Last Updated:October 07, 2025, 11:09 IST
India-America: अमेरिका में भारतीय मूल की हिंदू एक्टिविस्ट नेता सुहाग शुक्ला ने शशि थरूर के बयान पर करारा प्रहार किया है. दरअसल, थरूर ने टैरिफ और एच-1बी वीजा पर भारतीय-अमेरिकी प्रवासियों की चुप्पी पर आश्चर्य व्यक्त किया था.

हम भारत से हैं, मगर भारत के ठेकेदार नहीं है…. अमेरिका में भारतीय मूल की हिंदू एक्टिविस्ट सुहाग शुक्ला ने कांग्रेस नेता शशि थरूर को जवाब देते हुए कहा. यह जवाब एक प्रतिष्ठित न्यूज एजेंसी के कॉलम में छपा था. शशि थरूर के सवाल कि आखिर अमेरिका में रह रहे प्रवासी समुदाय भारतीय एच-1बी वीजा या फिर ट्रंप के भारत पर टैरिफ पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं. शशि थरूर के इस सवाल के जवाब में उन्होंने बड़ी ही शालीनता से मगर करारा जवाब दिया है.
अपने कॉलम में उन्होंने लिखा कि अमेरिकी कांग्रेस में 535 सदस्य हैं- 100 सीनेटर और 435 प्रतिनिधि. लेकिन शशि थरूर जी उस समूह के सिर्फ़ एक सदस्य के शब्दों के आधार पर भारतीय अमेरिकी प्रवासियों के बारे में बड़े-बड़े दावे कर दिए. अगर उन्होंने प्रवासी समुदाय के हम और लोगों से, जो दशकों से मज़बूत अमेरिका-भारत सहयोग की वकालत करते रहे हैं, पूछा होता तो उन्हें कुछ और ही सुनने को मिलता, वह साफ और ऊंची आवाज में.
हम भारत के ठेकेदार नहीं
सुहाग शुक्ला ने लिखा, ‘जिस प्रकार भारत और भारतीय नागरिकों का अपने राष्ट्रीय हितों को आगे बढ़ाना कर्तव्य है, उसी प्रकार संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके नागरिकों, जिनमें भारतीय अमेरिकी भी शामिल हैं, का भी अपने राष्ट्रीय हितों को आगे बढ़ाना कर्तव्य है. यह मान्यता हमारी विरासत के साथ विश्वासघात नहीं है, बल्कि नागरिकता और हमारी रगों में बह रहे भारतीय नागरिक मूल्य है. यह एक ऐसा मूल्य है जो हमें मतभेदों के बावजूद शांतिपूर्वक साथ रहने पर जोर देता है. अपने दत्तक देशों के कानूनों का पालन करने और उन समाजों में सकारात्मक योगदान देने के लिए प्रेरित करता है जिनमें हम रहते हैं.
हम भारत के प्रवक्ता नहीं हैं
सुहाग ने कहा, भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों के रूप में, चाहे वे भारत में जन्मे हों और अमेरिका में नागरिकता प्राप्त की हो या यहां जन्मे हों, फिर भी भारत को अपनी पवित्र मातृभूमि मानते हैं. हम वास्तव में भारत और भारतीयों के बारे में अक्सर सिर्फ एकतरफा नैरेटिव वाले एक अनूठी स्थिति में होते हैं. हम अमेरिकी जनता और निर्वाचित नेताओं को भारत की ज़मीनी हक़ीक़त समझने और दुष्प्रचार को दूर करने में मदद कर सकते हैं. मगर हम किसी भारतीय सरकार या राजनीतिक दल के प्रवक्ता नहीं हो सकते हैं. हमारी जिम्मेदारी अमेरिकियों के रूप में है, जो दो संस्कृतियों के बीच घुल-मिलकर रहते हैं. अपने देश की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में शामिल हैं. और हम ऐसा करते भी हैं.
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...और पढ़ें
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
October 07, 2025, 11:05 IST