Last Updated:April 18, 2025, 17:08 IST
Tur Daal Price : सरकार ने किसानों से 3.40 लाख टन तुअर दाल की खरीदकर 10 लाख टन का बफर बनाने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा दिया है. सरकार की मंशा मुश्किल समय में तुअर दाल की कीमतों पर नियंत्रण करना है.

सरकार ने इस साल किसानों से 3.40 लाख टन तुअर दाल खरीदा है.
हाइलाइट्स
सरकार ने 3.40 लाख टन तुअर दाल खरीदी.तुअर दाल का 10 लाख टन बफर स्टॉक बनेगा.कीमत नियंत्रण के लिए सरकार ने तुअर दाल खरीदी.नई दिल्ली. देशभर की ज्यादातर मंडियों में अरहर दाल के रेट 15 हजार रुपये प्रति क्विंटल यानी 150 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव को छू रहे हैं. ऐसे समय में केंद्र सरकार ने किसानों से 3.40 लाख टन अरहर यानी तुअर दाल की खरीद कर डाली है. आखिर सरकार ने यह कदम क्यों उठाया और इसका आम आदमी व बाजार पर क्या असर पड़ सकता है.
कृषि मंत्रालय ने शुक्रवार को आंकड़े जारी कर बताया कि सरकार ने मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत इस साल अब तक 3,40,000 टन तुअर (अरहर) की खरीद की है. योजना के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर तुअर की खरीद की जा रही है, जिसका फायदा सीधे तौर पर देश के किसानों को मिल रहा है. मंत्रालय ने बताया कि उसने 9 राज्यों से 13.22 लाख टन तुअर की खरीद को मंजूरी दी है.
10 लाख टन का बफर स्टॉक बनेगा
सरकार ने न सिर्फ 13 लाख टन से ज्यादा की तुअर खरीद को मंजूरी दी है, बल्कि उसका लक्ष्य 10 लाख टन अरहर दाल का स्टॉक तैयार करना भी है. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार ने 13 अप्रैल तक तुअर की खरीद 3,40,000 टन तक पहुंचा दी है. इस दौरान कर्नाटक से सर्वाधिक 1,30,000 टन की खरीद की, जहां किसानों को 7,550 रुपये प्रति क्विंटल के एमएसपी के ऊपर 450 रुपये प्रति क्विंटल का राज्य ‘बोनस’ भी दिया जा रहा है. इसके अलावा आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश में भी तुअर दाल की खरीद हुई है.
दूसरी दालें भी खरीद रही सरकार
सरकार ने तेलंगाना और मध्य प्रदेश से 17,000 टन चना भी खरीदा है. हालांकि, 27 लाख टन चना खरीद की मंजूरी के बावजूद इसकी खरीद धीमी बनी हुई है, क्योंकि 10 प्रतिशत आयात मूल शुल्क लगाए जाने के बाद घरेलू कीमतें 5,650 रुपये प्रति क्विंटल के एमएसपी से अधिक हो गई हैं. मसूर की खरीद 13 अप्रैल तक 28,700 टन और मूंग की खरीद 3,000 टन तक पहुंच गई है.
सरकार क्यों खरीद रही दाल, क्या फायदा
सरकार ने तुअर दाल का करीब 10 लाख टन का बफर बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. इसका मकसद मुश्किल या कम आपूर्ति के समय बाजार में इसकी कीमतों पर नियंत्रण करना है. जब बाजार में दालों की कीमतों में असमान उछाल आता है तो सरकार अपने बफर से दाल बाजार में उतारती है और कम कीमत पर इसकी बिक्री करती है. सरकार ने 2024-25 के बजट में दालों के उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए 2028-29 तक केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से राज्य उत्पादन के सापेक्ष अरहर, मसूर और उड़द की 100 प्रतिशत खरीद करने की प्रतिबद्धता जताई है. देश में भले ही दालों के उत्पादन में वृद्धि हुई है, लेकिन आज भी हम आयात पर ही निर्भर हैं.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
April 18, 2025, 17:08 IST
सरकार ने खरीद डाली 3.40 लाख टन अरहर दाल, कहां करेगी खर्च?