Last Updated:August 18, 2025, 17:57 IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बातचीत हुई, जिसमें पुतिन ने अलास्का में ट्रंप के साथ हुई मीटिंग की जानकारी दी. मोदी ने शांतिपूर्ण समाधान और सहयोग पर जोर दिया.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अलास्का में हुई मुलाकात के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है. इस मौके पर पुतिन ने पीएम मोदी को बताया कि ट्रंप के साथ बातचीत में क्या-क्या हुआ. इस बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने दोहराया कि भारत हर विवाद का शांतिपूर्ण और कूटनीतिक समाधान चाहता है. भारत संवाद और सहयोग से ही वैश्विक स्थिरता का पक्षधर है और इस दिशा में होने वाले हर प्रयास का समर्थन करता रहेगा.
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग से जुड़े कई मुद्दों पर भी चर्चा की है, साथ ही लगाता संपर्क बनाए रखने पर सहमति जताई है. पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन ने भारत और रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर भी जोर दिया.
Thank my friend, President Putin, for his phone call and for sharing insights on his recent meeting with President Trump in Alaska. India has consistently called for a peaceful resolution of the Ukraine conflict and supports all efforts in this regard. I look forward to our…
आगे का रास्ता सिर्फ बातचीत
भारत और रूस के बीच स्पेशल एंड प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को और मजबूत बनाने पर चर्चा हुई. मोदी ने एक बार फिर कहा कि भारत संघर्ष का समाधान सिर्फ संवाद और कूटनीति में मानता है और किसी भी शांति प्रयास को समर्थन देगा. फोन कॉल से पहले भारत के विदेश मंत्रालय ने अलास्का समिट का स्वागत किया था. प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था, शांति की दिशा में नेताओं का नेतृत्व सराहनीय है. आगे का रास्ता सिर्फ बातचीत और कूटनीति से ही निकल सकता है. दुनिया चाहती है कि यूक्रेन युद्ध का जल्द अंत हो. हालांकि, अलास्का में ट्रंप–पुतिन मुलाकात से कोई बड़ा सीजफायर ब्रेकथ्रू नहीं मिला. युद्ध अब तक लाखों लोगों की जान ले चुका है और यूक्रेन में तबाही मचा चुका है.
ट्रंप का दबाव और रूस का संदेश
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप सोमवार को वॉशिंगटन में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं से मिलने वाले हैं. उन्होंने जेलेंस्की से साफ कहा है कि या तो शांति समझौता मान लें, जिसे वह तुरंत लागू करा सकते हैं, या फिर युद्ध जारी रखकर और कीमत चुकाएं. ट्रंप ने यह भी साफ कर दिया कि अमेरिका अब क्रीमिया वापस दिलाने की कोशिश नहीं करेगा, न ही यूक्रेन को NATO में शामिल करने पर जोर देगा—दोनों ही बातें रूस की पुरानी आपत्तियों से जुड़ी हैं.
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें
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Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
August 18, 2025, 17:39 IST