Last Updated:March 05, 2025, 06:53 IST
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 500 से अधिक हथियारों के इंपोर्ट पर बैन लगाकर भारत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है और उन्नत समाधान की आवश्यकता पर जोर दिया.

डीआरडीओ के कार्यक्रम में रक्षा ने कही ये बात.
हाइलाइट्स
भारत ने 500 से अधिक हथियारों के इंपोर्ट पर बैन लगाया.रक्षा मंत्री ने आत्मनिर्भरता और उन्नत समाधान पर जोर दिया.रक्षा क्षेत्र में FDI को 49% से बढ़ाकर 74% किया गया.रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि उनकी सरकार ने देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए बड़ा फैसला लिया है. अब तक 500 से अधिक हथियारों और प्रणालियों के इंपोर्ट को बैन कर दिया गया है. इससे देश रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है. इनमें थल सेना के लड़ाकू वाहन, जहाज पर आधारित मानव रहित हवाई प्रणाली, मध्यम दूरी की सटीक मारक प्रणाली, समुद्री निगरानी विमान, युद्धपोत, हेलीकॉप्टर, टैंक, तोपें, मिसाइलें, हल्के परिवहन विमान, लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलें, प्रशिक्षक विमान जैसी चीजें शामिल हैं.
इसके साथ ही रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत को उभरते सुरक्षा खतरों जैसे हाइब्रिड रणनीतियों और अंतरिक्ष आधारित चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार रहना चाहिए. साथ ही उन्होंने एक नए युग के युद्ध की ओर इशारा किया जो देश के रणनीतिक और आर्थिक हितों को अस्थिर कर सकता है. उन्होंने कहा कि आज के दुश्मन हमेशा पारंपरिक हथियारों के साथ नहीं आते. साइबर हमले, गलत सूचना अभियान और अंतरिक्ष आधारित जासूसी नए युग के खतरे के रूप में उभर रहे हैं. इनके लिए उन्नत समाधान की आवश्यकता है.
डीआरडीओ सम्मेलन में बोले रक्षा मंत्री
आंतरिक सुरक्षा और आपदा राहत संचालन के लिए उन्नत प्रौद्योगिकियों पर एक सम्मेलन-सह-प्रदर्शनी के दौरान रक्षा मंत्री ने ये बातें कही. यह सम्मेलन गृह मंत्रालय और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के बीच एक सहयोग है. दो दिवसीय इस कार्यक्रम का उद्देश्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को उभरते खतरों से निपटने के लिए नवीनतम तकनीक से लैस करना है. इसके साथ ही रक्षा मंत्री ने वैश्विक सुरक्षा में बढ़ती जटिलताओं और आंतरिक और बाहरी खतरों के बीच बढ़ते ओवरलैप की भी बात की.
उन्होंने कहा कि आधुनिक दुनिया में नई-नई सुरक्षा चुनौतियां उभर रही हैं. आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के बीच ओवरलैप बढ़ रहा है. यह अनिवार्य है कि हमारे संस्थान इन चीजों को समझें और एक मजबूत, सुरक्षित और आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए सहयोगात्मक रूप से काम करें. रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने रक्षा निर्माण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं. इनमें विभिन्न प्रकार के हथियारों, प्रणालियों, गोला-बारूद और महत्वपूर्ण उप-प्रणालियों और अन्य चीजों पर चरणबद्ध आयात प्रतिबंध लगाया जा रहा है. साथ ही देश में निर्मित सैन्य हार्डवेयर खरीदने के लिए एक अलग बजट बनाना होगा. साथ ही रक्षा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को 49% से बढ़ाकर 74% कर दिया गया है.
First Published :
March 05, 2025, 06:53 IST