Last Updated:March 05, 2025, 17:55 IST
Kedarnath Ropeway Project : चारधाम यात्रा पर जाने वालों को जल्द बड़ी सुविधा मिलने वाली है. अभी केदारनाथ तक जाने के लिए श्रद्धालुओं को दुर्गम रास्तों से 21 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है. मोदी सरकार यहां रोप...और पढ़ें

केदारनाथ धाम के लिए सोनप्रयाग से रोपवे बनाया जाएगा.
हाइलाइट्स
केदारनाथ रोपवे से 9 घंटे का सफर 36 मिनट में होगा.सरकार ने 4,081 करोड़ रुपये की मंजूरी दी.हेमकुंड साहिब के लिए भी रोपवे बनेगा.नई दिल्ली. जरा फर्ज कीजिए कि कितना अच्छा हो अगर केदारनाथ धाम के दर्शन हर मौसम में किए जा सकें. अभी बाबा के कपाट सिर्फ कुछ महीने के लिए ही खुलते हैं और इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं यहां दर्शन करने जाते हैं. दुर्गम रास्तों की वजह से बहुत से लोग स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का भी शिकार बनते हैं और इसमें काफी लंबा समय भी लगता है. लेकिन, मोदी सरकार ने इन सभी समस्याओं को खत्म करने का बड़ा प्लान तैयार कर लिया है. केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट पर बुधवार 5 मार्च को सहमति भी दे दी है.
सरकार ने बताया कि यात्रियों को सहूलियत देने और दुर्गम रास्तों के बजाय आसानी से बाबा केदारनाथ धाम तक जाने के लिए रोपवे प्रोजेक्ट पर काम जल्द शुरू हो जाएगा. सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक रोपवे बनाया जाएगा. इससे अभी पैदल यात्रा में लगने वाला 9 घंटे का समय सिमटकर सिर्फ 36 मिनट का रह जाएगा. सरकार ने प्रोजेक्ट के लिए 4,081 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है.
कितना लंबा होगा रोपवे
अभी सोनप्रयाग से केदानाथ धाम तक जाने के लिए यात्रियों को 21 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है, जिसमें 8 से 9 घंटे का टाइम लगता है. यह पूरा रास्ता दुर्गम पहाडि़यों से गुजरता है और काफी खतरनाक भी रहता है. सरकार 12.9 किलोमीटर का रोपवे बना रही है, जिससे दूरी भी घटकर आधी रह जाएगी और यात्रा पूरी करने में सिर्फ 36 मिनट का समय लगेगा. यह प्रोजेक्ट नेशनल रोपवे डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत पूरा किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री अश्विणी वैष्णव ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद चार धाम यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी.
हेमकुंड साहिब के लिए भी बनेगा रोपवे
मोदी सरकार ने केदारनाथ धाम के साथ ही हेमकुंड साहिब तक आसान पहुंच बनाने के लिए रोपवे प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है. इस प्रोजेक्ट पर भी करीब 2,730 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा. इस रोपवे की दूरी 12.4 किलोमीटर होगी. इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद हेमकुंड जाने वाले तीर्थ यात्रियों को भी आसानी होगी और अभी लगने वाला 10 घंटे का सफर सिमटकर सिर्फ 1 घंटे का रह जाएगा. यह रोपवे गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक बनाया जाएगा, जिससे फूलों की घाटी तक जाने वालों को भी सुविधा होगी.
रोजाना 18 हजार यात्रियों की क्षमता
केदारनाथ के लिए बनने वाले रोपवे को अत्याधुनिक ट्राई केबल गैंडोला से बनाया जा रहा है. यह रोपवे हर घंटे 1,800 यात्रियों को लाने-जाने की क्षमता रखता है और एक दिन में 18 हजार यात्रियों को बाबा के दर्शन कराए जा सकेंगे. अभी केदारनाथ धाम के कपाट 6 महीने के लिए ही खुलते हैं और हर साल करीब 20 लाख श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए जाते हैं.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
March 05, 2025, 17:55 IST