Last Updated:May 16, 2025, 19:03 IST
Gold Price : सोने की कीमतों में आजकल बड़े-बडे़ उतार-चढ़ाव आ रहे हैं. आखिर ऐसा क्यों हो रहा कि सोने की कीमत अब हजारों रुपये बढ़ जाती है और दूसरे ही दिन हजारों रुपये नीचे आ जाती है. शुक्रवार को भी सोने का भाव 1,...और पढ़ें

ग्लोबल इकनॉमी में अनिश्चितता की वजह से सोने में तेज उछाल दिख रहा है.
हाइलाइट्स
सोने की कीमत में 1400 रुपये की वृद्धि हुई.अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में गिरावट.अमेरिकी फेडरल रिजर्व के रुख से सोने की कीमत प्रभावित.नई दिल्ली. आपने ध्यान दिया होगा कि आजकल सोने की कीमतों में बड़े-बड़े उतार-चढ़ाव दिख रहे हैं. कभी तो हजारों रुपये सस्ता हो जाता है और फिर दूसरे ही दिन हजारों रुपये महंगा. आखिर इस उछाल और गिरावट के कारण हैं. पहले जो कीमत मामूली रुपये कुछ सौ रुपये घटती या बढ़ती थी, आखिर ऐसा क्या हुआ जो अब गिनती हजारों में पहुंच गई है. अब आज की ही बात ले लीजिए शुक्रवार को ही सोने की कीमत 1,400 रुपये बढ़कर 96,450 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गई है.
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, 99.5 फीसदी शुद्धता यानी 24 कैरेट वाले सोने की घरेलू कीमत 1,400 रुपये बढ़कर 96,000 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) पहुंच गई है. इससे पहले गुरुवार को 99.9 फीसदी और 99.5 फीसदी शुद्धता वाला सोना क्रमश: 95,050 रुपये और 94,600 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था.
चांदी ने भी लगाई छलांग
सोने के अलावा शुक्रवार को चांदी की कीमत भी 1,000 रुपये बढ़कर 98,000 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) हो गई. इससे पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 97,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी हाजिर सोना 50.85 डॉलर यानी 1.57 फीसदी की गिरावट के साथ 3,189.25 डॉलर प्रति औंस रहा था. इसका मतलब है कि ग्लोबल मार्केट में आई तेज गिरावट का असर भी घरेलू बाजार में नहीं दिख रहा है.
क्यों चढ़ और उतर रहा सोना
एलकेपी सिक्योरिटीज में उपाध्यक्ष एवं शोध विश्लेषक जतिन त्रिवेदी ने बताया कि अमेरिका, ब्रिटेन तथा चीन जैसे प्रमुख भागीदारों के बीच संभावित व्यापार समझौतों के कारण बाजार में तेज उतार-चढ़ाव दिख रहा और सोने की कीमत 3,200 डॉलर के आसपास मंडराती रही है. त्रिवेदी ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से नरम रुख के संकेत नहीं मिलने और ब्याज दरों में तत्काल कटौती नहीं होने से सर्राफा में खरीदारी की गति सीमित हो गई है.
अमेरिकी आंकड़ों से स्पष्ट होगा रुख
कोटक सिक्योरिटीज की वरिष्ठ उपाध्यक्ष (जिंस शोध) कायनात चैनवाला ने कहा कि बाजार प्रतिभागी अमेरिका के वृहद आर्थिक आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं. कमोडिटी विशेषज्ञों के मुताबिक, निवेशकों को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मुक्त बाजार समिति की सदस्य मैरी डेली की टिप्पणी का भी इंतजार है. अमेरिकी इकनॉमी के आंकड़े आने के बाद सोने का अंतरराष्ट्रीय और घरेलू भाव ज्यादा स्पष्ट हो सकेगा.
क्यों दिख रहा तेज उतार-चढ़ाव
सोने की घरेलू कीमत भी काफी हद तक अंतरराष्ट्रीय भाव से तय होती है. चूंकि, अभी ग्लोबल इकनॉमी पर काफी दबाव चल रहा है. लिहाजा ज्यादातर सेंट्रल बैंक सोने की खरीद करके अपनी इकनॉमी को स्थिरता प्रदान करने की कोशिश करते हैं. इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर शुरू करने के बाद हर देश, दूसरे देश से डील करने पर जुटा है. जैसे ही किसी देश की डील या बातचीत शुरू होती है तो इसका दबाव गोल्ड पर ही दिखता है, क्योंकि सबसे सुरक्षित एसेट इसी को माना जाता है. ग्लोबल इकनॉमी पर बढ़ती इन चुनौतियों के कारण ही इस समय सोने की कीमतों में बड़ा उतार-चढ़ाव दिख रहा है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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