Last Updated:April 12, 2025, 16:29 IST
Tahawwur Rana NIA Investigation: आतंकी तहव्वुर राणा भारत आने के बाद से घबराया हुआ है. पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के दौरान उसे बताया गया कि मुकदमा निपटने में 5-10 साल लग सकते हैं. राणा को DLSA ने दो वकील नियुक्...और पढ़ें

तहव्वुर राणा एनआईए की कस्टडी में है. (News18)
Tahawwur Rana NIA Investigation: आतंकी तहव्वुर राणा जबसे अमेरिका से भारत आया है, तभी से वे कुछ घबराया-घबराया है. गुरुवार को भारत आने के बाद देर रात उसे पटियाला हाउस कोर्ट में जज के पास पेश किया गया. इस दौरान एनआईए की तरफ से कस्टडी को लेकर अपनी दलीलें रखी गई. राणा के चेहरे पर चिंता की लकीरें तब ओर उभर गई जब उसने अपने कानूनी सलाहकारों से पूछा कि क्या उसका मुकदमा एक साल या उससे भी कम समय में खत्म हो जाएगा? तहव्वुर राणा को बताया गया कि ऐसा नहीं होने वाला. केवल चार्जशीट दाखिल करने में एक साल लग सकता है. मुकदमा निपटते-निपटते पांच से 10 साल लग जाएंगे.
तहव्वुर राणा को दिल्ली न्यायिक विधिक सेवा आयोग यानी DLSA की तरफ से दो वकील नियुक्त करके दिए गए हैं. तहव्वुर राणा भारत की न्यायिक व्यवस्था की गति से अंजान है. डरे सहमे राणा ने आगे वकील से पूछा कि वो “पांचवां” तर्क दे सकता है. पांचवां तर्क या अमेरिकी संविधान के पांचवें संशोधन को लागू करने का अर्थ है सवालों के जवाब देने से इनकार करना या ऐसी जानकारी प्रदान करना जो खुद को दोषी ठहरा सकती है. तहव्वुर राणा के वकीलों ने इसपर कहा कि भारतीय कानून “आत्म-दोष” से सुरक्षा प्रदान करता है.
First Published :
April 12, 2025, 16:29 IST