Russia Ukraine War : यूएस की मध्यस्थता में जारी शांति वार्ता के बीच रूस ने यूक्रेन पर इस महीने का सबसे भीषण मिसाइल-ड्रोन हमला शुरू कर दिया है. यूक्रेन ने दावा किया कि रूस ने गुरुवार को उस पर कुल 574 ड्रोन और 40 मिसाइलें दागीं. रात भर चले इन हमलों में उसके 9 नागरिक मारे गए. रात भर चले इस हमले में यूक्रेन पर कुल 574 ड्रोन और 40 मिसाइलें दागी गईं.
रूसी सेना ने पागलपन का रिकॉर्ड बनाया- जेलेंस्की
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस पर ज़कारपटिया में अमेरिकी स्वामित्व वाले उद्यमों को निशाना बनाने का भी आरोप लगाया. जेलेंस्की ने कहा, रात में रूसी सेना ने अपना एक पागलपन भरा रिकॉर्ड बनाया. उन्होंने हमारे नागरिक बुनियादी ढांचे, आवासीय भवनों और हमारे लोगों को निशाना बनाया. यह हमला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ युद्धविराम समझौते पर बातचीत के कुछ दिनों बाद हुआ है.
जेलेंस्की ने एक्स पर शेयर की गई पोस्ट में लिखा, 'ज़कारपटिया में एक अमेरिकी स्वामित्व वाले उद्यम पर कई क्रूज़ मिसाइलें दागी गईं. यह एक सामान्य नागरिक व्यवसाय था, जिसमें अमेरिकन निवेश शामिल था. इस फैक्ट्री में कॉफ़ी मशीन जैसी रोज़मर्रा की चीज़ें बनाई जाती थी. इसके बावजूद यह रूसियों के निशाने पर भी था. ऐसे में यह हमला अपने आप में काफी कुछ कहता है. इस प्रतिष्ठान में लगी आग अभी भी बुझाई जा रही है. रूस के इन हमलों में अब तक 15 लोगों के घायल होने की सूचना है. सभी को आवश्यक सहायता मिल गई है.'
यूक्रेन पर दागे गए 574 ड्रोन और 40 मिसाइलें
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, 'यूक्रेन पर कुल मिलाकर 574 स्ट्राइक ड्रोन और 40 मिसाइलें दागी गईं. हमने उनके कई ड्रोन और मिसाइलों को अटैक से पहले ही हवा में रोक दिया लेकिन दुर्भाग्य से सभी को ट्रैक नहीं कर पाए. घटना के बाद आग बुझाने और लोगों को राहत पहुंचाने के लिए हमारी टीमें काम कर रही हैं.'
ज़ेलेंस्की ने कहा कि इन हमलों से लग रहा है कि रूस का इस युद्ध को समाप्त करने के लिए ठोस बातचीत करने का कोई इरादा नहीं है. उन्होंने अपने सहयोगियों से प्रतिबंधों और शुल्कों के माध्यम से रूस पर दबाव बनाने का आग्रह किया.
'मॉस्को पर दबाव डालने के लिए हों ज्यादा प्रयास'
रूस के हमलों पर हैरानी जताते हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति ने लिखा, 'रूसियों ने यह हमला ऐसे किया जैसे कुछ बदला ही न हो, मानो इस युद्ध को रोकने के लिए कोई वैश्विक प्रयास ही न हुए हों. इसके लिए जवाबदेह होना ज़रूरी है. मॉस्को की ओर से अभी तक कोई संकेत नहीं मिला है कि वे वाकई ठोस बातचीत करने और इस युद्ध को समाप्त करने का इरादा रखते हैं. दबाव ज़रूरी है। कड़े प्रतिबंध, कड़े टैरिफ़। मैं उन सभी का शुक्रिया अदा करता हूँ जो मदद कर रहे हैं.'
इन हमलों से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी उखड़ गए हैं. उन्होने यूक्रेन को रूस के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की अनुमति देने का संकेत दिया, जो उनके पहले के शांति रुख से अलग था. ट्रंप ने कहा कि किसी हमलावर देश पर हमला किए बिना युद्ध जीतना बहुत मुश्किल है. यह खेलों में एक बेहतरीन टीम की तरह है जिसका डिफेंस तो ज़बरदस्त है, लेकिन उसे आक्रामक खेलने की इजाज़त नहीं है. जीतने की कोई संभावना नहीं है! यूक्रेन और रूस के साथ भी यही है.
'जवाब नहीं केवल बचाव करने करने की इजाजत दी'
डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को रूस के खिलाफ जवाबी कार्रवाई न करने देने के लिए जो बाइडेन की आलोचना की. उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति को उनके इस कदम के लिए बेहद अक्षम बताया और दोहराया कि अगर वह (ट्रंप) राष्ट्रपति होते तो युद्ध कभी नहीं होता. ट्रंप ने लिखा, धूर्त और बेहद अक्षम जो बाइडेन यूक्रेन को जवाबी हमला करने नहीं देंगे, सिर्फ़ बचाव करने देंगे. यह कैसे हुआ? खैर, यह एक ऐसा युद्ध है जो अगर मैं राष्ट्रपति होता तो कभी नहीं होता - शून्य संभावना. आगे दिलचस्प समय है!
बताते चलें कि यूक्रेन पर रूसी हमला ऐसे वक्त में हुआ है, जब इस युद्ध को खत्म करने के लिए वैश्विक प्रयास तेज हो गए हैं. पुतिन के साथ अलास्का समिट के बाद ट्रंप ने यूरोपीय नेताओं और जेलेंस्की के साथ वाशिंगटन में बैठक की थी. इस बैठक के बाद ट्रंप ने निकट भविष्य में खुद, पुतिन और ज़ेलेंस्की की एक त्रिपक्षीय बैठक का सुझाव दिया था. ट्रंप ने यह भी वादा किया है कि अमेरिका यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी प्रदान करने में शामिल होगा. अमेरिकी नेता ने कहा कि यूक्रेन के लिए किसी न किसी रूप में सुरक्षा गारंटी होगी, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि इसमें अमेरिकी सैनिक शामिल होंगे या नहीं.
(एजेंसी ANI)