DGCA ने किया ऐसा काम, दुनिया ने दांतों तले दबाई उंगली, US-रूस ने भी माना लोहा

1 day ago

Last Updated:February 21, 2025, 21:40 IST

Electronic Personnel License: इलेक्ट्रॉनिक पर्सनल लाइसेंस लॉन्‍च करने के भारत दुनिया का दूसरा ऐसा देश बन गया है, जिसने यह उपलब्धि हासिल की है. इंटरनेशनल सिविल एविएशन आर्गनाइजेशन के निर्देशों के बावजूद अमेरिका औ...और पढ़ें

DGCA ने किया ऐसा काम, दुनिया ने दांतों तले दबाई उंगली, US-रूस ने भी माना लोहा

हाइलाइट्स

भारत ने पायलट्स के लिए इलेक्ट्रॉनिक पर्सनल लाइसेंस लॉन्च किया.भारत EPL लॉन्च करने वाला दूसरा देश बना.अमेरिका और रूस भी EPL लॉन्च करने में असफल रहे.

Aviation News: सिविल एविएशन मिनिस्‍ट्री के अंतर्गत आने वाले डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने चुटकियों में ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिसने पूरी दुनिया को दातों तले उंगली दबाने के लिए मजबूर कर दिया है. साथ ही, अमेरिका, रूस और ब्रिटेन जैसे देश भी भारतीय दिमाग का लोहा मानने के लिए मजबूर हो गए हैं.

जी हां, डीजीसीए ने यह उपलब्धि बेहद सीमित समय में पायलट्स के लिए इलेक्ट्रॉनिक पर्सनल लाइसेंस (EPL) लॉन्च करके हासिल की है. इस उपलब्धि के साथ भारत दुनिया का दूसरा ऐसा देश बन गया है, जो अपने पायलट्स के लिए ईपीएल जारी करने में सफल हो पाया है. वहीं, दुनिया के तमाम देश फिलहाल ईपीएल को लिए प्रयास ही कर रहे हैं.

MoCA ने लॉन्‍च किया ईपीएल
उल्‍लेखनीय है कि सिविल एविएशन मिनिस्‍टर राम मोहन नायडू ने गुरुवार को पायलट्स के लिए इलेक्ट्रॉनिक पर्सनल लाइसेंस (EPL) का शुभारंभ किया था. डीजीसीए की इस उपलब्धि को भारतीय सिविल एविएशन सेक्‍टर को आधुनिक, सुरक्षित और प्रभावशीलता को बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल के तौर पर देखा जा रहा है.

साथ ही, इंटरनेशनल सिविल एविएशन आर्गनाइजेश (ICAO) से मंजूरी मिलने के बाद भारत दुनिया का दूसरा ऐसा देश बन गया है, जो ईपीएल टे‍क्‍नोलॉजी डेवलपमेंट करने में सफलता पाई है. इससे पहले चीन ही ऐसा देश था, जिसने ईपीएल डेवलप किया था. ईपीएल आने के बाद भारतीय पायलट्स को कार्ड के लांइसेंस की जगह इलेक्ट्रॉनिक लाइसेंस दिया जाएगा.

इस तरह बदले जाएंगे लाइसेंस
एविएशन मिनिस्‍टर राम मोहन नायडू के अनुसार, भारत के विमानन क्षेत्र की अभूतपूर्व वृद्धि को देखते हुए भविष्य में लगभग 20,000 पायलटों की आवश्यकता होगी. पायलट सिविल एविएशन की रीढ़ हैं. ईजीसीए और ईपीएल के माध्यम से हम उन्नत और तकनीकी समाधान के जरिए पायलट्स की ग्‍लोबल एम्प्लॉयबिलिटी बढ़ा रहे हैं. साथ ही, सिक्‍योरिटी ऑपरेशन को सपोर्ट करने के लिए रियल टाइम में एक्सेस भी सुनिश्चित कर रहे हैं.

उल्‍लेखनीय है कि डीजीसीए अबतक पायलटों को स्मार्ट कार्ड के रूप में लाइसेंस जारी करता था और अब तक 62,000 कार्ड लाइसेंस जारी किए जा चुके हैं. 2024 में, लगभग 20,000 लाइसेंस जारी किए जाने की संभावना है. ईपीएल के लॉन्च के साथ प्रिंटेड कार्ड की जरूरत को चरणबद्ध तरीके से कम किया जाएगा, जिससे लाइसेंसिंग प्रक्रिया को बहुत आसान बनाया जा सके.

First Published :

February 21, 2025, 21:40 IST

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