हरियाणा और उत्तराखंड की तरह बिहार में भी बीजेपी ने आजमाया ये 'टोटका'

1 month ago

Last Updated:February 26, 2025, 14:35 IST

Bihar Cabinet Expansion: बिहार में नीतीश मंत्रिमंडल के विस्तार में बीजेपी ने हरियाणा और उत्तराखंड वाला फॉर्मूला अपनाकर सबको हैरान कर दिया है. बीजेपी ने हाल के वर्षों में जब-जब यह 'टोटका' आजमाया है, उसे जीत मिली...और पढ़ें

हरियाणा और उत्तराखंड की तरह बिहार में भी बीजेपी ने आजमाया ये 'टोटका'

नीतीश सरकार का कैबिनेट विस्तार वाला प्लान बीजेपी नेताओं ने 48 घंटे पहले तैयार किया.

हाइलाइट्स

बीजेपी ने बिहार में भी आजमाया ये 'टोटका'.नीतीश मंत्रिमंडल में 7 नए मंत्री शामिल होंगे.बीजेपी ने जातिगत समीकरण साधने की कोशिश की.

Bihar Cabinet Expansion: बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी ने वही मास्टर स्ट्रोक खेला है, जो हाल के दिनों में हरियाणा और उत्तराखंड में खेला था. नीतीश मंत्रिमंडल के विस्तार में बीजेपी के एक ‘टोटके’ का बड़ा हाथ है. नीतीश सरकार में बीजेपी कोटे से 7 और नए मंत्री बनाए जा रहे हैं. बिहार चुनाव से ठीक 9 महीने पहले नीतीश कैबिनेट का विस्तार होना बीजेपी की एक पुरानी रणनीति का हिस्सा है. बीजेपी की रणनीति कहें या ‘टोटका’, इसी फॉर्मूले या ‘टोटका’ के आजमाने से बीजेपी लगातार सत्ता में वापसी कर रही है. इस ‘टोटके’ की वजह से हाल के दिनों में बीजेपी का स्ट्राइक रेट यानी जीत का प्रतिशत 100 प्रतिशत रहा है. ऐसे में बीजेपी ने वहीं ‘टोटका’ इस बार बिहार में भी आजमा दिया है.

हाल के वर्षों में बीजेपी ने इसी तरह टोटका हरियाणा और उत्तराखंड में आजमाया था. पिछले साल ही हरियाणा चुनाव से ठीक पहले सीएम मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बना दिया. इसका परिणाम यह हुआ कि हरियाणा में चुनाव से पहले हार के कगार पर खड़ी बीजेपी लगातार तीसरी बार जीतकर सत्ता में वापसी कर ली. इसी तरह उत्तराखंड में भी तीरथ सिंह रावत को सीएम पद से हटाकर पुष्कर सिंह धामी को सीएम बनाया गया था. इसका परिणाम यह हुआ कि उत्तराखंड में लगातार दूसरी बार बीजेपी की सरकार बन गई. क्योंकि, बिहार में सीएम बदल नहीं सकते. इसलिए मंत्रिमंडल का विस्तार कर इस बीजेपी ने ‘टोटके’ को आजमाया है.

बीजेपी का टोटका या नया फॉर्मूला
नीतीश कुमार कैबिनेट विस्तार वाला प्लान दिल्ली में बैठे नेताओं ने 48 घंटे पहले ही तैयार किया था. इस विस्तार के जरिए बीजेपी ने राजपूत, भूमिहार, कुर्मी और मंडल सहित कई जातियों को साध लिया. हाल ही में पटना में कुर्मी सम्मेलन कराने वाले विधायक कृष्ण कुमार मंटू को भी मंत्री बनाया गया है. वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जयसवाल ने नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है.

नीतीश मंत्रिमंडल में बीजेपी के कितने मंत्री?
बीते 24 फरवरी को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पटना पहुंचे थे, तभी से मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट तेज हो गई थी. नड्डा के पटना पहुंचने पर सीएम नीतीश कुमार उनसे मिलने पहुंच गए. इस मीटिंग में नड्डा और नीतीश कुमार के साथ-साथ बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जयसवाल, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा भी मौजूद थे. इसी मीटिंग में ही कैबिनेट विस्तार की रुपरेखा तैयार हुई. खास बात यह है कि इस विस्तार में एनडीए ने जाति समीकरण का भी ध्यान रखा है. बिहार में बीजेपी के कोर वोटर भूमिहार और राजपूत जाति का प्रतिनिधत्व देकर जातिगत समीकरण को भी साधा है.

28 फरवरी यानी कल से बिहार में बजट सत्र की शुरुआत होने वाली है. इससे पहले ही कैबिनेट विस्तार कर बीजेपी ने बिहार चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. बिहार के 30 सदस्यीय मंत्रिमंडल में बीजेपी कोटे से फिलहाल दो उपमुख्यमंत्री समेत कुल 15 मंत्री हैं. सात मुख्यमंत्री के शपथ लेने के बाद बिहार में बीजेपी कोटे से कुल 21 मंत्री हो जाएंगे. क्योंकि, एक मंत्री दिलीप जयसवाल इस्तीफा दे चुके हैं. जयसवाल ने पार्टी में एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत का फ़ॉर्मूला अपनाते हुए मंत्री पद से इस्तीफा दिया है.

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Patna,Patna,Bihar

First Published :

February 26, 2025, 14:35 IST

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