Last Updated:March 24, 2025, 23:16 IST
Belgachia News: हावड़ा के बेलगाछिया में डंपिंग यार्ड के भार से धरती हिलने से कई घर ज़मींदोज़ हो गए और सड़कों में दरारें आ गईं. लोग डर के साये में जी रहे हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मदद की गुहार लगाई गई है.

कचरे के अंबार से बेलगाछिया में लोगों का जीवन दूभर हो गया है.
हाइलाइट्स
कोलकाता के बेलगाछिया में डंपिंग यार्ड के भार से धरती हिल गई.बेलगाछिया के कई घर ज़मींदोज़ हो गए, सड़कों में दरारें आ गईं.बेलगाछिया के लोगों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मदद की गुहार लगाई है.कोलकाता. कोलकाता से सटे हावड़ा के बेलगाछिया इलाके में गत शुक्रवार से पास स्थित डंपिंग यार्ड में जमे कूड़े के अंबार के भार से धरती हिल गई. कई घर ज़मींदोज़ हो गए तो सड़कों में दरारें आ गईं. आलम ये है कि हर तरफ़ डर के साये में लोग जीने को मजबूर हैं. कचड़े के चलते पीने के पानी की पाइप फट गई, जल निकाली के नाले और पाइप फट गए और इलाके में हाहाकार मच गया. दो दिन की मशक्कत के बाद रविवार को कई इलाकों में पानी की आपूर्ति शुरु हुई, लेकिन कुछ इलाके अब भी पानी को तरस रहे हैं. कई परिवार प्लास्टिक के नीचे रहने को मजबूर हैं तो कई सड़क पर आ गए हैं. जिनके घर धराशायी हुए हैं उनके आंसू थमने का नाम तक नहीं ले रहे हैं. महिलाएं हाथ जोड़कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से गुहार लगा रही हैं कि ‘दीदी हमें घर चाहिए.’
एक तरफ़ इलाके में लोग आतंक के साये में जी रहे हैं तो वहीं इसे लेकर सियासत भी हो रही है. सोमवार को पहले मंत्री व कोलकाता शहर के मेयर फिरहाद हकीम इलाके में पहुंचे जिन्होंने कहा कि तीन-चार दिनों में लोगों को रहने की व्यवस्था की जायेगी और दो- तीन साल में कचड़े के अंबार की जगह मैदान होगा.
‼️ Bengal’s Belgachia area is going through a severe crisis at present. Land subsidence due to the biggest Dumping Ground being here has let to damages in the underground water pipeline. 22 wards are currently devoid of water & electricity, cracks are seen on roads & houses. Even… pic.twitter.com/ukvIYdEER6
— Sudhanidhi Bandyopadhyay (@SudhanidhiB) March 23, 2025
उन्होंने कहा, “अर्बन डेवलपमेंट की हमने मीटिंग बुलायी है, 2-3 साल में कचरा हटा देंगे तो मीथेन गैस का सवाल नहीं उठेगा, मैजिक तो नहीं कर सकते हैं, लेकिन 2-3 साल में हम इसे समाप्त कर देंगे, 3-4 दिन समय लगेगा इन लोगों के रहने के लिए हम व्यवस्था कर रहे हैं… नगर निगम घर बनाकर देता है, ये रुपये केन्द्र सरकार की तरफ़ से नहीं आते हैं, हम इनके भी घर बना देंगे लेकिन यहां की मिट्टी ही डिसबैलेंस हो गई है… हम देख रहे हैं जहां खाली जगह मिलेगा वहां इनकी व्यवस्था कर देंगे…”
उसके बाद वहां भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी वहां पहुंचें. उन्होंने स्थानीय लोगों को सहायता को लिए रुपये और सामान बांटे. हालांकि, शुभेंदु अधिकारी ने न्यूज़18 से बात करते हुए कहा कि मेयर बाहर से ही चले गए वे अंदर नहीं आए. यहां तक कि शुभेंदु अधिकारी के सामने ‘गो बैक’ के नारे भी लगे और पुलिस ने उन्हें आगे जाने से रोका, तो पुलिस के साथ उनकी धक्का मुक्की हुई, जिसमें एक भाजपा कार्यकर्ता पानी मे गिर गया तो शुभेंदु अधिकारी के हाथ में चोट भी आई. उस इलाके में रहनेवाली महिलाओं ने कहा है कि हमें पानी नहीं मिल रहा है और बाल्टी में तालाब का पानी लाकर दिखाया कि ये पानी हम पीने पर मजबूर हैं. महिलाएं-बच्चे प्लास्टिक के नीचे रहने को मजबूर हैं.
Location :
Kolkata,West Bengal
First Published :
March 24, 2025, 23:16 IST