कुवैत सिटी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुवैत की यात्रा पर हैं. 43 साल बाद भारत के किसी प्रधानमंत्री ने कुवैत की धरती पर कदम रखा है. उनसे पहले साल 1981 में इंदिरा गांधी कुवैत गई थीं. पीएम मोदी का कुवैत में ग्रांड वेलकम किया गया. इस दौरान उन्होंने दो खास शख्स से मुलाकता की जिनका जिक्र पीएम मोदी ने अक्टूबर में अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में की थी. इनक नाम अब्दुल्ला अल-बैरन और अब्दुल लतीफ अल-नसेफ है. इन्होंने महाभारत और रामायण का अरबी भाषा में अनुवाद किया है. पीएम मोदी ने मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए कहा कि वह इनसे मिलकर काफी खुश हैं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यहां कुवैत के दो नागरिकों से मुलाकात की और भारत के महत्वपूर्ण ग्रंथों रामायण और महाभारत का अरबी भाषा में अनुवाद और प्रकाशन करने के उनके प्रयासों की सराहना की. प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों ग्रंथों के अरबी संस्करणों की प्रतियों पर अपना ऑटोग्राफ भी दिया. पीएम मोदी 21 दिसंबर को दो दिवसीय यात्रा पर कुवैत पहुंचे. पीएम मोदी कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर कुवैत पहुंचे हैं. यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 43 वर्षों में इस खाड़ी देश की पहली यात्रा है. इससे पहले, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1981 में कुवैत का दौरा किया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कुवैत में रेड कार्पेट वेलकम, 43 साल बाद PM की ऐतिहासिक यात्रा
तस्वीरें साझा कर जताई खुशी
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, ‘रामायण और महाभारत के अरबी अनुवाद देखकर मुझे खुशी हुई. मैं अनुवाद और प्रकाशन में अब्दुल्ला अल-बैरन और अब्दुल लतीफ अल-नसेफ के प्रयासों की सराहना करता हूं. उनकी यह पहल विश्व स्तर पर भारतीय संस्कृति की लोकप्रियता को उजागर करती है.’ उन्होंने अल-बैरन और अल-नसेफ के साथ अपनी बैठक की कुछ तस्वीरें भी साझा कीं. अल बैरन ने रामायण और महाभारत दोनों का अनुवाद किया, जबकि अल नसेफ ने अरबी में उनके प्रकाशन का प्रबंध किया. इससे अरब दुनिया के व्यापक लोगों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से जुड़ने का अवसर मिला.
يسعدني أن أرى ترجمات عربية ل”رامايان” و”ماهابهارات”. وأشيد بجهود عبد الله البارون وعبد اللطيف النصف في ترجمات ونشرها. وتسلط مبادرتهما الضوء على شعبية الثقافة الهندية على مستوى العالم. pic.twitter.com/XQd7hMBj3u
— Narendra Modi (@narendramodi) December 21, 2024
मन की बात में किया था उल्लेख
अक्टूबर में रेडियो पर अपने मंथली प्रोग्राम ‘मन की बात’ के दौरान पीएम मोदी ने उनके प्रयासों पर प्रकाश डाला था और कहा था कि यह कार्य केवल अनुवाद नहीं है, बल्कि दो महान संस्कृतियों के बीच एक सेतु है. यह अरब जगत में भारतीय साहित्य की एक नई समझ विकसित कर रहा है. पीएम मोदी के आगमन पर कुवैत के प्रथम उप प्रधानमंत्री शेख फहाद यूसुफ सऊद अल-सबा ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. प्रधानमंत्री मोदी ने कुवैत में रहने वाले भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के रिटायर्ड अफसर मंगल सेन हांडा से भी मुलाकात की. पीएम मोदी ने X पर लिखा, ‘आज (21 दिसंबर 2024) दोपहर कुवैत में मंगल सेन हांडा से मिलकर बहुत खुशी हुई. मैं भारत के लिए उनके योगदान और भारत के विकास के प्रति उनके जुनून की प्रशंसा करता हूं.’ शुक्रवार को हांडा की नातिन श्रेया जुनेजा ने पीएम मोदी से उनके 101 साल के नानाजी से मिलने का अनुरोध किया था, जिसपर मोदी ने कहा कि बिल्कुल! मैं आज कुवैत में मंगल सेन हांडा जी से मिलने के लिए उत्सुक हूं. पिछले साल पीएम मोदी ने हांडा को उनके 100वें जन्मदिन पर एक पत्र भेजकर उनके राजनयिक योगदान की प्रशंसा की थी.
ग्रांड वेलकम
पीएम मोदी के कुवैत पहुंचने पर वहां रह रहे प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत किया. पीएम मोदी ने कहा, ‘उनकी ऊर्जा, प्रेम और भारत के साथ अटूट जुड़ाव वास्तव में प्रेरणादायक हैं. उनके उत्साह के लिए आभारी हूं और हमारे देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान पर गर्व है.’ प्रधानमंत्री यहां 26वें अरेबियन गल्फ कप के उद्घाटन समारोह में भी शामिल होंगे. भारत, कुवैत के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक है और भारतीय समुदाय कुवैत में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है. कुवैत, भारत के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक है, जिसका द्विपक्षीय व्यापार वित्तीय वर्ष 2023-24 में 10.47 अरब अमेरिकी डॉलर रहा. कुवैत, भारत का छठा सबसे बड़ा कच्चा तेल सप्लायर है, जो देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को तीन प्रतिशत तक पूरा करता है.
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FIRST PUBLISHED :
December 21, 2024, 21:48 IST