Last Updated:March 06, 2025, 15:44 IST
Fact Check: कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या के मामले में 'लव जिहाद' का दावा झूठा है. पुलिस ने आरोपी सचिन को गिरफ्तार किया है, जो हिमानी को जानता था. हत्या का कारण वित्तीय विवाद बताया गया है.

Fact Check: कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या के मामले में 'लव जिहाद' का दावा झूठा है.
हाइलाइट्स
कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या में 'लव जिहाद' का दावा झूठा है.पुलिस ने आरोपी सचिन को गिरफ्तार किया, हत्या का कारण वित्तीय विवाद बताया.सचिन ने हत्या की बात कबूल की, 'लव जिहाद' का कोई सांप्रदायिक कोण नहीं.Fact Check: 1 मार्च को, 22 वर्षीय कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ता हिमानी नरवाल का शव हरियाणा के रोहतक-दिल्ली हाईवे पर सांपला बस स्टैंड के पास एक सूटकेस में मिला. हिमानी ने राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में हिस्सा लिया था. इस हत्या के बाद कई यूजर्स ने इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की है. पोस्ट में यह दावा किया गया है कि कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या ‘लव जिहाद’ के मामले में हुई है और हत्यारा मुस्लिम समुदाय से है.
दावा: कई फेसबुक उपयोगकर्ताओं (लिंक यहां, यहां और यहां) ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में हिमानी नरवाल की तस्वीर को उस सूटकेस की तस्वीर के साथ साझा किया जिसमें उनका शव मिला था. पोस्ट में दावा किया गया है कि “हरियाणा की युवा कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल, जिन्होंने राहुल गांधी की यात्रा में भाग लिया था को जिहादी चरमपंथियों ने गला घोंटकर मार डाला. सूटकेस में भरकर रोहतक-दिल्ली हाईवे पर फेंक दिया. आप कायर गुलाम, उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि आप किस पार्टी या विचारधारा से हैं. वे केवल एक चीज देखते हैं—क्या आप काफिर हैं या नहीं. कल, वे उन लोगों को भी नहीं छोड़ेंगे जिन्हें वे ‘भाई’ कहते हैं… केवल वे ही इसे समझेंगे जो वास्तव में इसे समझते हैं.”
क्या है सच्चाई?
हमने जब फैक्ट चेक किया तो पाया कि यह दावा झूठा है. पुलिस ने आरोपी की पहचान सचिन के रूप में की है. हमने संबंधित कीवर्ड सर्च किए और 3 मार्च की हिंदुस्तान टाइम्स और लाइव मिंट की रिपोर्ट पाई. इन मीडिया आउटलेट्स के अनुसार जैसे ही शव बरामद हुआ. पुलिस ने तेजी से 30 वर्षीय सचिन, जिसे धिल्लू के नाम से भी जाना जाता है को गिरफ्तार कर लिया. सचिन झज्जर जिले का एक मोबाइल फोन दुकान मालिक है, जो नरवाल को लगभग 18 महीने से जानता था. वह रोहतक के विजय नगर इलाके में उनके घर का भी नियमित आगंतुक था.
पुलिस के अनुसार 27 फरवरी को सचिन नरवाल के घर गया, जहां किसी वित्तीय मुद्दे पर बहस हो गई. गुस्से में उसने कथित तौर पर मोबाइल फोन चार्जर केबल से उनका गला घोंट दिया. फिर उसने उनके गहने, लैपटॉप और मोबाइल फोन ले लिए, उनके शव को सूटकेस में रखा और सांपला बस स्टैंड के पास फेंक दिया.
4 मार्च की जागरण की रिपोर्ट में सचिन के पिता का नाम देवेंद्र बताया गया, जो इस घटना से अनजान थे. सचिन शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं, और वह अपने माता-पिता से अलग उसी घर में रहता है. इंडिया टुडे ने 4 मार्च की अपनी रिपोर्ट में बताया कि एक स्रोत ने पुष्टि की कि सचिन ने हत्या की बात कबूल की है, यह दावा करते हुए कि वह कांग्रेस कार्यकर्ता के साथ रिश्ते में था.
हालांकि, मीडिया आउटलेट ने रोहतक के अतिरिक्त डीजीपी केके राव के हवाले से कहा, “दोनों के बीच शादी की कोई बात नहीं थी क्योंकि आरोपी पहले से ही शादीशुदा है… लेकिन वे दोस्त थे.”
रिपोर्ट में अधिकारी के हवाले से आगे कहा गया, “दोनों के बीच वित्तीय मुद्दा था, लेकिन इसकी पुष्टि की जानी बाकी है. हम यह नहीं कह सकते कि यही हत्या का कारण था. आरोपी ने कहा कि उनके बीच झगड़ा हुआ और बहस के दौरान उसने उनका गला घोंट दिया.”
न्यूजमीटर ने इंडिया टुडे के रिपोर्टर अरविंद ओझा से बात की जिन्होंने पुष्टि की कि आरोपी का नाम सचिन है और ‘लव जिहाद’ या किसी सांप्रदायिक कोण के दावों को खारिज कर दिया. इसलिए हम निष्कर्ष निकालते हैं कि हिमानी नरवाल हत्या मामले में ‘लव जिहाद’ का दावा झूठा है.
This story was originally published by newsmeter.in, and republished by hindi.news18.com as part of the Shakti Collective.
First Published :
March 06, 2025, 15:44 IST