Last Updated:September 17, 2025, 17:12 IST
Salary Increment : प्राइवेट कंपनियां जहां सैलरी बढ़ाते समय पाई-पाई का हिसाब रखती हैं, वहीं दक्षिण कोरियाई कंपनी ने अपने कर्मचारियों की सैलरी में 31 हजार रुपये बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है.

नई दिल्ली. प्राइवेट हो या सरकारी किसी भी कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों को हर साल अपनी सैलरी बढ़ने की उम्मीद लगी रहती है. एक तरफ जहां कंपनियां सैलरी बढ़ाते समय घाटे का रोना रोती रहती हैं और बूंद-बूंद सैलरी बढ़ाती हैं, वहीं एक निजी कंपनी ने 31 हजार रुपये बढ़ाने का ऐलान कर दिया है. दक्षिण कोरिया की इस कंपनी ने ऐलान किया है कि वह 3 साल में अपने कर्मचारियों की सैलरी को 31 हजार रुपये बढ़ा देगी.
दक्षिण कोरिया की वाहन विनिर्माता कंपनी ह्यूंडई मोटर इंडिया ने एक अप्रैल, 2024 से 31 मार्च, 2027 तक की अवधि के लिए अपने कर्मचारियों के वेतन में 31,000 रुपये की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है. कंपनी ने बुधवार को शेयर बाजार को बताया कि यह दीर्घकालिक वेतन समझौता कंपनी और कर्मचारियों की मान्यता प्राप्त यूनियन यूनाइटेड यूनियन ऑफ ह्यूंडई एम्प्लॉइज (यूयूएचई) के बीच हुआ है. यह समझौता मुख्य रूप से तकनीशियन और मजदूर वर्ग के कर्मचारियों के लिए लागू होगा.
क्या है कंपनी का प्लान
ह्यूंडई ने बताया कि यह 31,000 रुपये की वेतन वृद्धि तीन साल में की जाएगी. इसके लिए पहले साल 55 फीसदी, दूसरे साल 25 फीसदी और तीसरे साल 20 फीसदी बढ़ोतरी के हिसाब से सैलरी दी जाएगी. ह्यूंडई मोटर इंडिया के पीपुल्स स्ट्रैटेजी प्रमुख यंगम्यांग पार्क ने कहा कि आपसी विश्वास, सम्मान और सकारात्मक संवाद पर आधारित यह समझौता एक ऐसी प्रगतिशील कार्यस्थल संस्कृति को बढ़ावा देने की हमारी साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो कर्मचारियों के कल्याण को प्राथमिकता देती है और संगठन के दीर्घकालिक विकास को सशक्त बनाती है.
कितने कर्मचारियों को मिलेगा फायदा
ह्यूंडई मोटर्स की ओर से शेयर बाजार को दी जानकारी के अनुसार, 31 अगस्त, 2025 तक कंपनी में काम करने वाले कुल कर्मचारियों में से 90 फीसदी को इसका फायदा मिलेगा. जैसा कि कंपनी ने बताया है कि यह प्लान टेक्निशियन और कामगारों के लिए है तो कंपनी के 90 फीसदी कर्मचारियों को इसका फायदा मिलेगा. इस लिहाज से देखा जाए तो करीब 1,981 कर्मचारियों को इस सैलरी इंक्रीमेंट का फायदा मिलेगा.
कंपनी के पास दूसरी सबसे बड़ी यूनिट
ह्यूंडई ने देश में मारुति के बाद दूसरी सबसे बड़ी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाई है. कंपनी ने तमिलनाडु के श्रीपेरम्बदूर में फैक्ट्री बनाई है, जिसकी सालाना उत्पादन क्षमता 5,98,666 है. इसके बाद नंबर आता है टाटा मोटर्स का, जिसकी उत्पादन क्षमता 5,53,585 यूनिट है और महिंद्रा के यूनिट की उत्पादन क्षमता 5,51,487 इकाई है. कंपनी फिलहाल दो इलेक्ट्रिक वाहन उतार चुकी है, एक क्रेटा इलेक्ट्रिक और दूसरी आयोनिक 5 है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
September 17, 2025, 17:12 IST