Last Updated:August 09, 2025, 02:53 IST

मुंबई. सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जस्टिस अभय ओका ने शुक्रवार को कहा कि कुछ लोगों का यह मानना हो सकता है कि जजों की नियुक्ति की कॉलेजियम प्रणाली दोषपूर्ण है, लेकिन इसके लिए बेहतर प्रणाली ढूंढनी होगी. उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में “सरकार को जवाबदेह बनाना: स्वतंत्र न्यायपालिका और मुक्त प्रेस की भूमिका” विषय पर कहा कि कोई भी प्रणाली पूर्णतया परिपूर्ण नहीं होती.
वर्तमान प्रणाली के तहत, वरिष्ठतम जजों का एक कॉलेजियम उच्च न्यायालयों और उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए केंद्र सरकार को सिफारिशें करता है. पूर्व न्यायाधीश ओका ने कहा, “कोई कह सकता है कि कॉलेजियम प्रणाली गलत है, लेकिन हमें मौजूदा कॉलेजियम प्रणाली के स्थान पर एक बेहतर प्रणाली विकसित करनी होगी.”
उन्होंने कहा, “कोई भी व्यवस्था पूर्णतया परिपूर्ण नहीं हो सकती. हर व्यवस्था में खामियां होती हैं. न्यायपालिका में खामियां होती हैं, कार्यपालिका में खामियां होती हैं. इसलिए हमें एक बेहतर व्यवस्था ढूंढनी होगी… एक बेहतर व्यवस्था विकसित करनी होगी.” वह कॉलेजियम प्रणाली की कार्यप्रणाली और कुछ न्यायाधीशों की नियुक्ति में देरी के बारे में पूछे गए प्रश्न का उत्तर दे रहे थे.
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...
और पढ़ें
Location :
Mumbai,Maharashtra
First Published :
August 09, 2025, 02:53 IST