Trump Celebrate Diwali in White House: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एक खास दिवाली कार्यक्रम रखा. इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को "एक महान व्यक्ति" बताया और कहा कि, वह भारत के लोगों से बहुत प्यार करते हैं. इस कार्यक्रम में अमेरिका में भारत के राजदूत विनय क्वात्रा, भारत में नए अमेरिकी राजदूत सर्जियो गोर, FBI निदेशक काश पटेल और राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गैबार्ड शामिल हुए. भारतीय समुदाय के बड़े व्यापारी नेती भी इस उत्सव में शामिल हुए.
ट्रंप ने बताया दीप जलाने का महत्व
ट्रंप ने ओवल ऑफिस में दीया जलाया और इसे अंधेरे पर प्रकाश की जीत में विश्वास का प्रतीक बताया. उन्होंने भारत के लोगों को अपनी Warm Wishes भी दीं. उन्होंने कहा, यह ज्ञान की अज्ञान और बुराई पर अच्छाई की जीत है. दीपावली के दौरान लोग दुश्मनों पर जीत, बाधाओं को दूर करने और बंदियों को आजादग करने की पुरानी कहानियों को याद करते हैं. दीये की लौ हमें बुद्धि के मार्ग पर चलने, लगन से काम करने के धन्यवाद देने की याद दिलाती है.
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भारतीय राजदूत का आभार
भारतीय राजदूत ने कहा, मिस्टर प्रेसिडेंट, मैं सबसे पहले White House, ओवल ऑफिस-आपके घर को दीवाली के त्योहार के लिए खोलने पर आपका आभार व्यक्त करता हूं, जिसे दुनिया की पांचवी आबादी मनाती है. आप इस उत्सव के जरिए विविधता की ताकत को दिखा रहे हैं जो सचमुच एक बड़ा सम्मान है. मैं अपने प्रधानमंत्री और अपनी तरफ से आपको और आपके प्रियजनों को शुभकामनाएं देता हूं खासकर अमेरिका में रहने वाले 50 लाख से ज्यादा मजबूत भारतीय समुदाय को.
बाकी नेताओं की भी की सराहना
ट्रंप प्रशासन में एक प्रमुख भारतीय अमेरिकी, FBI निदेशक काश पटेल ने भी व्हाइट हाउस में दीवाली मनाने के लिए ट्रंप की तारीफ की. उन्होंने कहा, पहली पीढ़ी का भारतीय-अमेरिकी होना सम्मान की बात है. आपके नेतृत्व में लखों और अमेरिकी उस सपने को जी रहे हैं और ओवल में दीवाली मनाना वाकई में अविश्वसनीय सम्मान है. दुनिया भर के भारतीय-अमेरिकी और भारतीय बहुत ही खुश हैं कि आप इस विविधता को दुनिया के साथ साझा करने वाले महान नेता हैं.
पीएम मोदी से बात और व्यापार पर चर्चा
पत्रकारों से बात करते हुए, ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी से बात की और दोनों देश अपने देशों के बीच कुछ महान सौदों पर काम कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा, मैंने आज ही आपके प्रधानमंत्री से बात की और हमारी बातचीत अच्छी रही. हमने व्यापार के साथ बहुत सी बातों पर चर्चा की. वह इसमें बहुत दिलचस्पी रखते हैं. ट्रंप ने यह भी दोहराया कि, उन्हें आश्वासन दिया गया है कि भारत रूस से ज्यादा तेल नहीं खरीदेगा.
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भारत नहीं चीन है सबसे बड़ा खरीदार
हालांकि भारत ने पिछले कुछ सालों में रूसी तेल खरीदन शुरू कर दिया है लेकिन चीन ही मॉस्को का सबसे बड़ा ऊर्जा खरीदार है. ट्रंप प्रशासन ने रूस से तेल खरीदने के लिए भारत पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ लगाया था जबकि चीन के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की थी. चीन पर टैरिफ लगाने के सवाल पर ट्रंप ने कहा, दुर्लभ पृथ्वी खनिज(Rare Earth Minerals)के निर्यात कंट्रोल के जवाब में बीजिंग को 1 नवंबर से संभवत 155 प्रतिशत टैरिफ दोना होगा.