Last Updated:July 10, 2025, 13:05 IST
कैथल में आधे घंटे की बारिश ने प्रशासन के दावों को झूठा साबित किया. जिला सचिवालय, कोर्ट परिसर और सड़कों पर जलभराव हो गया. डीसी, नगर परिषद और जनस्वास्थ्य विभाग के दावे फ़ेल हुए.

हरियाणा के कैथल में डीसी दफ्तर के बार जमा हुआ पानी.
कैथल. हरियाणा के कैथल जिले में आधे घंटे की बारिश ने प्रशासन के उन सभी दावों को धो डाला, जिनमें बरसात से पहले कैथल की डीसी ने हर जगह दौरा करके तैयारियों को पूरा होने की बात कही थी. अब बारिश का पानी ख़ुद जिला प्रशासन के द्वार पहुँचा और इस बात की गवाही दी कि आपके सभी दावे फ़ेल हैं. जिला सचिवालय और कोर्ट परिसर में जमा बारिश का पानी इस बात का सबूत है कि मॉनसून से पहले जो जिला प्रशासन के अधिकारियों ने दावे किए थे वो सब फ़ेल साबित हुए.
जिला सचिवालय, कोर्ट परिसर, मेन सड़कों से लेकर आंतरिक गलियों में जलभराव हो गया. बाज़ारों में पानी ऐसे बहर रहा था की मानो ये कोई नदी या झरना हो. सड़कों और बाज़ारों में दुकानों में पानी घुस गया. गलियां तालाब का रूप ले गई. मात्र 30 मिनट की बारिश और पूरा सिस्टम डूबता नज़र आया. कैथल की डीसी, नगर परिषद और जनस्वास्थ्य विभाग ने दावा किया था कि सभी नाले, सीवरेज लाइनों की सफाई करवा दी गई है, लेकिन बारिश ने दिखा दिया कि हकीकत में सही तरीके से काम नहीं हुआ. कई जगहों पर सीवरेज ओवरफ्लो हुआ और गलियों में सड़े पानी की बदबू फैल गई.
सचिवालय में कर्मचारी ढक्कन खोलकर पानी निकालते नजर आए.
सचिवालय में कर्मचारी ढक्कन खोलकर पानी निकालते नजर आए. कोर्ट परिसर की स्थिति खराब रही. भगत सिंह चौक, हिंदू स्कूल रोड, एसबीआई रोड, पिहोवा चौक, छात्रावास रोड, फ्रेंड्स कॉलोनी, बाला जी कॉलोनी, सेक्टर 18, 19 व 20 जलमग्न हो गए. लोग अपने स्तर पर पानी को निकालने का प्रयास करते रहे. लोगों के घरों में नालियों का गंदा पानी घुस गया, जिससे लोगों का सामान खराब हो गया.
कैथल में भारी बारिश के बाद का नजारा.
लोगों को खुद बाल्टी और मग लेकर पानी निकालते देखा गया. कई जगहों पर बच्चों को ट्यूशन से घर लाने में दिक्कत हुई, तो कई बाइक व स्कूटी सवार जलभराव में फंसते नजर आए. व्यापारियों की दुकानों में पानी घुस गया, जिससे हजारों का नुकसान हुआ.
लोग ये कहते नजर आए की हर साल ये ही हाल, सफाई पर लाखों खर्च, परिणाम-जीरो, शहर की सड़कों और गलियों की बात तो छोड़ो -जहां अधिकारी बैठते हैं वहीं जलभराव. अब की बार शायद इंद्र देवता अधिकारियों की पोल खोलने में लगे हुए हैं क्योंकि हर बार लीपापोती करके अधिकारी बच जाते थे लेकिन अबकी बार पानी उनके दरवाज़े तक पहुँच गया है.
13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...और पढ़ें
13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...
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Location :
Kaithal,Kaithal,Haryana