Last Updated:April 20, 2025, 11:03 IST
Saamna on Uddhav and Raj Thackeray: ठाकरे बंधुओं यानी उद्धव और राज ठाकरे के एक साथ आने की चर्चा से राज्य की राजनीति में हलचल मच गई. दूसरी ओर, ठाकरे गुट के मुखपत्र दैनिक सामना की हेडलाइन ने सबका ध्यान खींचा. विश...और पढ़ें

शिवसेना यूबीटी के मुखपत्र सामना ने उद्धव और राज ठाकरे के अगले कदम पर बड़ी भविष्यवाणी की है.
महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर हलचल बढ़ गई है. और इसकी वजह है राज ठाकरे का एक बयान… दरअसल निर्माता-निर्देशक महेश मांजरेकर के साथ पॉडकास्ट में राज ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र के अस्तित्व के सामने ये सब झगड़े छोटे नजर आते हैं, साथ में आना ये कोई कठिन बात नहीं है, लेकिन सवाल इच्छा का है. राज ठाकरे के इस बयान के बाद सियासी हलकों में ये सवाल उठने लगा कि क्या उद्धव और राज ठाकरे साथ आ रहे हैं.
राज ठाकरे के बयान के बाद उद्धव ठाकरे की प्रतिक्रिया भी सामने आ गई है. उन्होंने कहा कि छोटे-मोटे झगड़ों को खत्म करने के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्होंने राज ठाकरे के सामने शर्त भी रखी है, उन्होंने कहा कि जो भी महाराष्ट्र के हित के खिलाफ होगा उसे घर बुलाकर खाना नहीं खिलाएंगे. ऐसा अनुमान है कि शिवसेना ठाकरे गुट और मनसे के एक साथ आने से कई राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे. उसके बाद आज शिवसेना ठाकरे गुट के मुखपत्र सामना की हेडलाइन पर चर्चा शुरू हो गई है.
ठाकरे बंधुओं के साथ आने पर क्या बोला सामना?
ठाकरे बंधुओं के एक साथ आने की चर्चा से राज्य की राजनीति में हलचल मच गई. दूसरी ओर, ठाकरे गुट के मुखपत्र दैनिक सामना की हेडलाइन ने सबका ध्यान खींचा. विश्लेषकों का कहना है कि सामना की रिपोर्ट से दोनों भाइयों के एक साथ आने की संभावना मजबूत हो रही है. चूंकि सामना ठाकरे समूह का मुखपत्र है, इसलिए संकेत हैं कि इसमें राजनीतिक टिप्पणियां पार्टी की राय हैं.
सामना ने गठबंधन से जुड़ी खबर को प्रमुखता से कवर किया है. दैनिक सामना ने अपने शीर्षक में जिक्र किया है कि यह खबर देश की राजनीति में उथल-पुथल मचा देगी. इसमें साफ तौर से कहा गया है कि राज और उद्धव महाराष्ट्र के हित के लिए एक साथ आने पर सहमत हुए. इसमें आगे कहा गया है, ‘अगर झगड़े या विवाद होंगे तो हम उन्हें सुलझा लेंगे.’
राज और उद्धव का रोल स्पष्ट
दैनिक सामना ने अपनी रिपोर्ट में दोनों की भूमिकाएं स्पष्ट करते हुए राज ठाकरे की फोटो के साथ ‘साद’ और उद्धव ठाकरे की फोटो के साथ “प्रतिसाद” (प्रतिक्रिया) लिखा है.
उद्धव और राज के एक साथ आने को लेकर पहले भी कई बार चर्चा हो चुकी है. गठबंधन के बारे में अक्सर चर्चाएं और दावे होते रहे हैं. हालांकि, मैच में इसका स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया. हालाँकि, अब जब राज-उद्धव गठबंधन की चर्चा शुरू हो गई है, तो चर्चा होने लगी है कि दैनिक सामना की इस तरह की हेडलाइन इस बात का संकेत है कि अगला राजनीतिक रास्ता क्या होगा. उद्धव ठाकरे की सकारात्मक प्रतिक्रिया के साथ ही राजनीतिक हलकों में शिवसेना ठाकरे गुट और मनसे के बीच गठबंधन पर आगे की चर्चा पर भी ध्यान दिया जा रहा है.
पहले भी साथ आने की लगती रहीं अटकलें
उद्धव और राज के एक साथ आने पर पहले भी कई बार चर्चा हो चुकी है. कई बार गठबंधन को लेकर अटकलें और दावे किए गए हैं. हालांकि, ‘सामना’ में इस पर स्पष्ट रूप से कभी टिप्पणी नहीं की गई थी. लेकिन अब जब राज-उद्धव के गठबंधन की चर्चा शुरू हुई है, तब ‘दैनिक सामना’ में इस पर जिस तरह की हेडलाइन दी गई है, उसे देखकर ऐसा माना जा रहा है कि यह आगे की राजनीतिक दिशा का संकेत हो सकता है. उद्धव ठाकरे की तरफ सकारात्मक प्रतिक्रिया दिए जाने के बाद शिवसेना (ठाकरे गुट) और मनसे के बीच संभावित गठबंधन की आगे की बातचीत पर भी राजनीतिक हलकों की नजर टिकी हुई है.
इस बीच सामना के संपादक और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा, ‘राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे भाई हैं. दोनों के बीच का रिश्ता कायम है. कोई और नेता कुछ भी बोले, दोनों भाई तय करेंगे… अभी गठबंधन तय नहीं हुआ है, केवल इमोशनल टॉक चल रहा है.’
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
April 20, 2025, 10:51 IST
राज ठाकरे के ऑफर पर आ गया उद्धव का जवाब, सामना ने कर दी अगले कदम की भविष्यवाणी