Last Updated:August 06, 2025, 16:59 IST
India vs America : आरबीआई गवर्नर ने टैरिफ वॉर के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था को मृत बताने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को आईना दिखाया है. उन्होंने कहा कि भारत आज ग्लोबल ग्रोथ में अमेरिका से कहीं ज्यादा भागीद...और पढ़ें

हाइलाइट्स
आरबीआई गवर्नर ने ट्रंप के बयान को तथ्यों से परे बताया.भारत वैश्विक वृद्धि में अमेरिका से अधिक योगदान दे रहा है.भारत की अर्थव्यवस्था 2025 में 6.5% की दर से बढ़ने की उम्मीद है.नई दिल्ली. रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को आईना दिखाते हुए कहा है कि वे भारत पर टैरिफ लगाकर हमारे कारोबार में बाधा डालना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि ट्रंप को शायद यह नहीं पता है आज भारत की हिस्सेदारी ग्लोबल ग्रोथ में उनसे कहीं ज्यादा पहुंच चुकी है. भारत दुनिया को देने के मामले में अमेरिका से भी आगे निकल चुका है. उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही है और ग्लोबल ग्रोथ में अमेरिका से कहीं ज्यादा योगदान कर रही है.
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान बिलकुल तथ्यों से परे है. गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था अभी ‘बहुत अच्छा’ प्रदर्शन कर रही है और वैश्विक वृद्धि में अमेरिका से कहीं अधिक योगदान दे रही है. मल्होत्रा ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था के वर्ष 2025 में 6.5 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है, जबकि वैश्विक वृद्धि दर 3 फीसदी रहने का अनुमान है.
कितना है भारत और अमेरिका का योगदान
मल्होत्रा ने एमपीसी बैठक के बाद कहा कि हम आज वैश्विक वृद्धि में करीब 18 फीसदी का योगदान दे रहे हैं, जो करीब 11 फीसदी योगदान देने वाले अमेरिका से कहीं अधिक है. ट्रंप ने भारत के रूस से सस्ते तेल की खरीद जारी रखने पर पिछले हफ्ते नाखुशी जाहिर करते हुए भारत को ‘मृत अर्थव्यवस्था’ बताया था. तब ट्रंप ने कहा था कि मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि भारत फिलहाल रूस के साथ क्या करता है. वे अपनी मृत अर्थव्यवस्थाओं को साथ लेकर डूब सकते हैं. ट्रंप के इस बयान का तमाम विश्लेषकों ने भी विरोध किया है.
क्या टैरिफ से बढ़ेगी महंगाई
इस बयान से भारत-अमेरिका संबंधों पर असर पड़ने की आशंकाओं के बारे में पूछे जाने पर मल्होत्रा ने कहा कि ऐसी किसी भी स्थिति में भारत में महंगाई पर असर नहीं पड़ेगा. अगर भारत को अपनी तेल खरीद रूस के बजाय कहीं और से करने के लिए मजबूर किया गया तो भी उसका घरेलू महंगाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने संकेत दिए कि यदि जरूरत पड़ी तो सरकार शुल्क में कटौती कर आम लोगों को राहत दे सकती है. आरबीआई की डिप्टी गवर्नर पूनम गुप्ता ने कहा कि भू-राजनीतिक परिस्थितियों का प्रत्यक्ष प्रभाव घरेलू महंगाई पर नहीं होगा.
टैरिफ का निर्यात पर कितना असर
पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) ने दावा किया है कि भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाए जाने के बाद भी भारत की जीडीपी पर इसका नगण्य प्रभाव पड़ेगा. इससे अमेरिका को होने वाले कुल निर्यात पर सिर्फ 8.1 अरब डॉलर का ही असर पड़ने का अनुमान है. पीएचडीसीसीआई के अध्यक्ष हेमंत जैन ने कहा कि टैरिफ से भारत के कुल ग्लोबल निर्यात पर सिर्फ 1.87 फीसदी और जीडीपी पर 19 फसीदी का ही असर पड़ेगा. शुल्क से इंजीनियरिंग सामान, रत्न एवं आभूषण और तैयार वस्त्र उद्योग ही ज्यादा प्रभावित होंगे. घरेलू कारोबार को इससे बचाने के लिए सरकार से कुछ उपाय करने की सिफारिश की गई है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 06, 2025, 16:59 IST