Last Updated:February 21, 2025, 15:59 IST
USAID India Row: विदेश मंत्रालय ने कहा कि USAID फंडिंग को लेकर सामने आई जानकारी के बाद भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की चिंता पैदा हो गई है. संबंधित विभाग और एजेंसियांइस मामले की जांच कर रही हैं.

USAID विवाद पर MEA का पहला बयान.
हाइलाइट्स
भारत ने USAID फंडिंग की जांच शुरू की: MEA.आतंरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की चिंता बढ़ी.डोनाल्ड ट्रंप के बयान से विवाद तेज हुआ.USAID Funding In India: भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी दखल को लेकर नई बहस छिड़ गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक बयान ने इस विवाद को और तेज कर दिया है. ट्रंप ने कहा कि ‘USAID ने भारत में किसी और को चुनाव जिताने के लिए 21 मिलियन डॉलर दिए.’ अब इस दावे पर विदेश मंत्रालय (MEA) की प्रतिक्रिया आई है. MEA के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘हमने अमेरिकी प्रशासन द्वारा जारी जानकारी देखी है, जो बेहद चिंताजनक है. इससे भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप को लेकर गंभीर चिंता पैदा हुई है.’ उन्होंने यह भी साफ किया कि इस मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही इस पर अपडेट दिया जाएगा.
ट्रंप का दावा और उठते सवाल
डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे से कई सवाल खड़े हो गए हैं. क्या वास्तव में USAID जैसी अमेरिकी एजेंसियां भारत में चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रही हैं? अगर ऐसा है, तो भारत की लोकतांत्रिक संप्रभुता पर यह सीधा हमला होगा.
USAID (United States Agency for Development) एक अमेरिकी एजेंसी है, जो विकासशील देशों में आर्थिक सहायता और सामाजिक प्रोजेक्ट्स को फंड करती है. लेकिन अगर इसका इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्यों के लिए किया गया, तो यह गंभीर मुद्दा बन सकता है.
आंतरिक मामलों में दखल के दावे पर कान खड़े
भारत इस मामले को हल्के में लेने के मूड में नहीं है. MEA ने साफ कर दिया है कि संबंधित विभाग और एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं. इस मुद्दे पर अब तक सार्वजनिक रूप से ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन संकेत यही हैं कि भारत सरकार इसे गंभीरता से ले रही है.
#WATCH | “We have seen information that has been put out by the US administration regarding certain USA activities and funding. These are obviously very deeply troubling. This has led to concerns about foreign interference in India’s internal affairs. Relevant departments and… pic.twitter.com/2WHRex7auG
— ANI (@ANI) February 21, 2025
MEA की प्रतिक्रिया से साफ है कि भारत जल्दबाजी में कोई बयान नहीं देना चाहता. लेकिन अगर जांच में इस तरह की गतिविधियों की पुष्टि होती है तो यह बड़ा कूटनीतिक विवाद बन सकता है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 21, 2025, 15:59 IST