Last Updated:April 18, 2025, 14:46 IST
Dawoodi Bohra Waqf Law: वक्फ संशोधन कानून के अमल में आने के बाद से ही विरोध प्रदर्शन का सिलसिला शुरू हो गया है. पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में प्रदर्शन ने हिंसक रूप धारण कर लिया. इसमें व्यापक पैमाने पर ...और पढ़ें

दाऊदी बोहरा समुदाय ने वक्फ संशोधन कानून का समर्थन किया है.
हाइलाइट्स
दाऊदी बोहरा समुदाय ने वक्फ कानून में संशोधन का किया समर्थनसमुदाय के लोगों ने कहा- साल 1923 से कर रहे थे इसकी डिमांडवक्फ संशोधन कानून को SC में दी गई है चुनौती, 5 मई को सुनवाईनई दिल्ली. वक्फ कानून में संशोधन के बाद से विरोध और समर्थन का दौर चल पड़ा है. एक पक्ष इसका पुरजोर समर्थन कर रहा है, तो दूसरा पक्ष इसका इस हद तक विरोध कर रहा है कि इसे सुप्रीम कोर्ट तक में चुनौती दे दी है. पश्चिम बंगाल वक्फ संशोधन कानून के विरोध का केंद्र बन चुका है. खासकर मुर्शिदाबाद में हिंसक प्रदर्शन के बाद समाज के हर तबके में इसपर चर्चा होने लगी है. वक्फ कानून में किए गए संशोधन को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती भी दी गई है. शीर्ष अदालत इस मामले पर दो सुनवाई कर चुका है. अब अगली सुनवाई 5 मई 2025 को होनी है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सुप्रीम कोर्ट का इसपर क्या रुख रहता है. बता दें कि इससे पहले संसद के दोनों सदनों ने वक्फ संशोधन बिल को पास कर दिया था, जिसके बाद राष्ट्रपति ने भी इसपर अपनी मुहर लगा दी थी. उसके बाद औपचारिक तौर पर गजट नोटिफिकेशन जारी कर इसके अमल में आने की घोषणा कर दी गई. संसद और सड़क के बाद अब कोर्ट में इसकी लड़ाई चल रही है. इस बीच, मुस्लिमों के ही एक गुट ने इसका समर्थन करने का ऐलान कर दिया है. दाऊदी बोहरा समुदाय के प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर कानून में संशोधन का समर्थन किया है. अब सवाल यह है कि दाऊदी बोहरा समुदाय वक्फ में संशोधन से क्यों खुश है और वह क्यों इसका सपोर्ट कर रहा है.
दरअसल, वक्फ संशोधन कानून के प्रति अपन समर्थन जताने के लिए दाऊदी बोहरा समुदाय के प्रतिनिधियों ने 17 अप्रैल 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. इस दौरान समुदाय के प्रतिनिधियों ने बताया कि वह वक्फ कानून में संशोधन का पूरी तरह से समर्थन करते हैं. बोहरा समुदाय के प्रतिनिधिमंडल ने संसद से पारित वक्फ संशोधन का स्वागत किया और इस कानून को पारित करवाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया. इस संशोधित कानून में दाऊदी बोहरा समुदाय की प्रमुख मांगों को शामिल किया गया है. बता दें कि दाऊदी बोहरा शिया मुसलमानों के बीच एक अल्पसंख्यक उपसमूह (Sub-Group) है. यह समुदाय विश्वभर के 40 से अधिक देशों में बसा है. दुनियाभर में दाऊदी बोहरा समुदाय का मार्गदर्शन उनके नेता अल-दाई-अल-मुतलक द्वारा किया जाता है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
April 18, 2025, 14:40 IST