Last Updated:June 25, 2025, 10:03 IST
Karnataka News: कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सिद्दारमैया ने सत्ता की कमान संभाली. प्रदेश सरकार ने इसके साथ ही पांच योजनाओं की भी शुरुआत की, जिससे खजाने पर हजारों करोड़ रुपये का बोझ पड़ा है.

कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने फंड की कमी का हवाला दिया था, जिसपर सियासत तेज हो गई है. विवाद बढ़ने पर वह अपने बयान से पलट गए. (फोटो: पीटीआई)
हाइलाइट्स
कर्नाटक सरकार की 5 स्कीम पर हजारों करोड़ रुपये का खर्चप्रदेश के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने की पैसे की कमी की बातसियासी पारा चढ़ा तो बयान से पलट गए सीएम सिद्दारमैया के मंत्रीबेंगलुरु. कर्नाटक में विधानसभा चुनाव प्रचार अभियान के दौरान कांग्रेस ने प्रदेश की जनता से कई वादे किए थे. सरकार बनने पर एक-एक कर उनपर अमल करने का सिलसिला शुरू किया गया. इससे सिद्दारमैया सरकार के खजाने पर हजारों करोड़ रुपये का बोझ बढ़ा है. फ्री की स्कीम लागू करने के बाद समय-समय पर कर्नाटक सरकार का खजाना खाली होने की बात सामने आती रहती है. अब एक बार फिर से ऐसा ही मामला सामने आया है. कांग्रेस के दिग्गज नेता और सिद्दारमैया कैबिनेट में गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने एक कार्यक्रम के दौरान कर्नाटक सरकार के पास पैसों की कमी होने की बात कही. इसपर जब सिायासत गर्माने लगी तो उन्हें सफाई देना पड़ा है.
दरअसल, कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर द्वारा फंड की कमी को लेकर की गई टिप्पणी से प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है. सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे उनके बयान ने विपक्ष को सरकार की वित्तीय स्थिति पर सवाल उठाने का मौका दे दिया है. सोमवार शाम उत्तर कर्नाटक के बादामी में एक फायर स्टेशन के उद्घाटन के दौरान बोलते हुए परमेश्वर ने स्थानीय कांग्रेस विधायक बीबी चिम्मनकट्टी से अपील की कि वे क्षेत्र के विकास के लिए 1,000 करोड़ रुपये की योजना तैयार करें और इसे केंद्र सरकार को भेजें. इस दौरान उन्होंने मुस्कराते हुए कहा, ‘हमारे पास पैसे नहीं हैं, न सिद्धारमैया के पास हैं.’ उनके इस बयान से वहां ठहाके गूंज उठे. परमेश्वर ने आगे कहा, ‘चावल, दाल और तेल देने के बाद फंड खाली हो गया है.’ इसके बाद बगल में बैठे उत्पाद शुल्क मंत्री आरबी तिम्मापुर की ओर इशारा करते हुए आगे काह कि लो, हमारे ‘एन्ने’ मंत्री (शराब मंत्री) तो यहीं बैठे हैं.
कांग्रेस सरकार को देना पड़ा जवाब
हालांकि, मंच पर यह बात हंसी में टाल दी गई, लेकिन वायरल वीडियो के बाद सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार को जवाब देने की नौबत आ गई. हालांकि, विवाद बढ़ने पर मंत्री ने स्पष्ट किया कि उनकी बातों को गलत तरीके से लिया गया है और राज्य सरकार आर्थिक संकट में नहीं है. परमेश्वर ने कहा, ‘मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा…किसने कहा कि हमारे पास पैसे नहीं हैं?’ उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने रिकॉर्ड बजट पेश किया है और वह खुद सरकार का बचाव कर रहे थे. परमेश्वर ने कहा कि मैंने मजाक में कुछ बात कही थी, उसी तरह से जवाब भी दिया. वे राज्य की वित्तीय स्थिति को लेकर आंकड़े पेश करते हुए कहा कि सिंचाई के लिए 22,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. इसके अलावा
पांच गारंटी योजनाओं के लिए पर्याप्त राशि आवंटित की गई है.
क्या कहा था?
मंत्री परमेश्वर ने यह भी कहा कि फंड रिलीज में कभी-कभी देरी हो सकती है, क्योंकि डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) और अनुमानों की प्रक्रिया समय लेती है. लेकिन, इसका यह मतलब नहीं कि सरकार के पास पैसे नहीं हैं. मैं आधिकारिक रूप से कह रहा हूं कि किसी भी प्रकार की वित्तीय तंगी नहीं है. उनकी सफाई के बावजूद ‘हमारे पास पैसे नहीं हैं, न सिद्धारमैया के पास हैं’ वाली टिप्पणी सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है. विपक्षी दल इसे गारंटी योजनाओं की स्थिरता और बजट प्रबंधन पर निशाना साधने का मौका मान रहे हैं.
बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें
बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...
और पढ़ें
Location :
Bangalore,Karnataka