Last Updated:August 06, 2025, 16:18 IST

नई दिल्ली: बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर संसद में जोरदार सियासी टकराव जारी है. केंद्र सरकार ने साफ कहा है कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए लोकसभा में इस पर चर्चा नहीं हो सकती. लेकिन विपक्ष इसे लोकतंत्र से खिलवाड़ बता रहा है और 11 अगस्त को ‘संसद से चुनाव आयोग’ तक मार्च का ऐलान कर चुका है. बुधवार को लोकसभा में कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर जोरदार हंगामा किया. इसके जवाब में संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि SIR का मामला कोर्ट में है, इसलिए नियमों के तहत इस पर सदन में चर्चा संभव नहीं है. उन्होंने लोकसभा के नियम 186(8) और 352(1) का हवाला देते हुए कहा कि संसद ऐसे किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं कर सकती जो न्यायिक प्रक्रिया में हो.
रीजीजू ने कहा, ‘चुनाव आयोग एक स्वायत्त संस्था है. इस सदन में पहले भी यह तय हो चुका है कि चुनाव आयोग के अधिकार क्षेत्र में आने वाले मामलों पर संसद में चर्चा नहीं की जा सकती.’ उन्होंने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष बलराम जाखड़ की 1988 की व्यवस्था का हवाला देते हुए कहा कि ‘मैं नियम नहीं तोड़ सकता’, यही भावना आज भी लागू होती है.
उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह पहले दिन से ही संसद की कार्यवाही को बाधित कर रहा है. उन्होंने सवाल किया, ‘क्या विपक्ष संविधान के प्रावधानों की अवहेलना करना चाहता है? क्या वे नियमों को तोड़ना चाहते हैं?’
विपक्ष का पलटवार – जनता की आवाज को दबाया जा रहा है
विपक्ष सरकार के तर्क से संतुष्ट नहीं है. उनका आरोप है कि चुनाव आयोग एकतरफा रूप से मतदाता सूचियां अपडेट कर रहा है, और इसमें गड़बड़ियों की आशंका है. विपक्ष मांग कर रहा है कि SIR जैसे गंभीर मुद्दे पर संविधान और लोकतंत्र की भावना के तहत संसद में चर्चा होनी चाहिए.
-राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उपसभापति को पत्र लिखकर SIR पर चर्चा की मांग की. उधर, लोकसभा में कांग्रेस, टीएमसी, एनसीपी और आरजेडी के सांसदों ने सरकार पर बहस से भागने का आरोप लगाया.
-आरजेडी सांसद अभय कुशवाहा ने कहा, ‘एक से डेढ़ करोड़ बिहारी बाहर रहते हैं, चुनाव आयोग ने उनके लिए क्या व्यवस्था की? हम 11 अगस्त को चुनाव आयोग तक मार्च करेंगे. ये सड़क की लड़ाई है.’
-एनसीपी की फौजिया खान बोलीं, ‘विपक्ष जनता की आवाज है. चर्चा हो सकती है, पूर्व उपराष्ट्रपति भी कह चुके हैं.’
-टीएमसी सांसद सागरिका घोष ने कहा, ‘सरकार चर्चा से डर रही है. हम दिखा सकते हैं कि किस नियम के तहत बहस हो सकती है.’
-कांग्रेस के नासिर हुसैन बोले, ‘राहुल गांधी बताएंगे कि कैसे वोटों की चोरी हो रही है. महाराष्ट्र, हरियाणा, कर्नाटक… हर जगह गड़बड़ी है.’
विपक्ष का अल्टीमेटम: चर्चा नहीं तो विरोध तेज
11 अगस्त को INDIA गठबंधन ने चुनाव आयोग तक मार्च का ऐलान किया है. ये मार्च सिर्फ विरोध नहीं, बल्कि एक बड़े चुनावी नैरेटिव की शुरुआत मानी जा रही है. विपक्ष कह रहा है कि अगर संसद में जनता की आवाज नहीं सुनी जाएगी, तो सड़क पर संघर्ष होगा.
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...और पढ़ें
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...
और पढ़ें
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 06, 2025, 16:18 IST