स्कूटर-लैपटॉप आधे दाम पर, सुनकर 30000 हजार ने भर दिया फॉर्म, फिर हुआ गंदा खेल

1 month ago

Last Updated:February 18, 2025, 19:56 IST

Kerala News: लोगों को सस्ते दामों में लैपटॉप और स्कूटर वगैरह बेचने का लालच देकर उनसे 500 करोड़ से ज्यादा की रकम ऐंठ ली. मामला सामने आते ही पूरे केरल में हड़कंप मच गया. अब इस केस में ईडी की भी एंट्री हो चुकी है.

स्कूटर-लैपटॉप आधे दाम पर, सुनकर 30000 हजार ने भर दिया फॉर्म, फिर हुआ गंदा खेल

ईडी ने ठगी के मामले में केरल में कई ठिकानों छापेमारी की.

हाइलाइट्स

केरल में 500 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया.ईडी ने केरल में 12 स्थानों पर छापेमारी की.मुख्य आरोपी अनंतु कृष्णन के 21 बैंक खाते हैं.

तिरुवनंतपुरम. अगर स्कूटर, लैपटॉप और होम अप्लायंसेज आधी कीमत पर मिले तो उसे कौन नहीं लेना चाहेगा. ऐसा ही कुछ हुआ केरल में. वहां पर लोगों से वादा किया गया कि उन्हें ये सब चीजें बाजार से आधे दामों पर मिलेंगी, लेकिन इस स्कीम की सच्चाई सामने आने से लोग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं और यही वजह है कि अब इसमें ईडी की एंट्री हो चुकी है. जांच एजेंसी ने मंगलवार को केरल में 12 स्थानों पर छापेमारी की. यह छापेमारी एक सीएसआर फंड घोटाले के सिलसिले में की गई, जिसमें एनजीओ के एक गिरोह पर आरोप है कि उन्होंने लोगों को आधी कीमत पर स्कूटर, लैपटॉप और घरेलू उपकरण देने का वादा करके लगभग 500 करोड़ रुपए की ठगी की.

यह छापेमारी 26 वर्षीय अनंतु कृष्णन से जुड़े ठिकानों पर की गई, जो इस योजना के मुख्य व्यक्ति माने जा रहे हैं. इसके अलावा, प्रमुख एनजीओ श्री सत्य साई अनाथालय ट्रस्ट के अध्यक्ष के एन आनंदकुमार और कांग्रेस नेता लाली विन्सेंट, जो अनंतु कृष्णन के कानूनी सलाहकार थे, के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई. ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने अपने सूत्रों के हवाले से बताया कि छापेमारी 26 वर्षीय अनंतु कृष्णन से जुड़े ठिकानों पर की गई, जो इस योजना के मुख्य व्यक्ति माने जा रहे हैं. इसके अलावा, प्रमुख एनजीओ श्री सत्य साई अनाथालय ट्रस्ट के अध्यक्ष के एन आनंदकुमार और कांग्रेस नेता लाली विन्सेंट, जो अनंतु कृष्णन के कानूनी सलाहकार थे, के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई.

स्टेट क्राइम ब्रांच ने कृष्णन, आनंदकुमार और अन्य के खिलाफ कई मामले दर्ज किए थे, जिसके बाद ईडी ने सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) फंड के नाम पर मनीलॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की. क्राइम ब्रांच ने कोच्चि की एक अदालत को बताया कि मुख्य आरोपी कृष्णन के 21 बैंक खाते हैं और उन्होंने कथित तौर पर 548 करोड़ रुपये जुटाए, मुख्य रूप से उन 30,000 आवेदकों से जिन्होंने आधी कीमत पर प्रोडक्ट हासिल करने के लिए भुगतान किया था. इस योजना के तहत वादा किया गया था कि ये प्रोडक्ट आधी कीमत पर उपलब्ध कराए जाएंगे और बाकी आधी कीमत सीएसआर फंड से कवर की जाएगी, जिसे कृष्णन द्वारा गठित एनजीओ के एक संघ द्वारा कॉर्पोरेट संस्थाओं से जमा किया जाएगा.

क्राइम ब्रांच ने पहले भी कोच्चि में कृष्णन के ऑफिस पर छापेमारी की थी. सोमवार को अदालत ने कृष्णन की दो दिन की पुलिस हिरासत की इजाजत दी थी. सत्य साई अनाथालय ट्रस्ट के अध्यक्ष आनंदकुमार ने तिरुवनंतपुरम के एडिशनल सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है, जब उन्हें उन मामलों में बुक किया गया था, जो कथित रूप से ठगे गए लोगों की शिकायतों से संबंधित थे. आनंद कुमार एनजीओ के संघ के अध्यक्ष थे, जिसे इस घोटाले के लिए जमा किया गया था.

इस बीच, वकीलों के एक समूह ने 18 फरवरी को हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की, जिसमें इस घोटाले के सिलसिले में हाईकोर्ट के पूर्व जज सी. एन. रामचंद्रन नायर के खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने की मांग की गई. याचिका में कहा गया कि पूर्व जज के खिलाफ एफआईआर बिना शुरुआती जांच के दर्ज की गई थी और यह अदालत की छवि को धूमिल करने के समान है. वह भी कथित तौर पर एनजीओ संघ से जुड़े थे.

Location :

Thiruvananthapuram,Kerala

First Published :

February 18, 2025, 19:56 IST

homenation

स्कूटर-लैपटॉप आधे दाम पर, सुनकर 30000 हजार ने भर दिया फॉर्म, फिर हुआ गंदा खेल

Read Full Article at Source