फॉरेंसिक साइंस की डिग्री ली. पढ़ाई के बाद घर लौटीं और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए पाला में कोचिंग सेंटर जॉइन किया. परीक्षा पास करने के बाद जोधपुर ट्रेनिंग के लिए गईं. वहां उनकी मलप्पुरम के एक युवक से दोस्ती हुई, जो उसी साल भर्ती हुआ था.
आर्थिक शोषण का आरोप
परिवार का आरोप है कि मेघा के सहयोगी ने उसका आर्थिक शोषण (Economic exploitation) किया. बैंक स्टेटमेंट की जांच के बाद परिवार को शक हुआ. परिवार ने बैंक स्टेटमेंट पुलिस को मेल किए. पुलिस के अनुसार, सभी लेन-देन आपसी सहमति से हुए थे.
First Published :
April 01, 2025, 15:46 IST