Agency:News18Hindi
Last Updated:February 24, 2025, 12:35 IST
Telangana tunnel Collapse News: तेलंगाना में सुरंग में फंसे लोगों को बचाने के लिए रैटमाइनर्स की टीम पहुंच चुकी है. यह वहीं टीम है, जिसने 2023 में उत्तराखंड में मजदूरों की जान बचाई थी.

कहां तक पहुंचा बचाव अभियान?
हाइलाइट्स
तेलंगाना सुरंग में फंसे मजदूरों का बचाव जारी.तेलंगाना सुरंग में 8 मजदूर फंसे, बचाव अभियान जारी.तेलंगाना सुरंग में बचाव अभियान में कई एजेंसियां जुटी.Telangana tunnel Collapse News: तेलंगाना के श्रीशैलम टनल में फंसे मजदूरों की जान बचाने अब देवदूत पहुंच चुके हैं. जी हां, वहीं देवदूत जिन्होंने उत्तराखंड की सिल्कयारा बेंड-बरकोट सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाया था. इंडियान एक्सप्रेस के मुताबिक उत्तराखंड में 2023 में में फंसे निर्माण मजदूरों को बचाने वाले रैट माइनर्स एक टीम, एसएलबीसी सुरंग में फंसे आठ लोगों को निकालने के लिए बचाव दलों में शामिल हो गई, जो शनिवार को तेलंगाना में ‘आंशिक रूप से’ ढह गई थी.
सोमवार को बचाव अभियान के लिए नागरकुरनूल (एसएलबीसी) सुरंग में एंडोस्कोपिक और रोबोटिक कैमरे लाए गए. अभियान में सहायता के लिए एनडीआरएफ डॉग स्क्वायड को भी तैनात किया गया है. एलएंडटी के एंडोस्कोपिक ऑपरेटर डॉवदीप ने एएनआई को बताया, ‘एंडोस्कोपिक कैमरे के जरिए हम सुरंग के अंदर क्या हो रहा है, इस पर नज़र रख सकते हैं. हमने उत्तराखंड में बचाव अभियान के दौरान भी ऐसा किया था. दो टीमें आई हैं. एंडोस्कोपिक और रोबोटिक कैमरे लाए गए हैं.’
तेलंगाना में सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने का काम चल रहा है. 48 घंटे से चल रहे बचाव अभियान के बाद भी अभी तक सफलता नहीं मिली है. लगातार बचाव अभियान जारी हैं. स्थानीय बचाव दलों के साथ-साथ इंडियन आर्मी, नौसेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) एजेंसी लगातार काम कर रही हैं. तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के ऑफिस से बताया गया कि मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी और जुपल्ली कृष्ण राव श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) सुरंग ढहने वाली जगह पर बचाव अभियान की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं.
एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट सुखेंदु दत्ता ने कहा कि बचाव दल ने सुरंग के अंदर लगभग 13.5 किलोमीटर की दूरी तय की है. इसमें मुख्य रूप से लोकोमोटिव और कन्वेयर बेल्ट का उपयोग किया गया है. उन्होंने कहा, ‘कल रात करीब 10 बजे, हम यह देखने के लिए अंदर गए कि स्थिति कैसी है. सुरंग में प्रवेश करने के लिए लोकोमोटिव का उपयोग किया गया था. सुरंग के गेट से, हमने कुल मिलाकर लगभग 13.5 किलोमीटर की दूरी तय की. हमने 11 किलोमीटर ट्रेन से और फिर बाकी 2 किलोमीटर कन्वेयर बेल्ट और पैदल चलकर तय किया.’
राहुल गांधी ने तेलंगाना के सीएम रेड्डी से बात की. रविवार को कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने श्रीशैलम लेफ्ट बैंक नहर सुरंग ढहने वाली जगह पर चल रहे बचाव कार्यों के बारे में तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी से बात की. एक आधिकारिक रिपोर्ट में कहा गया कि कांग्रेस नेता ने उठाए गए कदमों और निरंतर निगरानी की सराहना की. सरकार से फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ने को कहा.
संपर्क नहीं हो पाया है
बता दें कि शनिवार की सुबह, नागरकुरनूल जिले के डोमलपेंटा के पास एसएलबीसी सुरंग के निर्माणाधीन हिस्से की छत का तीन मीटर हिस्सा ढह जाने से 8 मजदूर फंस गए हैं. तेज बहाव की पानी, गाद और कीचड़ बचाव अभियान में मुश्किल पैदा कर रहे हैं. मौके पर नागरकुरनूल के डीएम बी. संतोष मौजूद हैं. उन्होंने रविवार को बताया कि आगे बढ़ते हुए बचाव दल के कर्मी उस स्थान पर पहुंच गये जहां घटना के दौरान सुरंग खोदने वाली मशीन (टीबीएम) काम कर रही थी. उन्होंने बताया कि सुरंग में ऑक्सीजन और बिजली की आपूर्ति उपलब्ध करा दी गई है.जल निकासी और गाद निकालने का कार्य भी चल रहा है, मगर अभी तक हमारा उनसे (फंसे हुए लोगों से) संपर्क नहीं हो पाया है. बचावकर्मी अंदर जाकर देखेंगे और फिर हम कुछ बता पाएंगे.
अंदर सब बिखरा पड़ा है
एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने एक टीवी चैनल को बताया कि कल रात एक टीम सुरंग के अंदर गई थी. वहां बहुत सारा मलबा है. टीबीएम भी क्षतिग्रस्त है और उसके हिस्से अंदर बिखरे पड़े हैं. उन्होंने बताया कि 13.5 किलोमीटर के बिंदु से ठीक पहले दो किलोमीटर पर जलभराव हो गया है. यह काफी चुनौतीपूर्ण कार्य है. पानी के कारण हमारे भारी मशीन अंतिम बिंदु तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. जल निकासी का काम पूरा करना होगा, जिससे उपकरण आगे तक पहुंच सकें. इसके बाद ही मलबा हटाने का काम शुरू हो सकता है. पानी निकालने की प्रक्रिया को तेज करने के लिए अतिरिक्त मोटरों का इस्तेमाल किया गया है.
Location :
Srisailam Project RFC Township,Kurnool,Andhra Pradesh
First Published :
February 24, 2025, 08:45 IST