Last Updated:January 18, 2025, 13:39 IST
Jammu Kashmir Children Mysterious Deaths: जम्मू कश्मीर के राजौरी में एक दो नहीं बल्कि अबतक इस अज्ञात बीमारी के चलते 16 बच्चों की मौत हो चुकी है. इस ममाले में अब राज्य के डिप्टी सीएम सुरिंदर चौधरी का बयान सामने आया है. उन्होंने पूरे प्रकरण...और पढ़ें
जम्मू-कश्मीर में लगातार बच्चे इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं. (File Photo)
हाइलाइट्स
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में अबतक 16 बच्चों की मौत हो चुकी है.स्वास्थ्य मंत्री ने किसी रहस्यमय बीमारी होने की बात से इनकार किया है.घाटी के सीएम और डिप्टी सीएम जांच कराने की बात कह रहे हैं.नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के राजौरी के एक गांव में 16 बच्चों की रहस्यमय मौत के अब राज्य सरकार एक्टिव हो गई है. सरकार अबतक इसे कोई बड़ी बीमारी मानने को तैयार नहीं है. उधर, गांव-वालों में भूत-प्रेत की अफवाह भी फैलने लगी हैं. इस मामले में एसआईटी का गठन कर पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है. इस एसआईटी में पुलिस अफसरों के अलावा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मौजूद हैं. यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि कहीं किसी साजिश के तहत बच्चों की मौत तो नहीं हो रही है. खुद डिप्टी सीएम सुरिंदर चौधरी ने शुक्रवार को जम्मू के शालामार अस्पताल का दौरा किया और पीड़ित परिवारो के बातचीत की.
डिप्टी सीएम ने अस्पताल का दौरा करने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम उन कारणों का पता लगाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, जिनके कारण ये रहस्यमय मौतें हुई हैं. उप मुख्यमंत्री ने राजौरी के बडाल गांव में सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि एजेंसियों को भी मामले की गहन जांच करने का निर्देश दिया गया है. यदि कोई गड़बड़ी पाई गई तो संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
CM उमर अब्दुल्ला ने बुलाई बैठक
उधर, जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को स्वास्थ्य और पुलिस विभाग को राजौरी जिले के बदहाल गांव में हुई रहस्यमय मौतों की जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया. उमर ने गांव की स्थिति पर चर्चा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा सचिव डॉ. सैयद आबिद रशीद शाह ने सीएम को अब तक उठाए गए कदमों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य टीमों ने प्रभावित क्षेत्र में 3,000 से अधिक निवासियों का घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया है, जिसमें पानी, खान और अन्य सामग्रियों के सैंपल लिए गए हैं और उनकी जांच की गई है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मौतों के मूल कारण का पता लगाने के लिए जांच चल रही है. बैठक में स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री सकीना इटू, मुख्यमंत्री के सलाहकार नासिर असलम वानी और अन्य लोग शामिल हुए.
स्वास्थ्य मंत्री बोले- बीमारी के चलते नहीं हो रही मौत
जम्मू-कश्मीर की स्वास्थ्य मंत्री सकीना मसूद ने दो दिन पहले कहा था कि 40 दिन से अधिक समय के बाद इस गांव में बच्चों की मौत फिर से होने लगी हैं. यह स्पष्ट है कि यदि मौतें किसी बीमारी के कारण हुई होतीं तो यह तुरंत फैल जाती और उन तीन परिवारों तक सीमित नहीं होती, जो एक-दूसरे के निकट रहते हैं और एक-दूसरे से संबंधित हैं. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर और इससे बाहर की गई किसी भी जांच की रिपोर्ट में कुछ भी सामने नहीं आया है. इनमें पुणे में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), दिल्ली में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), ग्वालियर में रक्षा अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान (डीआरडीई) और पीजीआई-चंडीगढ़ में माइक्रोबायोलॉजी विभाग में की गई जांच भी शामिल है. उन्होंने कहा कि साथ ही पानी और अन्य खाद्य पदार्थों के नमूनों के मामले में भी यही स्थिति है.
First Published :
January 18, 2025, 07:09 IST