Last Updated:April 16, 2025, 09:18 IST
Delhi IGI Airport: आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल वन से पैसेंजर्स का पहला सफर मुसीबत भरा रहा. जाने वाले पैसेंजसर को बैगेज चेकइन में जद्दोजहद का सामना करना पड़ा तो आने वाले पैसेंजर अपने बैगेज के लिए परेशान होते रहे.

हाइलाइट्स
आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल वन का 15 अप्रैल को शुरू हुआ था ऑपरेशनआपॅपरेशन शुरू होने के साथ आई बैगेज चेकइन सिस्टम् में तकनीकी खराबीसिक्योरिटी जांच के लिए भी पैसेंजर को करना पड़ा लंबा इंतजार.Delhi Airport Terminal One: लंबे इंतजार के बाद दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) एयरपोर्ट के नए-नवेले टर्मिनल वन से 15 अप्रैल की रात 00:01 बजे से फ्लाइट ऑपरेशन शुरू कर दिए गए. चूंकि रात में आईजीआई एयरपोर्ट से चुनिंदा डोमेस्टिक फ्लाइट का ही ऑपरेशन होता है, लिहाजा जैसे-तैसे काम चलता रहा. लेकिन, जैसे-जैसे सुबह हुई और पैसेंजर्स का दबाव बढ़ा, नए-नवेले टर्मिनल ने हांफना शुरू कर दिया.
टर्मिनल वन में बात चेक-इन सिस्टम की हो, या फिर बैगेज मेकअप एण्ड ब्रेकअप की हो, हर जगह हालात हायतौबा वाले हो गए थे. जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, हालात बद से बदतर होते चले गए. डिपार्चर टर्मिनल में बैगेज चेक काउंटर में लंबी कतारें लग गई, वहीं एराइवल टर्मिनल में पैसेंजर अपने बैगेज के इंतजार में घंटो खड़े रहे. दोपहर होते-होते हालात इस कदर बिगड़ गए कि डायल ऑफिसियल को लगने लगा कि हालात हाथ से बाहर निकल रहे हैं.
Total chaos at #delhiairport T1, @gmr, belts have all stopped working. . Travel nightmare! #dgca, #aai. @DelhiAirport pic.twitter.com/siHu8H8Ahb
— Purisahib (@KaramPuri7) April 15, 2025
सिर्फ बैगेज तक सीमित नहीं थी यह आफत
लिहाजा, सोशल मीडिया में पोस्ट डालकर पैसेंजर्स को मानसिक तौर पर इस आपदा के लिए तैयार करने की कवायद शुरू कर दी गई. डायल ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि टर्मिनल 1 पर बैगेज चेक-इन सिस्टम में समस्या आ रही है. इसे तुरंत ठीक करने के लिए ग्लोबल ओईएम को कहा गया है. हमारी टीमें और स्टेकहोल्डर्स इसे ठीक करने में जुटे हैं.
डायल ने आगे लिखा कि पैसेंजर्स को हुई किसी भी असुविधा के लिए हम माफी मांगते हैं. हम सभी पक्षों के साथ मिलकर इस समस्या को प्राथमिकता से हल कर रहे हैं. यहां आपको यह भी बता दें कि टर्मिनल वन में आफत सिर्फ बैगेज तक ही सीमित नहीं थी, बल्कि डिपार्चर टर्मिनल में प्री-इंबार्केशन सिक्योरिटी चेक के लिए लंबी लाइने लग गई हैं.
पैसेंजर्स का आरोप है कि भारी भीड़ होने के बावजूद सभी सिक्योरिटी काउंटर्स को नहीं खोले गए. सिक्योरिटी चेक के लिए पैसेंजर्स को औसतन 40 मिनट का समय लग गया. हालांकि इस बाबत डायल ने अपनी सफाई में कहा कि उनका स्टाफ स्थिति को सामान्य करने की कोशिशों में लगे हुए हैं. यहां आपको स्पष्ट कर दें कि एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी काउंटर्स पूरी तरह से सीआईएसएफ द्वारा ऑपरेट किए जाते हैं.
That much waiting at terminal 1 of Delhi airport for security. 2 security post are closed. @RamMNK @DelhiAirport pic.twitter.com/YJJ1VTRsmR
— Sammy (@Jainshreyas95) April 15, 2025
हालात के लिए DGCA-CISF भी हैं कटघरे में!
15 अप्रैल को टर्मिनल वन के फुल फ्लेज ऑपरेशन का पहला दिन था. पहले ही दिन आई दिक्कतों ने यह साफ कर दिया है कि टर्मिनल ऑपरेशन शुरू करने से पहले तैयारियों को लेकर तमाम एजेंसियां कितना सजग थी. इन एजेंसियों में डायल के साथ डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) और सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (सीआईएसएफ) भी शामिल हैं.
यहां आपको बता दें कि किसी भी टर्मिनल को शुरू करने से पहले एयरपोर्ट ऑपरेटर सभी संबंधित एजेंसीज के साथ मिलकर डमी ऑपरेशन ऑपरेट करते हैं. डमी ऑपरेशन के दौरान एयरपोर्ट के सभी सिस्टम को बारीकी से परखा जाता है. साथ ही, टर्मिनल में इस्तेमाल हुई टेक्नोलॉजी, इक्विपमेंट और सर्विसेज के साथ-साथ ह्यूमन डेप्लॉयमेंट की एक साथ टेस्टिंग की जाती है.
इसी डमी ऑपरेशन के आधार पर एयरपोर्ट ऑपरेटर ऑपरेशनल रेडीनेस एण्ड एयरपोर्ट ट्रांजीशन (ORAT) सर्टिफिकेशन डीजीसीए में दाखिल किया जाता है. ओरैट के बाद डीजीसीए की टीम टर्मिनल का निरीक्षण करती है और सबकुछ ठीक मिलता है तो टर्मिनल से फ्लाइट ऑपरेशन के लिए लाइसेंस जारी कर दिया जाता है. ऐसे में सवाल यह भी है कि क्या डीजीसीए ने टर्मिनल वन के निरीक्षण को गंभीरता से नहीं लिया?
First Published :
April 16, 2025, 09:18 IST