Last Updated:March 07, 2025, 14:08 IST
ED Action: लंबे वक्त से फरार चल रहे रियल इस्टेट कंपनी डब्ल्यूटीसी ग्रुप के प्रमोटर आशीष भल्ला को 3000 करोड़ की रियल एस्टेट धोखाधड़ी के ममाले में ईउी ने अरेस्ट कर लिय है. उन्होंने निवेशकों से पैसे ठगकर फर्जी ...और पढ़ें

ईडी मामले की जांच कर रही है. (File Photo)
तीन हजार करोड़ के धनशोधन मामले में ईडी ने डब्ल्यूटीसी ग्रुप के प्रमोटर आशीष भल्ला को रियल एस्टेट धोखाधड़ी के मामले में पीएमएलए के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार कर लिया है. दावा किया गया कि सुनियोजित तरीके से हजारों निवेशकों से उनके पैसे ठगे गए. जांच के दौरान पता चला कि प्लॉट व व्यावसायिक स्थान के बदले उनके निवेश के बदले सुनिश्चित रिटर्न का वादा करने के बाद, इकट्ठा हुई रकम को कई फर्जी कंपनियों में डायवर्ट कर दिया गया था. जांच में यह भी पता चला है कि सैकड़ों करोड़ रुपये विदेश में सिंगापुर में संदिग्ध संस्थाओं को भी भेजे गए थे, जिनका स्वामित्व आशीष भल्ला के परिवार के सदस्यों के पास है.
आगे की जांच से पता चला है कि डब्ल्यूटीसी समूह ने हरियाणा, यूपी, चंडीगढ़, अहमदाबाद, पंजाब आदि कई राज्यों के विभिन्न निवेशकों से 3000 करोड़ रुपये से अधिक एकत्र किए थे. यह मामला एक बड़े रियल एस्टेट धोखाधड़ी से जुड़ा है, जिसमें हजारों निवेशकों को धोखा देकर उनसे पैसे ठगे गए. आशीष भल्ला ने निवेशकों से आश्वासन देने के बाद उन्हें प्लॉट और व्यावसायिक स्थानों में निवेश करने का वादा किया था, लेकिन निवेश की गई राशि को कई शेल कंपनियों में ट्रांसफर किया गया और इन कंपनियों का उपयोग विभिन्न स्थानों पर जमीन खरीदने के लिए किया गया.
पहले 27 फरवरी 2024 को PMLA के तहत ED ने सर्च ऑपरेशन किया. इस दौरान आशीष भल्ला फरार थे और उन्होंने मुख्य गवाहों को जांच में सहयोग करने से रोकने का प्रयास किया. वह धोखाधड़ी की गतिविधियों के मुख्य लाभार्थी और मास्टरमाइंड माने जाते हैं, जिन्होंने इस योजना से अवैध लाभ कमाए. 6 मार्च 2025 को आशीष भल्ला को PMLA की धारा 19 के तहत गिरफ्तार किया गया और गुरुग्राम की विशेष अदालत ने ED को उनकी 6 दिनों की कस्टडी प्रदान की है ताकि आगे की जांच की जा सके.
First Published :
March 07, 2025, 14:08 IST