हाइलाइट्स
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हुए.उमर अब्दुल्ला केंद्र शासित प्रदेश के पहले सीएम बने.पाकिस्तान घाटी में शांति आने से बौखलाया हुआ है.
Jammu Kashmir News: जम्मू कश्मीर विधानसभा का पहला सत्र शुरू होने से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी और पाकिस्तान प्रशासन बुरी तरह से बौखला गए हैं. खुफिया एजेंसी द्वारा जारी सूचना के मुताबिक पाकिस्तान ने अपने आतंकवादी संगठनों को निर्देश दिए हैं कि वह इस दौरान कश्मीर में आम आदमी से लेकर राजनेता तक पर जहां भी चाहे वहां बम धमाके और दहशत का कहर बरपायें. खुफिया एजेंसी द्वारा जारी अलर्ट में बताया गया है कि आतंकवादियों के निशाने पर विशेष तौर पर श्रीनगर और उसके आसपास के इलाके शामिल है.
जम्मू-कश्मीर के जिन इलाकों के नाम दिए गए हैं उनमें कुपवाड़ा, बारामूला, गंधरवाल, बडगाम, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जिले शामिल है. आतंकवादी संगठनों में लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन समेत उनके सहयोगी संगठन टीआरएफ शामिल है. इन संगठनों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वह सुरक्षा बलों के कैंपों उनके कानवाय सरकारी इमारत गैर कश्मीरी राजनीतिक सभाओं और राजनेताओं, कश्मीरी पंडित और अल्पसंख्यक लोगों पर आतंक का कहर बरपाएं.
खुफिया संगठन के एक आला अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान नहीं चाहता कि कश्मीर में किसी भी तरह से गणतंत्र आगे बढ़े और कश्मीर का विकास हो. यही कारण है कि 18 अक्टूबर से आतंकवादियों ने अब तक ताबड़तोड़ लगभग 8 बड़े हमले किए हैं. उनका मकसद स्पष्ट तौर पर जम्मू कश्मीर में आतंक मचाना है, जिससे वे दुनिया को यह संदेश दे सकें कि जम्मू कश्मीर की आम जनता कश्मीर में मौजूदा गणतंत्र नहीं चाहती. जबकि सच्चाई यह है कि कश्मीर की आम जनता का इन वारदातों से कोई लेना-देना ही नहीं है. दो दिन पहले श्रीनगर के पास मारा गया आतंकवादी भी पाकिस्तानी ही था. फिलहाल विधानसभा सत्र शुरू होने के बाद होने वाली आतंकवादी घटनाओं को रोकने की उद्देश्य से खुफिया और सुरक्षा बलों ने अपनी कमर कस ली है और आने वाले समय में जल्दी कुछ और आतंकवादियों को घेरकर मारा जा सकता है.
Tags: Indian army, Jammu kashmir news, Omar abdullah
FIRST PUBLISHED :
November 4, 2024, 12:07 IST