'वक्फ कानून पर रोक लगाएं' SC में अभिषेक सिंघवी ने दी ऐसी दलील, CJI बोले- हम...

2 days ago

वक्फ संशोधित कानून के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. सीजेआई संजीव खन्ना, जस्टिस पीवी संजय कुमार और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच इस मामले में दायर 70 याचिकाओं पर सुनवाई की. सुप्रीम कोर्ट में असदुद्दीन ओवैसी, कपिल सिब्बल, अभिषेक मनुसिंघवी, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, सहित अन्य याचिकाकर्ता के वकील कोर्ट में मौजूद हैं.

इन याचिकाओं में वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 की कई धाराओं को संविधान विरोधी बताते हुए उन्हें रद्द करने की मांग की गई है. वहीं वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 के समर्थन में कई राज्यों ने भी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.

छत्तीसगढ़, असम, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और राजस्थान ने अर्जी दाखिल कर मामले में पक्षकार बनने की अनुमति मांगी है. इन राज्यों ने वक्फ कानून को चुनौती देने वाले याचिकाकर्ताओं की इस दलील का विरोध किया कि वक्फ संशोधन अधिनियम संविधान का उल्लंघन करता है. उधर केंद्र सरकार को भरोसा है कि सुप्रीम कोर्ट संसद से पारित इस कानून को गिराएगा नहीं.

Waqf Act SC Hearing Live : 'मीलॉर्ड वक्फ अधिनियम पर रोक लगाएं...' अभिषेक मनुसिंघवी ने दी ऐसी दलील, CJI बोले- हम...

अभिषेक मनु सिंघवी ने वक्फ संशोधित कानून पर रोक की मांग की. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से कहा- यह केस इसका नहीं कि किस-किस याचिका को हाईकोर्ट भेजा जाए. नए कानून के प्रावधान तत्काल की प्रभावी हो गए हैं. इन पर स्टे लगाया जाना चाहिए.

वहीं सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम इस पर बाद में विचार करेंगे.

Waqf Act SC Hearing Live : आपको समस्या क्या है... वक्फ अधिनियम पर सिब्बल ने दी राम जन्मभूमि वाली दलील, तो CJI ने पूछा लिया सवाल

कपिल सिब्बल ने कहा कि यह पूरी तरह से सरकारी टेकओवर है. सिब्बल ने राम जन्मभूमि के फैसले का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि धारा 36, आप उपयोगकर्ता द्वारा बना सकते हैं, संपत्ति की कोई आवश्यकता नहीं है. मान लीजिए कि यह मेरी अपनी संपत्ति है और मैं इसका उपयोग करना चाहता हूं, मैं पंजीकरण नहीं करना चाहता.

सीजेआई ने कहा कि पंजीकरण में क्या समस्या है? सिब्बल ने कहा कि मैं कह रहा हूं कि उपयोगकर्ता द्वारा वक्फ को समाप्त कर दिया गया है, यह मेरे धर्म का अभिन्न अंग है, इसे राम जन्मभूमि फैसले में मान्यता दी गई है. सिब्बल ने कहा कि समस्या यह है कि वे कहेंगे कि यदि वक्फ 3000 साल पहले बनाया गया है तो वे डीड मांगेंगे.

Waqf Act SC Hearing Live : वक्फ अधिनियम पर कपिल सिब्बल देते रहे दलील पर दलील, सुप्रीम कोर्ट करती रही काट

कपिल सिब्बल ने फिर सुप्रीम कोर्ट से कहा, ‘वक्फ डीड बनाए बिना कोई संपत्ति वक्फ नहीं की जा सकती है. इस कोर्ट ने पूछा किया इसमें गलत क्या है?

फिर सिब्बल ने कहा कि मैं उपयोगकर्ता के रूप में वक्फ संपत्ति बना सकता हूं. यह मेरी संपत्ति है, अगर मैं इसे वक्फ करना चाहूं तो इसमें मसला क्या है? तो इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘आप इसे वक्फ की तरह भी रजिस्टर करवा सकते हैं, क्योंकि इससे आपको भी फायदा होगा. यह कैसे लाभकारी नहीं है?

Waqf Act SC Hearing Live : वक्फ बोर्ड में क्या दो से ज्यादा हो सकते हैं गैर मुस्लिम सदस्य? सुप्रीम कोर्ट का सरकार से सवाल

कपिल सिब्बल ने कहा, ‘सेंट्रल वक्फ काउंसिल (1995) के तहत बोर्ड में सभी मुस्लिम होते थे. हिन्दू और सिख बोर्ड में भी सभी सदस्य हिन्दी और सिख ही होते हैं. नए वक्फ संशोधित अधिनियम में विशेष सदस्यों के नाम पर गैर मुस्लिमों को जगह दी गई है. यह नया कानून अधिकारों का सीधा उल्लंघन है.

इस पर सीजेआई की बेंच ने कहा कि वह सरकार से यह पूछना चाहेगी कि वक्फ बोर्ड में दो गैर मुस्लिम सदस्यों की संख्या न्यूनतम रखी गई है या अधिकतम..

Waqf Act SC Hearing Live : कपिल सिब्बल से बोले CJI संजीव खन्ना- यह व्याख्या तो आपके पक्ष में...

वक्फ संसोधित अधिनियम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दलील पेश करते हुए कपिल सिब्बल ने अपनी आपत्तियां दर्ज कराई. उन्होंने कहा, ‘आपने एक ऐसे अधिकारी को नामित किया है जो सरकार का अधिकारी है, यह (स्वभाविक रूप से) असंवैधानिक है. यह हमारी तीसरी चुनौती है. चौथी चुनौती यह है कि किसी स्मारक को अगर संरक्षित घोषित किया गया है, या उसे वक्फ घोषित किया गया है, तो वह घोषणा अवैध मानी जानी चाहिए.’

इस पर CJI संजीव खन्ना ने कहा, ‘ऐसे कितने मामले हैं? मेरी समझ के अनुसार, यह व्याख्या आपके पक्ष में लगती है. अगर कोई संपत्ति पहले वक्फ के रूप में घोषित हुई थी और बाद में उसे प्राचीन स्मारक घोषित किया गया, तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता- वह वक्फ बनी रहेगी. आपको आपत्ति केवल तब होनी चाहिए जब किसी संपत्ति को पहले संरक्षित स्मारक घोषित किया गया हो और बाद में वक्फ घोषित कर दिया गया हो.

Waqf Act SC Hearing Live : कपिल सिब्बल से बोले CJI संजीव खन्ना- यह व्याख्या तो आपके पक्ष में...

वक्फ संसोधित अधिनियम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दलील पेश करते हुए कपिल सिब्बल ने अपनी आपत्तियां दर्ज कराई. उन्होंने कहा, ‘आपने एक ऐसे अधिकारी को नामित किया है जो सरकार का अधिकारी है, यह (स्वभाविक रूप से) असंवैधानिक है. यह हमारी तीसरी चुनौती है. चौथी चुनौती यह है कि किसी स्मारक को अगर संरक्षित घोषित किया गया है, या उसे वक्फ घोषित किया गया है, तो वह घोषणा अवैध मानी जानी चाहिए.’

इस पर CJI संजीव खन्ना ने कहा, ‘ऐसे कितने मामले हैं? मेरी समझ के अनुसार, यह व्याख्या आपके पक्ष में लगती है. अगर कोई संपत्ति पहले वक्फ के रूप में घोषित हुई थी और बाद में उसे प्राचीन स्मारक घोषित किया गया, तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता- वह वक्फ बनी रहेगी. आपको आपत्ति केवल तब होनी चाहिए जब किसी संपत्ति को पहले संरक्षित स्मारक घोषित किया गया हो और बाद में वक्फ घोषित कर दिया गया हो.

Waqf Act SC Hearing Live: इसलिए संसद ने मुसलमानों के लिए कानून बनाया है... वक्फ अधिनियम पर बोले CJI

सीजेआई ने कहा, ‘लेकिन हिंदुओं में ऐसा होता है… इसलिए संसद ने मुसलमानों के लिए कानून बनाया है… हो सकता है कि यह हिंदुओं जैसा न हो… अनुच्छेद 26 इस मामले में कानून बनाने पर रोक नहीं लगाएगा… अनुच्छेद 26 सार्वभौमिक है और यह इस मायने में धर्मनिरपेक्ष है कि यह सभी पर लागू होता है.’

Waqf Act SC Hearing Live: वक्फ कानून पर कपिल सिब्बल ने दी मुस्लिम विरासत की दलील, CJI ने तुरंत दिलाई हिन्दुओं की याद

वक्फ कानून पर कपिल सिब्बल ने दी मुस्लिम विरासत की दलील, CJI ने तुरंत दिलाई हिन्दुओं की याद
कपिल सिब्बल ने कहा, राज्य हमें यह बताने वाला कौन होता है कि उत्तराधिकार कैसे होगा?: इस पर सीजेआई ने उन्हें काटते हुए कहा, ‘हिंदुओं के मामले में भी, उत्तराधिकार हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम के तहत संसद द्वारा परिभाषित किया जाता है.’

Waqf Act SC Hearing Live: 'मेरा संपत्ति, मेरा अधिकार, रोक कैसे लगा सकती है सरकार...' वक्फ कानून पर सुप्रीम कोर्ट में सिब्बल की दमदार दलील

कपिल सिब्बल ने कहा कि नए कानून के मुताबिक, अगर किसी ने 5 साल से कम वक्त से इस्लाम धर्म अपना रखा है तो वह संपत्ति दान नहीं कर सकता. यह गलत है. मेरी संपत्ति है. उसपर मेरा अधिकार है. इस तरह से रोक कैसे लगाया जा सकता है.

Waqf Act SC Hearing Live: वक्फ अधिनियम पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू, कपिल सिब्बल, अभिषेक मनुसिंघवी की दलीलों की काट करेंगे तुषार मेहता

वक्फ संशोधित कानून के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है. सीजेआई संजीव खन्ना, जस्टिस पीवी संजय कुमार और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच इस मामले में दायर 70 याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है. सुप्रीम कोर्ट में असदुद्दीन ओवैसी, कपिल सिब्बल, अभिषेक मनुसिंघवी, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, सहित अन्य याचिकाकर्ता के वकील कोर्ट में मौजूद हैं.

Waqf Amendment Act SC Hearing LIVE : 'वक्फ संसोधित अधिनियम संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन'

एडवोकेट प्रदीप यादव ने वक्फ संसोधित अधिनियम को संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन बताया, जो सभी नागरिकों को समानता का अधिकार देता है. उन्होंने कहा कि वक्फ अधिनियम मुस्लिम समुदाय से संबंधित धार्मिक विषय है, और इसमें गैर-मुस्लिम सदस्यों की नियुक्ति की अनुमति देना धार्मिक स्वतंत्रता (अनुच्छेद 25-30) के अधिकारों का उल्लंघन है. उन्होंने सवाल उठाया कि जब अन्य धर्मों के ट्रस्टों में बाहरी लोगों की अनुमति नहीं होती, तो वक्फ में यह प्रावधान क्यों? प्रदीप यादव ने यह भी कहा कि इस संशोधन के जरिए एक समुदाय विशेष को निशाना बनाया जा रहा है और यह भारत को धार्मिक असहिष्णुता की ओर ले जा सकता है. उन्होंने अंतरिम रोक की मांग करते हुए इसे “एंट्री मिस्टेक” बताते हुए सुप्रीम कोर्ट से फौरन हस्तक्षेप की अपील की.

Waqf Amendment Act Hearing LIVE : कपिल सिब्बल, अभिषेक मनुसिंघवी... वक्फ कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में ये वकील देंगे दलील

जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी की ओर से सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल दलील पेश करेंगे. वहीं समस्त केरल जमीयतुल उलेमा की ओर से सीनियर एडवोकेट अभीषेक मनुसिंघवी और एडवोकेट जुल्फिकर अली पी.एस. कोर्ट में पक्ष रखेंगे. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी की याचिका की ओर से एडवोकेट निज़ाम पाशा दलीलें पेश करेंगे. इसके अलावा, एडवोकेट प्रदीप यादव दो याचिकाकर्ताओं—तय्यब अहमद सुलेमानी और अंजुम कादरी—की ओर से कोर्ट में उपस्थित होंगे। कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद की ओर से एडवोकेट अनस तनवीर ने याचिका दायर की है और वह भी दलील दे सकते हैं.

Waqf Act SC Hearing Live:वक्फ कानून के खिलाफ सिख भी पहुंचे सुप्रीम कोर्ट, जानें क्या दे रहे दलील

वक्फ कानून के खिलाफ मुस्लिम और हिन्दू पक्षों के अलावा एक सिख ने भी याचिका दायर की है. दया सिंह गुरुद्वारा सिंह सभा, गुड़गांव के अध्यक्ष हैं. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 को चुनौती देते हुए दलील दी है कि यह संशोधन धार्मिक आधार पर धर्मार्थ दान करने के उनके मौलिक अधिकार का उल्लंघन करते हैं, जो सिख मूल्यों पर आधारित एक प्रथा है.

Waqf Amendment Act Hearing LIVE: नया वक्फ कानून वर्शिप एक्ट को कमजोर करने की कोशिश

सुप्रीम कोर्ट में वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ याचिका करने वालों में जलील अहमद भी शामिल हैं. उन्होंने कहा, ‘जो वक्फ (संशोधन) आया है, उसमें ‘यूज़र के आधार पर वक्फ’ (Waqf By User) का नया प्रावधान लाया गया है, जो पूजा स्थलों से संबंधित अधिनियम 1991 (Places of Worship Act, 1991) को कमजोर करने की कोशिश है. दूसरा, इस संशोधन में एक शर्त रखी गई है कि हर वक्फ को हर छह महीने में पोर्टल पर दस्तावेजी सबूत पेश करने होंगे. पहले वक्फ मौखिक होते थे, उनके पास कोई दस्तावेज़ नहीं होते, लेकिन फिर भी वे वक्फ माने जाते थे. यह अधिनियम समुदाय पर असंवैधानिक रूप से थोपा गया है. न्याय की उम्मीद सिर्फ अदालत से ही है, हमें आशा है कि सुप्रीम कोर्ट न्याय करेगा.’

Waqf Amendment Act Hearing LIVE: 'सुप्रीम कोर्ट जाएं, लेकिन...' वक्फ कानून के विरोधियों को सीएम हिमंत ने दी चेतावनी

नए वक्फ कानून को लेकर जगह-जगह हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सख्त चेतावनी दी है. उन्होंने कहा, ‘वक्फ कानून एक सच्चाई है. जिसे इसका विरोध करना है, उसे सर्वोच्च न्यायालय जाने की पूरी आजादी है. लेकिन असम में वक्फ के नाम पर न तो पत्थरबाजी होगी और न ही कोई हिंसा बर्दाश्त की जाएगी. जो इसका विरोध कर रहे हैं, वे यह बात भली भांति याद रखें.’

Waqf Law Protest Live Updates: नए वक्फ कानून पर मौलवियों संग ममता बनर्जी की बैठक

वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ बढ़ते विरोध प्रदर्शन को लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के साथ बैठक में भाग लेने के लिए मुस्लिम मौलवी और मुस्लिम समुदाय के धार्मिक नेता कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में पहुंचने लगे हैं.

SC Waqf Hearing Live Updates: 'नए वक्फ कानून पर कोई दखल नहीं देगा सुप्रीम कोर्ट...'केंद्र सरकार को यकीन

केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि उन्हें पूरा भरोसा है कि सुप्रीम कोर्ट नए वक्फ कानून जैसे विधायी मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि विधायिका और न्यायपालिका को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए. दो दिन पहले हरियाणा में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नए कानून का जोरदार बचाव करते हुए कहा कि वक्फ कानून ‘असली सामाजिक न्याय’ है.

Waqf Law Supreme Court Live Updates: वक्फ कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में ओवैसी, अमानतुल्लाह सहित 70 याचिकाओं पर सुनवाई

नए वक्फ कानून के खिलाफ AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने वाले पहले व्यक्ति थे. वहीं ओखला से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने भी याचिका दायर की है. इस मामले के दूसरे याचिकाकर्ताओं में एसोसिएशन फॉर द प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स, जमीयत उलमा-ए-हिंद के अरशद मदनी, कांग्रेस पार्टी के इमरान मसूद और उदित राज, आरजेडी के मनोज कुमार झा, टीएमसी की महुआ मोइत्रा, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, सीपीआई (मार्क्सवादी) के मोहम्मद सलीम, शिया धर्मगुरु सैयद कल्बे जवाद नकवी और अंजुमन-ए-इस्लाम शामिल हैं। विष्णु शंकर जैन ने भी सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है.

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