US Trade Tariff War: अमेरिका ने टैरिफ वॉर की जंग में एक के बाद एक करके लगातार भारत द्वारा रूस का तेल खरीदे जाने को लेकर रोक लगाने की कोशिशें कर ली लेकिन सब नाकाम रहीं. अब अमेरिका ने दूसरे देशों और संगठनों को भी भारत-चीन पर टैरिफ को लेकर उकसाना शुरू कर दिया है. अब अमेरिका ने G7 देशों और यूरोपीय संघ के सहयोगियों से चीन और भारत पर रूस का तेल खरीदते रहने के लिए महंगा टैरिफ लगाने की मांग की है. अमेरिका ने कहा कि भारत और चीन रूस से तेल खरीदकर यूक्रेन के खिलाफ रूस को युद्ध में परोक्ष रूप से आर्थिक मदद कर रहे हैं. शुक्रवार (12 सितंबर) को अमेरिका ने G7 देशों के वित्त मंत्रियों से ये आग्रह किया. इस बातचीत में अमेरिकी अधिकारियों ने रूस पर और प्रतिबंधों तथा उसके युद्ध प्रयासों का समर्थन करने वाले देशों के खिलाफ संभावित व्यापारिक दंड देने के उपायों पर बातचीत की.
आपको बता दें कि G7 और यूरोपीय यूनियन के देशों पर इस बात का दबाव अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारतीय आयातों पर अतिरिक्त 25% टैरिफ बढ़ाने के आदेश के बाद आया है. अब भारत पर कुल टैरिफ 50 प्रतिशत हो चुका है. नई दिल्ली पर रूस का सस्ता कच्चा तेल खरीदे जाने को लेकर दबाव बनाने के लिए अमेरिका अब एक के बाद एक करके नए प्रयास कर रहा है. हालांकि, अमेरिका ने चीन के खिलाफ इसी तरह का कदम उठाने से परहेज किया है. शुक्रवार को, अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेन्ट ने अपने समकक्षों को बताया कि एकजुट मोर्चा आवश्यक है. बेसेन्ट और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जेमिसन ग्रीर ने एक संयुक्त बयान में न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से कहा, 'केवल मिलकर केवल एक प्रयास करना होगा जिससे पुतिन की युद्ध मशीन को वित्तीय मदद करने वाले राजस्व को बंद कर दे. हम ही अर्थव्यवस्था पर पर्याप्त दबाव डाल सकेंगे ताकि इस मूर्खता को खत्म किया जा सके.'