Last Updated:November 01, 2025, 13:37 IST
Andhra Temple Stampede Reason: आंध्र प्रदेश के काशीबुग्गा स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर की क्षमता लगभग 2,000 से 3,000 श्रद्धालुओं की है, लेकिन कार्तिक एकादशी के मौके पर करीब 25,000 लोग दर्शन के लिए पहुंचे थे. मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की मौत बेहद दुखद और हृदयविदारक है.
आंध्र प्रदेश में श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भगदड़ मच गई.आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में शनिवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया. यहां काशीबुग्गा स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में कार्तिक एकादशी के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिसके चलते भयंकर भगदड़ मच गई. इस हादसे में कम से कम 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घायलों को नज़दीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की मौत बेहद दुखद और हृदयविदारक है. सीएम ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि घायलों को तुरंत और बेहतर इलाज मुहैया कराया जाए. उन्होंने यह भी आदेश दिया है कि हादसे की पूरी जांच कराई जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए कड़े कदम उठाए जाएं.
मुख्यमंत्री नायडू ने ट्वीट किया, ‘काशीबुग्गा वेंकटेश्वर मंदिर में भगदड़ की खबर से मैं स्तब्ध हूं. इस दुर्घटना में श्रद्धालुओं की मौत अत्यंत दुखद है. मैंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि घायलों को तुरंत और समुचित चिकित्सा सुविधा दी जाए और राहत कार्यों में कोई कोताही न बरती जाए.’
कैसे मची भगदड़?
सीएमओ की ओर से जारी बयान के अनुसार, ‘वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई. पुलिस और प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और घायलों को अस्पताल भेजा गया. कृषि मंत्री के. अच्चन्नायडू भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायज़ा लिया.’
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, मंदिर की क्षमता लगभग 2,000 से 3,000 श्रद्धालुओं की है, लेकिन कार्तिक एकादशी के मौके पर करीब 25,000 लोग दर्शन के लिए पहुंचे थे. अधिक भीड़ के कारण रैलिंग टूट गई और श्रद्धालु एक-दूसरे पर गिर पड़े, जिससे भगदड़ मच गई.
प्रशासनिक अधिकारियों ने माना है कि भीड़ नियंत्रण में लापरवाही और अपर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था इस त्रासदी का मुख्य कारण रही. मुख्यमंत्री नायडू ने जिले के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को निर्देश दिया है कि वे स्थल पर रहकर राहत कार्यों की निगरानी करें.
फिलहाल पुलिस ने मंदिर परिसर को खाली करा लिया है और घटनास्थल की जांच जारी है. प्रशासन ने मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
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First Published :
November 01, 2025, 13:37 IST

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