Last Updated:April 12, 2025, 07:10 IST
Waqf Protest in Murshidabad Latest Update: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए, जिसमें पत्थरबाजी, आगजनी और पुलिसकर्मियों पर हमले हुए. पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमा...और पढ़ें

वक्फ कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन, 10 पुलिसकर्मी घायल (PTI)
हाइलाइट्स
मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ हिंसा भड़की.प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी और आगजनी की.हिंसा में 10 पुलिसकर्मी घायल, पुलिस ने लाठीचार्ज किया.Murshidabad Violence Latest Update: वक्फ कानून बन गया पर बवाल अब भी जारी है. पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून को लेकर फिर हिंसा भड़की है. मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन की आड़ में पत्थरबाजी और आगजनी हुई है. मुर्शिदाबाद में बीते एक सप्ताह में यह दूसरी हिंसा है. मुर्शिदाबाद समेत बंगाल के कई हिस्सों में शुक्रवार को वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन हुए. इस प्रदर्शन के दौरान जमकर उत्पात मचाया गया. प्रदर्शनकारियों ने वाहनों में आग लगा दी. सड़क और रेल यातायात को बाधित किया गया. पुलिस से ऐसे भिड़े कि 10 पुलिसवाले ही घायल हो गए. तो चलिए जानते हैं कि आखिर मुर्शिदाबाद में इतना बवाल क्यों है?
पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में वक्फ कानून के खिलाफ शुक्रवार को हिंसक प्रदर्शन हुए. प्रदर्शनकारियों ने जमकर बवाल काटा. कानून को अपने हाथ में लिया और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को कंट्रोल करने की कोशिश की तो उन पर पत्थरों की बरसात होने लगी. कई पुलिस वाले भी जख्मी हो गई. एक पुलिस के अधिकारी केे मुताबिक, मुर्शिदाबाद जिले के सुती में प्रदर्शन तब हिंसक हो गया, जब निषेधाज्ञा के बावजूद प्रदर्शनकारी एकत्र हुए और सड़कों को अवरुद्ध कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव किया, जुलूस के दौरान पुलिस वैन और सार्वजनिक बसों को आग लगा दी. शुक्रवार को जुमे की नमाज थी. प्रदर्शन को लेकर प्लानिंग पहले से थी. हिंसा तब शुरू हुई, जब जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग एकत्र हुए और वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया. उन्होंने शमशेरगंज में डाकबंगला मोड़ से सुतिर सजुर मोड़ तक राष्ट्रीय राजमार्ग-12 के एक हिस्से को अवरुद्ध कर दिया. एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन शांति से चल रहा था. पुलिस भी शांति व्यवस्था के लिहाज से मुस्तैद थी. प्रदर्शन तब हिंसक हो गया, जब प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस वैन पर पथराव किया. इसके परिणामस्वरूप पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई, जिसमें लगभग 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए. अधिकारी की मानें तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर बम जैसे पदार्थ फेंके. इसके बाद पुलिस ने अनियंत्रित भीड़ को नियंत्रण में लाने के लिए लाठीचार्ज किया. लाठीचार्ज से प्रदर्शनकारी और आग बबूला हो गए. बाद में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. हिंसक प्रदर्शन में नौबत यह आ गई कि हिंसा के बीच कुछ पुलिसकर्मियों को पास की एक मस्जिद में शरण लेनी पड़ी. वहीं, जिला प्रशासन ने सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया. वहीं, मालदा में प्रदर्शनकारियों ने रेल पटरियों पर धरना दिया जिससे ट्रेन की आवाजाही प्रभावित हुयी। इस बीच, राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने राज्य सरकार को संवेदनशील क्षेत्रों में गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल और प्रभावी कार्रवाई करने को कहा है. वहीं, पूर्वी रेलवे के फरक्का-आज़िमगंज खंड पर भी ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं. हालांकि, यह पहली बार नहीं है. इससे पहले 8-9 अप्रैल को भी मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़की थी. मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर में मंगलवार को वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में प्रदर्शन हुआ था. उस दौरान भी पुलिस पर पर पथराव किया गया और उसके वाहनों में आग लगा दी गई. कई जगहों पर खूब आगजनी हुई. नौबत यह आई कि अब इंटरनेट सस्पेंड कर दिया गया है. इलाके में धारा 144 यानी नए कानून की धारा 163 लागू कर दी गई. उस वक्त भी सूती में खूब बवाल हुआ था. प्रशासन ने रघुनाथगंज पुलिस स्टेशन और सुती पुलिस स्टेशन के पूरे क्षेत्र में धारा 144 (नए कानून की धारा 163) लागू कर दी थी. इतना ही नहीं इंटरनेट को भी सस्पेंड कर दिया गया था.First Published :
April 12, 2025, 06:32 IST