इन दिनों पूरी दुनिया में आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस AI का बोलबाला है. देखते ही देखते कई एआई मॉडल हम सबकी जिंदगी में आनलाइन आ चुके हैं. उनके पास हर सवाल का जवाब है. वो ये समझते हैं कि हम क्या जानना चाहते हैं, क्या सोच रहे हैं, उसी हिसाब से हमारे सवालों और उलझनों पर दुनियाभर की जानकारियां और समाधान सेकेंडों और मिनटों में हमारे सामने ले आते हैं. दुनियाभर में ग्रोक, चैटजीपीटी, डीप सीक और परप्लेक्सिटी एआई लोगों के पसंदीदा बने हुए हैं. जानते हैं कि इनमें आखिर अंतर क्या है और ये किस तरह से काम करते हैं.
ChatGPT चैटजीपीटी
इसे आप एक वर्चुअल असिस्टेंट भी कह सकते हैं, जो टेक्स्ट के माध्यम से संवाद करता है. उपयोगकर्ता इसे सवाल पूछने, ईमेल लिखने, या कंटेंट बनाने के लिए उपयोग कर सकते हैं. आपके कहने पर ये इमेज. डाटा टेबल और चार्ट भी बनाकर दे सकता है.
यह एक सामान्य टेक्स्ट-आधारित इंटरफेस पर काम करता है. कई तरह काम करने में सक्षम है. इसका मुफ्त वर्जन भी कुछ समय पहले उपलब्ध कराया गया है.
ग्रोक का सिंबल (Courtesy Grok)
Perplexity परप्लेक्सिटी
यह एक AI-संचालित सर्च इंजन है जो वेब पर जानकारी खोजने और समझने में मदद करता है. यह अधिक कनवर्सेशनल और इन्फोर्मेटिव जवाब देता है. बगैर बताए सोर्स भी बताता है.
यूजर जब अपनी पूछताछ टाइप करते हैं तो Perplexity AI वेब से जानकारी खींचकर संक्षिप्त उत्तर देता है, साथ ही स्रोत का उल्लेख भी करता है. साथ ही उस जानकारी से संबंधित कई संबंधित सवाल भी सुझाता है ताकि आप उसके जरिए अपनी पूछताछ को और समृद्ध कर सकें.
DeepSeek डीपसीक
यह एक अन्य AI चैटबॉट है जो कई तरह सवालों के जवाब देने में सक्षम है. हालांकि इसकी विश्वसनीयता और कार्यक्षमता पर कुछ विवाद हैं. DeepSeek को अभी बेहतर बनाने की जरूरत है. इसे कुछ देशों में बैन किया गया है. हालांकि डीपसीक बहुत से उन सवालों के जवाब नहीं देता तो चीन से संबंधित होते हैं और चीन की इमेज का बहुत ख्याल रखते हुए ही ये सवालों के जवाब देता है या जानकारियां जुटाकर देता है.
Grok ग्रोक
Grok एक AI चैटबॉट है जिसे एलन मस्क की कंपनी xAI द्वारा विकसित किया गया है. यह विशेष रूप से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) के लिए डिज़ाइन किया गया है. इसका उद्देश्य यूजर्स के सवालों का जवाब देना और रियल-टाइम जानकारी प्रदान करना है.
Grok की संवाद शैली अनौपचारिक और बेबाक है, जिसमें कभी-कभी बेबाक बातें और मजाक भी शामिल होते हैं. यह इसे ChatGPT और अन्य AI टूल्स से इसलिए अलग बनाता है, क्योंकि वो सभी संयमित भाषा में जवाब देते हैं.
Grok मौजूदा घटनाओं पर तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए रियल-टाइम डेटा का उपयोग करता है, जिससे यह ताजगी से भरे जबाव दे सकता है.
हालांकि Grok के कुछ जवाबों और बेबाक अंदाज से भारत में विवाद खड़ा हो गया। इसके जवाबों ने नैतिकता पर सवाल उठाए हैं, जिसके चलते सरकार ने कंपनी से स्पष्टीकरण मांगा है.
प्रतीकात्मक तस्वीर (Image generated by Leonardo AI)
सवाल – इन चारों AI में अंतर क्या है?
– इन तीनों में मुख्य अंतर उनके इंटरफेस और जानकारी प्रदान करने के तरीके में है. ChatGPT मुख्य रूप से संवादात्मक कामों पर केंद्रित है, Perplexity खोज आधारित उत्तर देता है, जबकि DeepSeek अभी विकासाधीन स्थिति में है. Grok की विशेषताएं इसे एक अद्वितीय AI चैटबॉट बनाती हैं, लेकिन इसके विवादास्पद व्यवहार ने इसे चर्चा का विषय भी बना दिया है.ये सभी Natural Language Processing का उपयोग करते हैं, हालांकि इनके डिज़ाइन और कार्यप्रणाली में कुछ अंतर हैं.
ग्रोक (Grok) – बड़े पैमाने पर टेक्स्ट डेटा पर ट्रेंड है. खुद ग्रोक का कहना है, मेरी शैली थोड़ी हास्यप्रद और मानव-केंद्रित है. मैं जटिल सवालों को सरल भाषा में तोड़कर समझाता हूं.
चैटजीपीटी का सिंबल (Courtesy ChatGPT)
चैट जीपीटी (ChatGPT) – ये GPT (Generative Pre-trained Transformer) आर्किटेक्चर पर आधारित है. ये भी विशाल डेटा पर ट्रेंड है. संदर्भ को समझकर मनुष्य जैसे ये बहुत औपचारिक या विस्तृत जवाब दे सकता है.
डीप सीक (DeepSeek) – यह एक ओपन-सोर्स AI मॉडल है, जो मुख्य रूप से तकनीकी और शोध- आधारित कामों के लिए डिज़ाइन किया गया है. ये भी ट्रांसफॉर्मर-आधारित है, लेकिन इसका फोकस कोडिंग, गणितीय समस्याओं और विश्लेषणात्मक कार्यों पर ज्यादा है.
परप्लेक्सिटी (Perplexity) – ये एक AI-संचालित सर्च इंजन की तरह काम करता है, जो सटीक और स्रोत-आधारित जवाब देने पर केंद्रित है. ये चैटबॉट से ज्यादा एक खोज उपकरण है, जो “क्यों” और “कैसे” के बजाय “क्या” पर जोर देता है.य
सवाल – अगर अनौपचारिक तौर पर समझें तो इनमें क्या अलग है?
– ग्रोक अनौपचारिक है और किसी मनुष्य की तरह जवाब देता है. इसमें हास्य और बाहरी नजरिए भी होता है. चैट जीपीटी औपचारिक है, डीप सीक विश्लेषणात्मक है, और परप्लेक्सिटी संक्षिप्त और स्रोत-केंद्रित है.
सवाल – ये सभी AI मॉडल अलग अलग अंदाज में जवाब देते हैं, क्या वैसा करना भी इनके प्रोग्रामिंग में है?
– ये सभी मॉडल ट्रांसफॉर्मर आर्किटेक्चर पर आधारित हैं, जो टेक्स्ट डेटा को समझने और उत्पन्न करने के लिए न्यूरल नेटवर्क का उपयोग करते हैं. इन्हें अलग-अलग डेटा और लक्ष्यों के साथ प्रशिक्षित किया जाता है, जिससे इनके जवाबों का स्वरूप बदलता है.
डीपसीक का सिंबल (courtesy deepseek)
सवाल – इन सभी को क्या कहेंगे – एआई या एआई टूल या एआई साइट या एआई मॉडल?
– इन सभी को “AI” कहना सही है. “AI मॉडल” भी कह सकते हैं, “AI टूल” भी ठीक है लेकिन “AI साइट” नहीं. हां परप्लेक्सिटी को इसके साथ “AI साइट” भी कह सकते हैं, क्योंकि यह एक वेब-आधारित प्लेटफॉर्म है जिसे आप ब्राउज़र पर इस्तेमाल करते हैं.
सवाल – इन सभी AI के मालिक कौन हैं, किसने इन्हें शुरू किया है?
– ग्रोक को एलन मस्क की कंपनी xAI ने शुरू किया है. चैट जीपीटी को OpenAI ने विकसित किया. इसे एलन मस्क, सैम ऑल्टमैन और अन्य ने सह-स्थापित किया, लेकिन अब यह एक स्वतंत्र संगठन है जो AI रिसर्च पर काम करता है. डीप सीक एक चीनी संगठन से जुड़ा है. परप्लेक्सिटी का मालिक एक स्टार्टअप है जिसे 2022 में स्थापित किया गया था। इसके संस्थापकों में अरविंद श्रीनिवासन और कार्तिक रामाकृष्णन शामिल हैं.
सवाल – कोई भी पूछताछ करने पर कोई भी एआई बैकएंड पर क्या करता है?
– जब आप किसी AI से कुछ पूछते हैं तो बैकएंड पर कई प्रक्रियाएं होती हैं.
1. इनपुट प्रोसेसिंग
यूजर इनपुट – सबसे पहले, आपका सवाल या इनपुट सिस्टम में प्राप्त होता है. यह टेक्स्ट के रूप में होता है जिसे AI समझने की कोशिश करता है.
टेक्स्ट एनकोडिंग – इनपुट को टेक्स्ट एनकोडिंग तकनीकों का उपयोग करके एक फारमेट में बदलता, जिसे AI मॉडल समझ सके.
परप्लेक्सिटी का सिंबल
2. मॉडल चयन और प्रोसेसिंग
मॉडल चयन – AI सिस्टम एक विशेष मशीन लर्निंग मॉडल (जैसे कि GPT-3, BERT, आदि) का चयन करता है जो आपके सवाल के लिए उपयुक्त होता है.
ट्रेंड डेटा का उपयोग – AI मॉडल ने पहले से ट्रेंड डेटा का उपयोग करते हुए आपके सवाल या पूछताछ का विश्लेषण करता है. यह डेटा विभिन्न स्रोतों से लिया गया होता है, जैसे कि किताबें, लेख और वेब पेज.
3. जवाब तैयार करना
संभावित जवाब तैयार करना – AI मॉडल आपके सवाल के आधार पर संभावित जवाब तैयार करता है. यह प्रक्रिया मशीन लर्निंग एल्गोरिदम पर आधारित होती है जो शब्दों और वाक्यों के बीच संबंधों को समझती है.
संदर्भ और प्रासंगिकता – AI यह सुनिश्चित करने की कोशिश करता है कि उत्तर संदर्भित प्रश्न से संबंधित और प्रासंगिक हो.
4. आउटपुट जनरेशन
उत्तर का चयन – AI द्वारा निर्मित संभावित उत्तरों में सबसे उपयुक्त उत्तर का चयन किया जाता है. यह चयन विभिन्न मानदंडों पर आधारित होता है, जैसे कि स्पष्टता, सटीकता, और उपयोगकर्ता की अपेक्षाएं.
टेक्स्ट डिकोडिंग – अंतिम उत्तर को टेक्स्ट के रूप में डिकोड किया जाता है ताकि वह मानव पढ़ने योग्य हो.
5. यूजर इंटरफेस
उत्तर प्रदर्शित करना – अंत में, AI द्वारा निर्मित उत्तर को यूजर इंटरफेस पर प्रदर्शित किया जाता है ताकि आप उसे देख सकें और आगे की बातचीत कर सकें.
6. फीडबैक लूप
फीडबैक इकट्ठा करना -कुछ AI सिस्टम उपयोगकर्ताओं से फीडबैक भी एकत्र करते हैं, जिससे वे अपने उत्तरों को बेहतर बनाने के लिए सीख सकते हैं. यह प्रक्रिया निरंतर होती रहती है और AI को समय के साथ सुधारने में मदद करती है.